अब घर बैठे बिना दर्द के कान का मैल करें साफ़, नहीं जाना पड़ेगा किसी डॉक्टर के पास, अपनाये ये बेस्ट तरीका

Home remedies to remove earwax: क्या आप भी कानों में जमे मैल से परेशान है, तो घबराइए मत। आज हम आपको बताएंगे की घर बैठे आप कान का मैल कैसे साफ़ कर सकते है।

Update: 2025-10-01 15:18 GMT

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How to remove earwax: कान में मैल जमना एक आम बात है, लेकिन इसे साफ करने के तरीके अक्सर खतरनाक साबित हो सकते हैं। लोग अक्सर ईयरबड, पिन या किसी नुकीली चीज़ का इस्तेमाल करते हैं, जिससे कान के नाजुक पर्दे को नुकसान पहुंच सकता है। लेकिन अब आपको इन सब तरीकों को अपनाने की कोई जरुरत नहीं है, कियोकि आज हम आपको कुछ नए तरीके बताने वाले है, जिससे आप घर बैठे कान का मैल बिना किसी नुकसान के निकाल सकते है।

क्या है कान का मैल?

कान का मैल, जिसे मेडिकल भाषा में 'सेरुमेन' कहा जाता है, एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच होता है। यह कान की नलिकाओं को धूल, बैक्टीरिया और इंफेक्शन से बचाता है। लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा जम जाता है, तो सुनने में दिक्कत, कान भारी लगना, दर्द और खुजली जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं।

देखें कुछ घरेलू नुस्खे

अगर कान का मैल सख्त हो जाए तो उसे पहले नरम करना बहुत जरूरी होता है, जिससे आसानी से साफ किया जा सके। इसके लिए आप रात को सोने से पहले थोड़ा गुनगुना सरसों का तेल या नारियल का तेल कान में डाल सकते हैं और 10 मिनट बाद सिर को झुकाकर तेल को बाहर निकालने दें।

इसके अलावा, लहसुन को तिल के तेल में गर्म करके ठंडा कर लें और उसमें से कुछ बूंदें कान में डालें तो भी फायदा होता है। बेकिंग सोडा को थोड़ा पानी में मिलाकर भी ड्रॉपर से कान में डालने से मैल नरम हो जाता है और साफ हो जाता है। इन सब तरीकों के आलावा सेब के सिरके को पानी के साथ मिलाकर कान में 3-4 बूंद डालना भी काफी असरदार माना जाता है। ये सभी घरेलू नुस्खे कान की सफाई में मदद करते हैं और इसे नुकसान से बचाते हैं।

डॉक्टर का तरीका

डॉक्टरों का कहना है कि, कान के मैल को निकालने का सबसे सुरक्षित तरीका है कि उसे खुद ही बाहर आने दिया जाए। इसके लिए आप बाजार से मिलने वाले खास ईयर ड्रॉप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो कान के मैल को नरम कर देते हैं। जब मैल नरम हो जाएगा तो वो अपने आप धीरे-धीरे कान से बाहर निकलने लगेगा। इसमें कुछ दिन या हफ्ते भी लग सकते हैं, लेकिन ये तरीका बिलकुल सुरक्षित और असरदार होता है।

इसके आलावा अगर घरेलू इलाज से कान का मैल साफ नहीं होता तो डॉक्टर कुछ खास तरीके अपनाते हैं। जिसमें पहला तरीका है वैक्यूम क्लीनिंग, जिसमें एक मशीन की मदद से मैल को खींचकर बाहर निकाला जाता है। दूसरा तरीका है पिचकारी से धोना, जो खासकर बच्चों के लिए होता है, इसमें पानी की हल्की धार से कान को साफ किया जाता है। तीसरा तरीका है मैन्युअल पिकिंग, जिसमें डॉक्टर उपकरणों से हाथ से मैल निकालते हैं, लेकिन इसमें कान को चोट लगने का खतरा भी रहता है। इसलिए ये काम डॉक्टर के ही अनुभव से होना चाहिए।

कब जाएं डॉक्टर के पास?

अगर आपको कान में भारीपन महसूस हो रहा हो, कान बंद या ब्लॉक सा लग रहा हो, या दर्द हो और मैल खुद से बाहर नहीं निकल रहा, तो तुरंत ENT डॉक्टर से मिलना चाहिए। खुद से नुकीली चीज़ों का इस्तेमाल करना बहुत खतरनाक हो सकता है और कान को नुकसान पहुंचा सकता है।

कान का मैल कोई बीमारी नहीं है, बल्कि यह कान की सुरक्षा के लिए होता है। लेकिन जब यह ज्यादा जम जाए तो सही तरीके से साफ करना जरूरी होता है। आप घरेलू नुस्खे आजमाएं और जरूरत पड़े तो डॉक्टर की सलाह लें, ताकि बिना किसी नुकसान के आपके कान साफ हों। इसलिए अगली बार जब भी कान भारी लगे, तो पिन या ईयरबड जैसी चीजें छोड़कर ये आसान और सुरक्षित उपाय अपनाएं।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। NPG News इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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