Giloy ke juice pine ke fayde: गिलोय के जूस पीने के 6 फायदे, महिलाओं के लिए है रामबाण औषधि, जानिए सेवन का तरीका
Giloy ke juice pine ke fayde: भारतीय आयुर्वेद में हजारों सालों से एक ऐसी औषधि का उपयोग होता आ रहा है जिसे अमृत की उपाधि दी गई है, जिसे गिलोय या अमृता कहते है। आइए जानते हैं गिलोय का जूस पिने के फायदे..
Giloy ke juice pine ke fayde: भारतीय आयुर्वेद में हजारों सालों से एक ऐसी औषधि का उपयोग होता आ रहा है जिसे अमृत की उपाधि दी गई है, जिसे गिलोय या अमृता कहते है। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में गिलोय को रसायन की श्रेणी में रखा गया है। ये उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करती हैं और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का कार्य करती हैं। गिलोय को जड़ी बूटियों की रानी भी कहा जाता है क्योंकि यह वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करने की क्षमता रखता है। आइए जानते है गिलोय के फायदे
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में उपयोगी
आज के प्रदूषण भरी आधुनिक जीवन में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती जा रही है। गलत खानपान और तनाव ने हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को काफी कमजोर कर दिया है। ऐसे में गिलोय एक वरदान की तरह काम करता है। गिलोय को प्रकृति का सबसे बेहतरीन इम्यूनिटी बूस्टर माना जाता है। गिलोय हमारे शरीर की रक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। यह हमारी white blood cells की गतिविधि को भी बढ़ाता है। व्हाइट ब्लड सेल्स यानी श्वेत रक्त कोशिकाएं हमारे शरीर में आने वाले वायरस, बैक्टीरिया और अन्य रोगाणुओं से लड़ते हैं।
बुखार और वायरल संक्रमण के लिए फायदेमंद
बुखार एक ऐसी समस्या है जो किसी को भी कभी भी हो सकती है। कभी कभी मौसम में बदलाव के कारण भी बुखार हो जाता है। गिलोय में एंटीपायरेटिक यानी बुखार कम करने वाले प्राकृतिक गुण होते हैं। यह सिर्फ सामान्य बुखार ही नहीं बल्कि पुराने से पुराने बुखार को भी ठीक करने की क्षमता रखता है। गिलोय का रस डेंगू के मरीजों के लिए बहुत लाभदायक होता है क्योंकि यह प्लेटलेट्स की संख्या को तेजी से बढ़ाने में मदद करता है।
पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में उपयोगी
शरीर में लगभग अधिकतर बीमारियां केवल पाचन तंत्र के सही न होने की वजह से होती है। अगर पाचन सही नहीं है तो शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती हैं। कब्ज, एसिडिटी, अपच जैसी दिक्कतें लगभग हर व्यक्ति को परेशान करती हैं। गिलोय इन सभी समस्याओं का एक रामबाण समाधान है।
मधुमेह (Diabetes) नियंत्रण में सहायता
मधुमेह यानी डायबिटीज आज के समय की एक बहुत बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। भारत में करोड़ों लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो धीरे-धीरे पूरे शरीर को प्रभावित करती है। ऐसे में ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी हो जाता है। गिलोय एक ऐसी प्राकृतिक औषधि है जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में बहुत मददगार साबित होती है।
पीलिया और एनीमिया में गिलोय का उपयोग
पीलिया यानी जॉन्डिस लीवर से जुड़ी एक समस्या है। इसमें त्वचा और आंखें पीली पड़ जाती हैं। यह तब होता है जब रक्त में बिलीरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है। पीलिया के मरीज को कमजोरी, थकान और भूख न लगने की शिकायत होती है। गिलोय पीलिया के इलाज में बहुत लाभकारी साबित होता है। गिलोय के ताजे पत्तों का रस पीलिया के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है।
महिलाओं के लिए गिलोय के विशेष लाभ
महिलाओं के शरीर की बनावट और हार्मोनल संरचना पुरुषों से अलग होती है। उन्हें कई ऐसी विशेष स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है जो पुरुषों में नहीं होतीं। मासिक धर्म और गर्भावस्था जैसे विभिन्न चरणों में उनके शरीर में कई बदलाव होते हैं। महिलाओं में पेट में ऐंठन, कमर दर्द और थकान जैसी समस्याओं के लिए गिलोय वरदान की तरह है।
गिलोय का सेवन कैसे करें
गिलोय को विभिन्न रूपों में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे लेने का सही तरीका यह है कि दो से तीन चम्मच गिलोय के जूस लें और इसे एक कप पानी में मिला दें। सुबह खाली पेट इसका सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है। गिलोय चूर्ण भी बहुत प्रभावी है। इसे आप घर पर गिलोय के सूखे तने को पीसकर बना सकते हैं। आधा चम्मच चूर्ण लें और इसे पानी के साथ दिन में दो बार लें।
गिलोय के तने के छोटे छोटे टुकड़े करें। इन टुकड़ों को पानी में डालकर अच्छे से उबालें। जब पानी आधा रह जाए तो इसे छान लें। ठंडा होने पर इस काढ़े को पीएं। काढ़े में गिलोय के सभी औषधीय गुण घुल जाते हैं।
डिस्क्लेमरः यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के लिए लिखी गई है। किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर उचित चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें। NPG.News इस लेख के लिए किसी भी जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।