Corn or Bhutta Benefits : बारिश में भा रहा है कड़क सिंका भुट्टा? खाइये, मज़े के साथ आपको मिलेंगे ये कमाल के फायदे भी...

Update: 2023-08-07 06:32 GMT

Corn Or Bhutta Benefits : रायपुर। बरसात के मौसम में गर्मागर्म सिंका भुट्टा भला किसे अच्छा नहीं लगता। इसका स्वाद भी तो एकदम अनोखा होता है। लेकिन आपको शायद अंदाज़ा न हो, जिस भुट्टे को आप शौकिया खाते हैं, उसके हर एक दाने में सेहत का खजाना छुपा है। भूनने के बाद तो इसकी पौष्टिकता और बढ़ जाती है। आयुर्वेद भी इसे बहुत गुणकारी मानता है। इसे खाने से न केवल तृप्ति मिलती है, बल्कि यह कफ और पित्तनाशक भी है। आइए जानते हैं भुट्टा खाने के फायदे...

भुट्टा खाकर पा सकते हैं एनीमिया से मुक्ति

अगर आप एनीमिया के शिकार हैं तो आपको इस सीज़न में भुट्टा ज़रूर खाना चाहिए। इसके दानों में भरपूर आयरन होता है। साथ ही इसमें विटामिन बी और फोलिक एसिड भी होता है। इससे लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बढ़ता है। इसलिए यह एनीमिया की स्थिति से मुक्ति दिलाने में प्रभावी है।

हड्डियां और दांत होते हैं मजबूत

भुट्टा खाने में यकीनन थोड़ी मेहनत लगती है। लेकिन इससे दांत भी मजबूत होते हैं। बच्चों को भुट्टा ज़रूर खिलाना चाहिए। यही नहीं भुट्टे में नेचुरल कैल्शियम होता है। साथ ही मैगनीशियम, आयरन, कॉपर और फॉस्फोरस पाया जाता है। ये सभी तत्व मिलकर हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। इससे हड्डियों का घनत्व भी बढ़ता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी खोखली हड्डियों की बीमारियों से बचत होती है।

गर्भवती स्त्री के लिए उपयोगी

प्रेग्नेंट लेडी के लिए भी भुट्टे का सेवन बहुत फायदेमंद है। क्योंकि इसमें काफी मात्रा में फोलिक एसिड पाया जाता है जिसकी गर्भावस्था के दौरान बहुत ज़रूरत पड़ती है।

आंखों को स्वस्थ रखे

भुट्टे का सेवन आंखों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है क्योंकि पीले दानों वाले भूने हुए भुट्टे में कैरोटिनोइड - विटामिन ए पाया जाता है जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में मददगार होते हैं। अगर आप आँखों को स्वस्थ रखने या रौशनी बेहतर करने के मकसद से भुट्टा खा रहे हैं तो सफेद दाने वाला नहीं बल्कि पीले दानों वाला भुट्टा खाएं।

दुबलापन दूर कर सकता है भुट्टा

कई बार बहुत कोशिश के बावजूद बच्चे पनप नहीं पाते और बेहद दुबले नज़र आते हैं। ऐसे में अगर आप अपने बच्चे को भुट्टा खाने को दें तो काफी अच्छा रिज़ल्ट मिल सकता है। क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट काफी होता है। बच्चे को भुट्टा देने से पहले मात्रा के संबंध में डाॅक्टर का परामर्श ज़रूर ले लें।

क्विकली एनर्जी पाना हो तो खाएं भुट्टा

भुट्टा खाते ही पेट भरने का अहसास होता है क्योंकि भुट्टे में काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जो धीरे-धीरे पचता है। इसलिए हमें लंबे समय तक शरीर में एनर्जी की कमी महसूस नहीं होती।

त्वचा के लिए फायदे

भुट्टे में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट (फेनोलिक एसिड और फ्लेवोनोइड) फ्री रेडिकल्स की समस्या दूर करते हैं। इससे कोलेजन बनता है जिसकी बढ़ती उम्र में शरीर में कमी हो जाती है। ये नए स्किन सेल्स को बनाने का काम करते हैं जिससे आपकी स्किन पर उम्र का असर जल्दी नहीं दिखता। फाइन लाइन्स और झुर्रियों से आप बचे रहते हैं और स्किन स्मूद और साॅफ्ट नज़र आती है।

दिल के लिए फायदेमंद

भुट्टा दिल के लिए भी फायदेमंद है।इसमें सोडियम नहीं होता है। यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है और बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। जिससे ह्रदय वाहिकाएं ब्लॉक नहीं होतीं। दिल पर प्रेशर नहीं पड़ता और उसके लिए अपना काम आसान रहता है। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और यह स्ट्रोक के खतरे को भी कम करता है।

आधा भुट्टा खाएं तो डायबिटीज़ पेशेंट को भी नुकसान नहीं

शोध बताते हैं कि डायबिटीज के पेशेंट भी भुट्टा खा सकते हैं और इसके स्वाद और फायदों को पा सकते हैं। बस उन्हें मात्रा सीमित रखनी चाहिए। अगर वे आधा भुट्टा खाएं तो उन्हें नुकसान नहीं करेगा।

भुट्टा खाने से पाचन होता है बेहतर

जिसके शरीर में पाचनतंत्र ठीक से काम करता है, वह तमाम तरह की समस्याओं से बच जाता है। भुट्टे में काफी ज्यादा फाइबर होता है जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखता है। इससे पेट दर्द, दस्त,ब्लॉटिंग और कब्ज़ की समस्या नहीं होती।

मानसिक तनाव होता है दूर

भुट्टे में पाए जाने वाले अमीनो एसिड्स से नर्वस सिस्टम की कार्यप्रणाली अच्छी रहती है। इससे मानसिक समस्याओं और तनाव की आशंका कम होती है। नींद भी अच्छी आती है।

कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोकता है

अभी तक के अध्ययनों में जो पाया गया है वो ये है कि भुट्टा कैंसर पैदा करने वाले फ्री रेडीकल्स को खत्म कर सकता है। भुट्टे में फीनोलिक कम्पाउंड और फेरुलिक एसिड पाया जाता है जो कैंसर की कोशिकाओं को इकट्ठा होकर ट्यूमर बनने से रोकते है।

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