Disadvantages of salt: ज्यादा नमक खाने वाले हो जाएं सावधान, WHO ने कहा सफेद जहर, जानें क्या हैं नुकसान ?

ज्यादा नमक खाने का भी हमारे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। आज हम आपको बताएंगे कि अधिक नमक खाने से क्या-क्या नुकसान आपको हो सकते हैं।

Update: 2024-07-19 13:32 GMT

रायपुर, एनपीजी न्यूज। अगर खाने में पर्याप्त मात्रा में यानी स्वादानुसार नमक न हो, तो खाने का मजा किरकिरा हो जाता है। खाना इसके बिना फीका लगता है। इसमें मौजूद सोडियम शरीर के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन अगर इसकी मात्रा ज्यादा हो जाए तो ये सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ज्यादा नमक खाने से मना करते हैं। कई लोगों को ऊपर से भी नमक लेने की आदत होती है, जो नुकसानदायक है।

18 लाख से ज्यादा लोगों की मौत सोडियम की अधिकता से

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने नमक को सफेद जहर करार दिया। वो भी नमक स्वादानुसार ही खाने की सलाह देता है। डब्यूएचओ के अनुसार, हर साल करीब 18 लाख से ज्यादा लोगों की मौत सोडियम की ज्यादा मात्रा की वजह से हो जाती है। नमक में सोडियम की बहुत ज्यादा मात्रा मिलती है, इसलिए ज्यादा नमक खाने से बचना चाहिए। 


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सोडियम की अधिकता से क्यों हो जाती है मौत ?

दरअसल शरीर में ज्यादा सोडियम होने से ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है। इसकी वजह से हार्ट डिजीज, गैस्ट्रिक, कैंसर, मोटापा, ऑस्टियोपोरोसिस, मेनिएर रोग और किडनी की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में ज्यादा नमक खाने से बचना चाहिए।

एक दिन में कितना नमक खाना चाहिए?

विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर लंबे समय से मांसपेशियों में कमजोरी फील हो रही है, तो यह शरीर में ज्यादा सोडियम का संकेत भी हो सकता है। बार-बार प्यास लगना, सिर में दर्द बने रहना, बार-बार पेशाब लगना, शरीर में सूजन शरीर में में हाई सोडियम लेवल के संकेत हैं। WHO के मुताबिक, वयस्कों को दिन में कम से कम 2,000 मिलीग्राम यानी 5 ग्राम से कम नमक खाना चाहिए। 


भारत में व्रत का बहुत महत्व

हमारे देश में व्रत-उपवास का बहुत महत्व है। हमारे यहां व्रत-उपवास में नमक से परहेज किया जाता है। हमारे पूर्वजों ने सेहत और स्वास्थ्य को धर्म से जोड़ा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे फॉलो कर सकें।

इन टिप्स को करें फॉलो-

  • ताजा और कम प्रोसेस्ड फूड्स ही खाएं।
  • कम सोडियम वाले प्रोडक्ट्स ही चुनें, जिनमें 120mg/100g से कम सोडियम हो।
  • कम या बिना नमक वाला ही खाना पकाएं।
  • खाने के स्वाद के लिए नमक का विकल्प जड़ी-बूटियों और मसालों को बनाएं।
  • पैकेट वाले सॉस, ड्रेसिंग और इंसटेंट फूड्स से बचें।

नमक को लेकर WHO यानी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि नमक ज्यादा खाना कई बीमारियों की वजह है। WHO का लक्ष्य 2030 तक लोगों के खाने से 30 प्रतिशत नमक कम करने का है। 

WHO के अनुसार, दुनियाभर में ज्यादातर लोग रोजाना 10.8 ग्राम नमक खा रहे हैं। जो उनके शरीर की जरूरत से कई गुना ज्यादा है। हु की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अगर अधिक नमक खाने पर कंट्रोल नहीं किया गया, तो आगामी 7 सालों में लगभग 70 लाख लोग इससे होने वाली बीमारियों से अपनी जान गंवा बैठेंगे। हर साल 14 से 20 मार्च तक वर्ल्ड सॉल्ट अवेयरनेस वीक मनाया जाता है।

नमक में सोडियम और पोटैशियम दोनों

नमक में सोडियम और पोटैशियम दोनों होता है। सोडियम इंसान के शरीर में पानी का सही लेवल बनाने से लेकर ऑक्सीजन और दूसरे पोषक तत्व सभी ऑगर्न तक पहुंचाने में मदद करता है। इसकी वजह से हमारी वैस्कुलर हेल्थ, नर्व यानी तंत्रिका में एनर्जी आती है।

