Benefits of Ginger : छोटा सा अदरख का टुकड़ा दिला सकता है बड़ी-बड़ी समस्याओं से राहत, जानिए अदरख की खूबियां
Benefits of Ginger : अदरख़ भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है। अधिकतर घरों में चाय से लेकर सब्जियों तक में इसका रोज़ाना इस्तेमाल किया जाता है। आयुर्वेद में अदरख को औषधि का दर्जा दिया गया है। दरअसल अदरख एंटी बैक्टीरियल, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी वायरल गुणों से भरपूर होती है, इसलिए यह हमें कई रोगों से बचाने में मदद करती है। बारिश के दिनों मे सर्दी-जुकाम, वायरल फीवर के पेशेंट अचानक बढ़ जाते हैं। ऐसे में पूरे परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए अदरख का इस्तेमाल और महत्वपूर्ण हो जाता है। आइए जानते हैं इसके फायदे...
अदरख में मौजूद तत्व
अदरख में विटामिन सी, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, जिंक, कॉपर, मैंगनीज और क्रोमियम जैसे तत्व पाए जाते हैं जो इसे स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत उपयोगी बनाते हैं।
अदरख के फायदे
1. इम्यूनिटी बूस्टर है अदरख
इस मौसम में वायरल फीवर के पेशेंट्स की भीड़ हर अस्पताल में देखी जा सकती है। मौसम जब बदलाव के दौर से गुज़रे तब खासकर अदरक का इस्तेमाल फायदेमंद साबित होता है। अदरख में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपकी इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं, जिससे आप आसानी से वायरल संक्रमण की चपेट में नहीं आते। शरीर बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार रहता है।
सर्दी- जुकाम में फायदेमंद
बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम होना आम है। अदरख की चाय पीजिए या काढ़ा, आपका सर्दी-खांसी से बचाव होगा। यही नहीं, अदरख पुरानी खांसी, कफ, दमा आदि से राहत के लिये भी फायदेमंद है। और अगर आपको भी सर्दी-खांसी हो जाए तो अदरक का रस शहद के साथ दिन में तीन बार लें। या फिर अदरक के टुकडे पानी में उबालकर , छानकर, उसमें थोड़ी शक्कर या गुड़ डालें और गर्म रहते पी जाएं। जरूर फायदा होगा।
दर्द निवारक है अदरख
अदरक में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है। यही नहीं अगर आप सिर दर्द से परेशान हैं तो अदरक को पानी के साथ पीसकर इसका लेप माथे पर करें। शीघ्र फायदा होगा। इसी तरह दांत के दर्द में आप अदरक का छोटा सा टुकड़ा दर्द करने वाले दांत के बीच दबाकर रखें। राहत मिलेगी। अगर कान में दर्द हो तो ताजे अदरख का दो बूंद रस कान में डाले। गठिया बहुत तकलीफदेह होता है। इसके कारण बुज़ुर्गों को अपनी कुर्सी से उठने तक की हिम्मत नहीं होती। ऐसे में आप कद्दूकस किया हुआ अदरक गरम करके उन्हें दें। इसके लेप से उन्हें गठिया के दर्द से राहत मिलेगी। एक बात का ध्यान रखें कि ताज़ा जख्मों पर अदरख ना लगायें।
पाचन क्रिया होगी बेहतर
बारिश के मौसम में अपच, गैस,एसिडिटी, ब्लोटिंग, कब्ज जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। ऐसे में आप खाना खाने से पहले अदरक का छोटा सा टुकड़ा नमक के साथ चबा-चबाकर खाएं। उसके आधे घंटे बाद खाना खाएं। पाचन से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी। आप रोज सुबह खाली पेट अदरख का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। साथ ही आप अदरक, सेंधा नमक, काली मिर्च और पुदीने की चटनी बनाकर भोजन के साथ लें। तो खाने के बाद सीने में जलन, पेट दर्द जैसी समस्याओं से राहत मिलेगी।
मुहांसों से मुक्ति
मुहांसे टीन एजर्स और युवाओं की बहुत बड़ी परेशानी हैं। अदरक में मौजूद एंटीसेप्टिक और क्लींजिंग एजेंट मुंहासों से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। इसलिए इनकी चाय में अदरख ज़रूर डालें।
कोलेस्ट्राॅल लेवल को बढ़ने न दे
ऊंचा कोलेस्ट्राॅल लेवल अनेक समस्याओं की जड़ है। सुबह खाली पेट अदरख का जूस लेने से कोलेस्ट्राॅल का लेवल कंट्रोल में रहता है। हाई बीपी से भी राहत मिलती है। ये दोनों समस्याएं कंट्रोल में रहें तो दिल की सेहत भी दुरुस्त रहती है।
बढ़ते वजन से राहत
दिन- प्रतिदिन बढ़ता वजन अगर आपकी नींद उड़ा रहा है तो सुबह खाली पेट अदरख के रस का सेवन शुरू कर दीजिए। अदरख में मौजूद तत्व अतिरिक्त चर्बी को कम करते हैं। इसके नियमित सेवन से आप स्वयं शरीर में हल्कापन महसूस करेंगे।
शरीर के टाॅक्सिन होते हैं बाहर
अदरख के इस्तेमाल से विशैले टाॅक्सिन शरीर से बाहर हो जाते हैं। यह खून को साफ करती है। ब्लाॅकेज होने से भी रोकती है।
स्त्रियों के लिए फायदेमंद
अनियमित मासिक स्राव , पेट दर्द और मरोड़, विलंबित पीरियड्स जैसी समस्याओं से बहुत सी महिलाएं जूझती हैं। ऐसे में अदरख के टुकड़े डालकर उबाला हुआ पानी अगर वे दिन में तीन बार पिएं तो काफी फायदा हो सकता है।