ब्रेकिंग न्यूज: कोरोना वैक्सीन का अब इंजेक्शन नहीं, बुस्टर खुराक की नेजल वैक्सीन को केंद्र ने दी मंजूरी, प्रायवेट अस्पतालों में मिलेगी

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Update: 2022-12-23 06:53 GMT

एनपीजी न्यूज

नई दिल्ली। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच एक अच्छी खबर आ रही है। भारत सरकार ने वैक्सीन के इंजेक्शन की जगह अब नेजल वैक्सीन को इजाजत दे दी है। नेजल वैक्सीन निजी अस्पतालों में भी उपलब्ध होगी। यह बूस्टर खुराक के तौर पर लगाई जा सकेगी। केंद्र सरकार के फैसले के अनुसार, नेजल वैक्सीन पहले निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी। नेजल वैक्सीन को कोई भी आदमी प्रायवेट अस्पतालों से खरीदकर खुद ही उसे नाक में डाल सकता है। उससे कोरोना के वायरस खतम हो जाएंगे।

पता चला है, यह इंट्रानेजल वैक्सीन व्यापक रूप से प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को उत्तेजित करने में सहायक होगी। सार्स.सीओवी.2 जैसे कई वायरस सामान्यतौर पर म्यूकोसा के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते हैं। यह नाक में मौजूद एक ऊतक है। वायरस म्यूकोसल झिल्ली में मौजूद कोशिकाओं और अणुओं को संक्रमित करते हैं। ऐसे में नेजल शॉट के माध्यम से वायरस को शरीर में प्रवेश करने से पहले ही खत्म किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार वायरस के प्रवेश की साइट यानी नाक में ही मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करके वायरस को बढ़ने से रोक सकते हैं।

इंजेक्शन से ज्यादा प्रभावी

भारत बायोटेक द्वारा शेयर की गई जानकारियों के मुताबिक यह नेजल वैक्सीन अब तक प्रयोग में लाई जा रही अन्य वैक्सीन्स से काफी अलग और प्रभावी है। वैक्सीन चूंकि नाक के भीतर प्रतिरक्षा प्रणाली तैयार करके वायरस के प्रवेश करते ही उसे निष्क्रिय कर देगी। अब तक दी जा रही वैक्सीन्स से अलग इसके लिए नीडील से इंजेक्ट करने की आवश्यकता नहीं होगी। दूसरी बात यह है कि इसे उपयोग में करना भी आसान है। घर पर भी इसको प्रयोग किया जा सकेगा। सुई से संबिधित जोखिमों जैसे संक्रमण या वैक्सीनेशन के बाद होने वाले दर्द से निजात मिलेगी। यह वायरस को शरीर में प्रवेश करने से पहले ही मारने की क्षमता वाली है। ऐसे में इससे शरीर के अंगों को होने वाली समस्याओं का जोखिम नहीं होगा। बच्चों और व्यस्कों के लिए इसे लगाने में कोई जोखिम नहीं रहेगा।

विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को हुई बैठक में निरंतर निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया था। हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि अभी तक कोविड मामलों में कुल मिलाकर कोई वृद्धि नहीं हुई है। मांडविया ने कहा था, 'कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है। मैंने सभी संबंधित लोगों को सजग रहने और निगरानी बढ़ाने के लिये कहा है। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिये तैयार हैं।' केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार देश में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 185 नए मामले सामने आए जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 3,402 रह गई।

केंद्र की सलाह के मुताबिक, बिहार के हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर औचक कोविड जांच की जाएगी। बिहार के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि राज्य में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए मॉल, शॉपिंग सेंटर और सिनेमा हॉल अधिकारियों को एक अडवाइजरी भी जारी की गई है। हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस स्टैंडों पर रैपिड एंटीजन टेस्ट करने और संदिग्ध मामलों को आरटी पीसीआर टेस्ट और जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए अस्पतालों में भेजने के लिए कहा गया है।

देश में सभी हवाई अड्डों पर विदेश से आने वाले यात्रियों की कोविड टेस्टिंग शुरू हो गई है। चीन से कोरोना वायरस के नए वेरियेंट बीएफ.7 के फैलने के खतरे से बचने के लिए सरकार ने कड़े कदम का ऐलान किया है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवारर शाम को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने इस बैठक में कहा कि कोविड अभी खत्म नहीं हुआ है, इसलिए विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर निगरानी उपायों को मजबूत किया जाए। इसके बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरुवार शाम को ही सभी हवाई अड्डों को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच का निर्देश दे दिया। वैसे भी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विदेश से आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत लोगों के नमूने बिना किसी क्रम के आरटी-पीसीआर जांच गुरुवार से ही हो रही थी।

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