Balooshahi recipe: हलवाई जैसी खस्ता और परतदार बालूशाही बनाइए घर में उपलब्ध सामान से, पढ़िए रैसिपी
Balooshahi recipe: आजकल कितनी ही तरह की आकर्षक मिठाइयां मार्केट में उपलब्ध हैं लेकिन फिर भी परंपरागत तरीके से हलवाई के हाथों से बनी एकदम खस्ता और परतदार बालूशाही आज भी लोग बहुत चाव से खाते हैं। आज हम बिल्कुल वैसी ही खस्ता बालूशाही बनाने की विधि आपको बता रहे हैं। बनेगी भी घर में ही उपलब्ध सामानों से। न खोवा खरीदने की टेंशन और न ही खराब होने का डर। इसे बनाने के लिए बस थोड़ा सा पेशेन्स चाहिए। धीमी-धीमी आंच पर अंदर तक सिंकी बालूशाही जब चाशनी में तर होकर निकलेगी, सबके मुंह में पानी आ जाएगा। तो आइए जानते हैं इसकी रैसिपी।
आपको ये सामान चाहिए होगा
- मैदा -4 कटोरी
- देसी घी -3/4 कटोरी ( मोयन देने के लिए)
- बेकिंग सोडा - एक चौथाई चम्मच से थोड़ा अधिक
- दही -आधी कटोरी
- शक्कर -3 कटोरी
घी या तेल तलने के लिये
1. एक गहरे बर्तन में मैदा लीजिए। इसमें बेकिंग सोडा, दही और पिघला हुआ देसी घी डालकर मिलाइये। अब सारी सामग्री को हल्के हाथों से एकसार कीजिए। ये छूने में कुछ-कुछ बालू (महीन रेत) जैसा हो जाएगा।
2. एक कटोरी गुनगुना पानी लीजिए। थोड़ा -थोड़ा पानी डालते हुए नरम आटा गूंथ लीजिये। इस स्टेज पर आपको थोड़ी सावधानी से काम करना होगा। आपको रोटी की तरह आटा नहीं गूंथना है। बस हल्के हाथों से मैदे को इकट्ठा कर लेना है। अब आटे को 20 मिनिट के लिये रख दीजिये।
3. बीस मिनट बाद आटे को ह्लके हाथों से गूंथ कर ठीक करना है। अब इससे छोटे - छोटे पेड़े बना लीजिए । अब अंगूठे से बीच में एक छेद बना लीजिए जैसा दही वड़े में होता है। सारे आटे से बालूशाही तैयार कर लीजिये।
4. तलने के लिये कढ़ाई में घी या तेल डालकर गरम कर लीजिए। आंच तेज न हो। अब तैयार बालूशाही को तल लीजिए। तलने के दौरान भी आंच तेज न हो। इसे शुरू में धीमे रखें। बाद में मीडियम कर बालूशाही को दोनों तरफ से गोल्डन ब्राउन होने तक तक तल लीजिये।
5. आंच तेज न करने का मकसद यह है कि धीमी आंच पर ही बालूशाही अन्दर से अच्छी तरह से सिक पायेंगी। सुनहरी तली हुई बालूशाही कड़ाही से निकाल कर प्लेट में रख लीजिये।
6. अब एक पैन में शक्कर निकालें और आपने तीन कटोरी शक्कर ली है तो उसका आधा यानी डेढ़ कटोरी पानी मिलाकर एक तार की चाशनी बना लीजिये।
7. अगर आपको चाशनी का तार समझने में दिक्कत आ रही हो तो एक छोटी कटोरी में पानी लेकर उसमें एक बूंद चाशनी डालिए। अगर चाशनी पानी में तुरंत फैल जाए तो आपको चाशनी को थोड़ा और पकाना है।और अगर चाशनी का एक बिंदु या गोला पानी में ठहर रहा है तो चाशनी तैयार है।
8. अब गैस बंद कर हल्की गरम चाशनी में बालूशाही डाल दीजिये। बालूशाही को 4-5 मिनिट तक डूबा रहने के बाद इन्हें सावधानी से एक-एक कर निकाल कर थाली में रख लीजिए। ठंडी होने दीजिए। बालूशाही पर चाशनी सूख कर चढ़ चुकी होगी और अंदर तक मिठास भर चुकी होगी।
9. आपकी खस्ता - परतदार बालूशाही बन कर तैयार है। आप इन्हें किसी भी एअर टाइट कन्टेनर में भरकर रखें। 15-20 दिन तक इन्हें आराम से स्टोर किया जा सकता है,बशर्ते बच्चे और बड़े इन्हें बचने दें तो।