अधिक नमक खाने से नुकसान

  • किडनी में सूजन
  • शरीर में वॉटर रिटेंशन बढ़ता है। इससे शरीर में पानी जमा रहता है।
  • बालों का झड़ना शुरू हो जाता है।
  • हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और लोगों को ऑस्टियोपोरोसिस की प्रॉब्लम हो सकती है।
  • हार्ट डिजीज, लकवा, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक जैसी कई बीमारियां हो जाती हैं।
  • प्यास ज्यादा लगती है। 

खाने में ऊपर से नमक डालकर खाना सही नहीं

  • इसकी वजह से हार्ट और किडनी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
  • सर्कुलेटरी सिस्टम (संचार प्रणाली) और नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) को भी नुकसान पहुंच सकता है।
  • ऊपर से नमक छिड़ककर खाने की लत लग जाती है। कुछ समय बाद आप ऊपर से नमक डाले बगैर खाना नहीं खा पाते हैं।

खाने के पका हुआ नमक बेहतर होता है, क्योंकि इसके आयरन का स्ट्रक्चर बदल जाता है और आपकी बॉडी इसे जल्दी एब्जॉर्ब कर लेती है। कच्चा नमक जिसे आप ऊपर से डालकर या छिड़ककर खाते हैं, उसका स्ट्रक्चर नहीं बदलता है। इसलिए बॉडी इसे बहुत धीरे एब्जॉर्ब कर पाती है। जिसकी वजह से ये हाइपरटेंशन और हाई ब्लड प्रेशर का कारण बनता है।

सेंधा नमक के बारे में जानें

पहले लोग सिर्फ व्रत में सेंधा नमक खाते थे, लेकिन अब रोज बनने वाले खाने में भी इसका यूज करने लगे हैं। सेंधा नमक बनते समय कोई केमिकल प्रोसेस नहीं होता है। इसमें 90 से ज्यादा मिनरल्स होते हैं। इसमें आयरन यानी आयोडीन की मात्रा सबसे कम होती है। इसके मैग्नीशियम, सल्फर, कैल्शियम, पोटैशियम व जिंक जैसे गुण कई तरह से शरीर के लिए अच्छे होते हैं।

सादा नमक, काला नमक और सेंधा नमक में अंतर

सादा नमक- ये समंदर या खारे झील के पानी से तैयार किया जाता है। इसे मशीन से साफ किया जाता है।

काला नमक- काला नमक को बनाने के लिए नमकीन पानी में हरड़ के बीज डाल कर उबाला जाता है। उबलने के बाद पानी तो भाप बन कर उड़ जाता है। इसके बाद जो नमक बचता है उसका रंग काला होता है। जब इसे पीसा जाता है तब इसका पाउडर गुलाबी हो जाता है।

सेंधा नमक- सेंधा नमक जमीन के नीचे एक चट्टान की तरह है। ये पूरी तरह से कुदरती है।

सेंधा नमक खाने के फायदे

  • गुनगुने पानी में डालकर पीने से डिहाइड्रेशन, गले की खराश दूर होती है।
  • शरीर में जमा गंदगी व टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं।
  • खाना पकाने में यूज करने से कब्ज, एसिडिटी, गैस व सीने में जलन जैसी प्रॉब्लम कम होती है। डाइजेशन प्रोसेस भी मजबूत होता है।
  • नहाने के पानी में सेंधा नमक डालकर नहाने से शरीर की सूजन दूर होती है।
  • सेंधा नमक से ब्लड प्रेशर, सर्दी, खांसी, स्किन डिजीज, गठिया या डिप्रेशन जैसी बीमारियों से बचा जा सकता है।
  • इसमें जिंक, आयरन, मैंगनीज जैसे कई खनिज होते हैं।
  • इससे इम्यूनिटी और स्टैमिना दोनों बढ़ता है।
  • साइनस के पेशेंट की परेशानी कम होती है।

नोट- हालांकि सेंधा नमक का इस्तेमाल भी कम ही करना चाहिए।

कम नमक या नमक नहीं खाने के भी नुकसान जान लें...

  • लो ब्लडप्रेशर
  • टाइप 2 डायबिटीज के शिकार हो सकते हैं।
  • कमजोरी और उल्टी
  • ब्रेन और हार्ट में सूजन आ सकती है।
  • सूजन की वजह से सिरदर्द, कोमा और सीजर्स के अटैक भी आ सकते हैं।
  • बॉडी के जिस ऑगर्न को जितना खून चाहिए, उस तक उतना नहीं पहुंच पाता।
  • एलडीएल (बैड) कोलेस्ट्रॉल 4.6% बढ़ जाता है।

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