Journalist Mukesh Murder Case: पढ़िये पत्रकार मुकेश हत्याकांड में आईजी सुंदरराज ने क्या किया खुलासा...

Journalist Mukesh Murder Case: पत्रकार हत्याकांड के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने ही मिलकर पत्रकार मुकेश चंद्रकार की राॅड से हमला कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने एक आरोपी को रायपुर और दो को बीजापुर से पकड़ा है।

Update: 2025-01-04 13:48 GMT

Journalist Mukesh Murder Case: बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्रकार हत्याकांड को लेकर बस्तर आईजी सुंदरराज पी. ने कई बड़े खुलासे किये हैं। बस्तर आईजी ने प्रेसवार्ता कर बताया कि हत्या में शामिल तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्रकार के एक भाई रितेश चंद्रकार को रायपुर एयरपोर्ट और दिनेश चंद्रकार व सुपरवाईजर महेन्द्र रामटेके को बीजापुर से धर-दबोचा गया। आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया है कि पत्रकार मुकेश चंद्रकार से परिवारिक संबंध होने के बावजूद भी उनके कामों में बाधा डाल रहा था। इसी का बदला लेने के लिए आरोपियों ने पत्रकार को अपने पास चट्टानपारा स्थित ठेकेदार सुरेश के बाड़े में भोजन के लिए बुलाये। इस दौरान आरोपी रितेश चंद्रकार द्वारा प्लानिंग के तहत सुपरवाईजर महेंन्द्र रामटेके के साथ मिलकर लोहे के राॅड से ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दिये। फिर उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए सेप्टिक टैंक में डाल दिये थे। आईजी सुंदरराज पी. ने मीडिया को बताया कि घटना में शामिल ठेकेदार सुरेश चंद्रकार फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। नीचे पढ़ें पूरा खुलासा...


जानिए घटनाक्रम

दरअसल, जिला बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्रकार (32 वर्ष) 1 जनवरी की रात लगभग 8.30 बजे अपने घर से लापता हो गए थे। इसकी शिकायत उनके बड़े भाई युकेश चंद्राकर ने थाना कोतवाली बीजापुर में 2 जनवरी 2025 की रात 7.30 बजे दर्ज कराई थी। सूचना पर तत्काल थाना कोतवाली बीजापुर में गुम इंसान क्रमांक 01/2025 दर्ज कर जांच में लिया गया।

पत्रकार मुकेश चंद्रकार के लापता होने की सूचना मिलने पर तत्काल ASP युलैंडन यार्क के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली बीजापुर निरीक्षक दुर्गेश शर्मा समेत अन्य अधिकारियों की 3 टीम का गठन कर जाँच शुरू की गई।

लास्ट लोकेशन के आधार पर पहुंची पुलिस

जांच के दौरान मुकेश चंद्रकार के रिश्तेदार, मीडिया साथियों से मुकेश चन्द्रकार के गुम होने के सबंध में पूछताछ किया गया। साथ ही पूछताछ पर संदेह में आए व्यक्तियों की CDR एवं लोकेशन लिये गये। पत्रकार के लास्ट लोकेशन के आधार पर 2 जनवरी की रात में ही चट्टान पारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा के सभी रूम को खुलवाकर चेक किया गया। तकनीकी साक्ष्य एवं पूछताछ के माध्यम से अलग-अलग जगहों पर खोजबीन की गई।

हाथ में बने टेटू से शव का शिनाख्त

3 जनवरी को मुकेश चन्द्रकार के सकुशल पतासाजी के हरसंभव प्रयास किये गये। पुलिस द्वारा अनहोनी की आशंका को भापते हुऐ ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़ा में बने बैडमिंटन कोर्ट के नये फ्लोरिंग हुए सेप्टीक टैंक को देखकर संदेह हुआ। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुऐ दोपहर लगभग 2:30 बजे तहसीलदार एवं एफएसएल टीम की मौजूदगी में नये फ्लोरिंग स्थान को जेसीबी की मदद से तोड़कर पुराने संरचना में से टैंक के ढक्कन को खोला गया। इस दौरान सेप्टीक टेंक के अंदर एक शव मिला। हाथ में बने टेटू से शव का शिनाख्त पत्रकार मुकेश चन्द्रकार के रूप में की गई।

सिर, पीठ, पेट एवं सीने में जख्म के निशान  

फॉरेंसिक टीम द्वारा शव पंचनाम के दौरान प्रथम दृष्टया से पाया गया कि सिर, पीठ, पेट एवं सीने में कठोर एवं ठोस हथियार से वार कर हत्या की गई थी। शव पंचनामा के पश्चात 4 जनवरी को पोस्टमार्टम कार्रवाई की गई। प्रकरण में थाना बीजापुर में अपराध क्रमांक 01/2025, बीएनएस की धारा 103, 238, 61, 3(5) के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। साथ ही 3 जनवरी को घटना के संदेही को पकड़ने हेतु गठित 1 टीम को रायपुर के लिए भेजा गया। घटना के संदेही रितेश चन्द्रकार को रायपुर एयरपोर्ट से पकड़ा गया और अन्य संदेही महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार को बीजापुर से पकड़ा गया।

घटना के आरोपी रितेश चन्द्रकार, महेन्द्र रामटेके (सुपरवाईजर) एवं दिनेश चन्द्रकार से पूछताछ की जा रही है। आरोपी ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीम बनाकर घेराबंदी की जा रही है।

पूछताछ और जांच 

अभी तक की पूछताछ और जांच में यह बातें खुलकर आई है कि पत्रकार मुकेश चन्द्रकार और रितेश चन्द्रकार रिश्ते में भाई लगते थे तथा पारिवारिक एवं सामाजिक विषयों को लेकर आपस में बातचीत होते रहती थी। घटना वाले दिन 1 जनवरी की रात को लगभग 8 बजे मुकेश चन्द्रकार एवं आरोपी रितेश चन्द्रकार के बीच मोबाइल पर बातचीत हुई। जिसके बाद मुकेश चन्द्रकार एवं आरोपी रितेश चन्द्रकार बीजापुर की चट्टानपारा स्थित ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में पहुंचे और रात का भोजन करने लगे। इसी दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारा मृतक मुकेश चन्द्रकार से पारिवारिक सबंध होने के बावजूद हमारे कामधाम में सहयोग की बजाय बाधा डालने की बात को लेकर बहस हुई।

शव को ठिकाने लगाने सेप्टीक टैंक में डाल दिये

इस दौरान आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारा सुनियोजित तरीके से बाड़े में उपस्थित उनके सुपरवाईजर महेन्द्र रामटेके के साथ मिलकर मुकेश चन्द्रकार के सिर, छाती, पेट एवं पीठ पर लोहे के रॉड से वार किया । दोनो आरोपियों के द्वारा किये गये हमले से मुकेश चन्द्रकार की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई । मृत्यु के पश्चात उसके शव को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से शरीर को पास के सेप्टिक टैंक में डाल दिये और उसे स्लेब के ढक्कन से बंद कर दिया।

आरोपी रितेश चन्द्रकार द्वारा अपने बड़े भाई दिनेश चन्द्रकार जो जगदलपुर में अपने बड़े भाई सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य परिजनों के साथ मौजूद था, उनसे संपर्क कर घटना के बारे में जानकारी देकर बोदली की ओर रवाना हुए। इस दौरान दिनेश चन्द्रकार द्वारा तुरंत जगदलपुर से निकलकर बोदली पहुंचा। रितेश चन्द्रकार, महेन्द्र रामटेके एवं दिनेश चन्द्रकार की मुलाकात बोदली में हुई और घटना के सबंधित साक्ष्यों को मिटाने हेतु साजिश रची गई।

आरोपी रितेश चन्द्रकार, महेन्द्र रामटेके एवं दिनेश चन्द्रकार द्वारा प्रयुक्त हथियार एवं मृतक के मोबाइल को ठीकाने लगाने के लिए अलग-अलग जगह गये। जिसके बाद रितेश चन्द्रकार द्वारा अपने बड़े भाई दिनेश चन्द्रकार को सेप्टीक टेंक को प्लास्टर करने बताकर अपने बड़े भाई ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार के वाहन से रायपुर के लिए रवाना हो गया। रितेश चन्द्रकार 2 जनवरी की शाम को रायपुर से नई दिल्ली के लिए निकल गया।

2 जनवरी की सुबह आरोपी दिनेश चन्द्रकार द्वारा चट्टान पारा स्थित सुरेश चन्द्रकार के बाड़े में स्थित घटनास्थल में सेप्टीक टेंक (जहां पर मृतक मुकेश चन्द्रकार के शव को हत्या कर छुपाया गया) की सिमेंट फ्लोरिंग नये सिरे से की। इस प्रकरण में अब तक कुल तीन आरोपी रितेश चन्द्रकार, दिनेश चन्द्रकार व महेन्द्र रामटेके को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है।

SIT का गठन

आईजी बस्तर रेंज द्वारा पत्रकार की हत्या के प्रकरण में जिला बीजापुर के कोतवाली थाना में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 01/2025 की अग्रिम विवेचना हेतु मयंक गुर्जर(IPS) के नेतृत्व में गठित की गई 11 सदस्यीय SIT को सौंपा गया है। प्रकरण के फरार आरोपी ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार की गिरफ्तारी के लिए 4 पुलिस की टीम को संभावित Locations पर घेराबंदी की जा रही है।

आईजी सुंदरराज पी. द्वारा बताया गया कि पत्रकार मुकेश चन्द्रकार की हत्या के प्रकरण में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जायेगा। जांच हेतु गठित SIT टीम द्वारा साईटिफिक एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर विवेचना कर जल्द से जल्द न्यायालय में अभियोजन हेतु चार्ज रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।

बैंक खातों को होल्ड

बता दें कि ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार एवं अन्य आरोपियों के समस्त संपत्तियों एवं बैंक खातों के सबंध में सम्पूर्ण जानकारी पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा खंगाला जा रहा है। विगत 4 घंटे में सुरेश चन्द्रकार के तीन बैंक खातों को होल्ड कराया गया है, अन्य खातों के सबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। साथ साथ ठेकेदार सुरेश चन्द्रकार द्वारा अवैध तरीके से निर्माण की गई Construction Yard को भी ध्वस्त किया गया ।

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