Sukma School News: स्कूल में 426 बच्चों के खाने में जहर मिलाने वाला शिक्षक गिरफ्तार, हाई कोर्ट के तेवर के बाद एक्शन में आई पुलिस, CJ ने कलेक्टर और चीफ सिकरेट्री को किया तलब

Sukma School News: सुकमा जिले के पाकेला आवासीय पोटाकेबिन में बच्चों की सब्जी में फिनायल मिलने के मामले में पुलिस ने शिक्षक को हिरासत में लिया है। इसके अलावा 15 जिम्मेदारों को नोटिस में भेजा गया है।

Update: 2025-08-27 05:36 GMT

Chhattisgarh High Court 

Sukma School News: सुकमा। सुकमा जिले के पाकेला आवासीय पोटाकेबिन में बच्चों की सब्जी में फिनायल मिलने के मामले में पुलिस ने शिक्षक को हिरासत में लिया है। इसके अलावा 15 जिम्मेदारों को नोटिस में भेजा गया है। मामले में कांग्रेस ने बस्तरिया राज मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ विद्यालय के सामने धरना भी दिया है।

सुकमा जिले के छिंदगढ़ इलाके के पाकेला आवासीय पोटाकेबिन विद्यालय में 21 अगस्त को 426 बच्चों के लिए बींस की सब्जी बनाई गई थी। उसमें काफी तौर पर फिनायल मिला दी गई थी। भोजन परोसने से पहले चखने की प्रक्रिया के दौरान चम्मच जैसे ही मुंह तक गया फिनायल की तेज गंध आई। जिसके बाद सब्जी परोसने से रोक दी गई। हॉस्टल के अधीक्षक और अनुदेशकों की सजगता के चलते बच्चों की जान बच गई।

हॉस्टल अधीक्षक दुजाल पटेल के अनुसार 21 अगस्त की रात बींस की 48 किलो सब्जी बनाई गई थी। अगर समय रहते गंध का पता नहीं चलता तो 426 मासूम बच्चों की जान पर खतरा मंडरा सकता था। मामले की जानकारी लगने पर सुकमा कलेक्टर देवेश ध्रुव ने 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की। जांच टीम में शामिल एसडीएम सूरज कश्यप,डीएमसी उमाशंकर तिवारी और एसपीसी आशीष राम ने मौके पर पहुंच कर जांच की। कई बच्चों ने इस दौरान स्कूल के एक शिक्षक पर आरोप लगाया। एक बच्चे ने मुंह पर गमछा बांधे एक व्यक्ति को देखा भी था जिसने सब्जी में कुछ मिलाया था।

कलेक्टर ने इस मामले में जांच के बाद एफआईआर के निर्देश दिए थे। वही यह मामला मीडिया में आते ही पूरे प्रदेश में तहलका मच गया। इस मामले ने पूरे राज्य को हिला कर दिया है। कलेक्टर के एफआईआर के निर्देश के बाद पाकेला पोटाकेबिन स्कूल में पदस्थ शिक्षक धनंजय साहू को पुलिस ने हिरासत में लिया है। वही संदेह शिक्षक धनंजय साहू का कहना है कि पोटाकेबिन हॉस्टल के अधीक्षक उनसे रंजिश रखते है,इसलिए उन्हें जानबूझकर झूठा फंसाया गया है। बहरहाल पुलिस हर एंगल से घटना की जांच कर रही है।

हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने लिया संज्ञान

हाई कोर्ट ने इसे घोर लापरवाही मानते हुए चीफ सिकरेट्री और कलेक्टर से शपथ पत्र मांगा है। चीफ सिकरेट्री को निगरानी करने का आदेश देते हुए कलेक्टर की मॉनिटरिंग में जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। मामले को स्वतः संज्ञान में लेते हुए चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा की डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई। उन्होंने मंगलवार को जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान व्यवस्था पर गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि पहले बलौदा बाजार जिले के सरकारी स्कूल में कुत्ते का जूठा भोजन बच्चों को परोस दिया गया, उसके बाद अब फिनायल मिला भोजन बच्चों की थाली में परोस दिया गया। राज्य के स्कूलों में इस समय चल क्या रहा है। चीफ जस्टिस ने तल्ख लहजे में कहा कि यह कोई छोटी मोटी नहीं बल्कि बहुत बड़ी लापरवाही है। यदि कैजुअल्टी हो जाती तो हालात संभालना मुश्किल हो जाता। उन्होंने मुख्य सचिव को मौके पर जाकर व्यवस्था देखने के निर्देश दिए इसके साथ ही कलेक्टर को अपनी मॉनिटरिंग में जांच कर यह पता करने को कहा कि आखिर घटना का जिम्मेदार कौन है? पूरी घटना की जांच कर शपथ पत्र में विस्तृत विवरण चीफ जस्टिस ने मांगा है।

शिक्षामंत्री ने DEO को मौके में जाने के दिए निर्देश

नव नियुक्त शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने घटना को गंभीरता से लिया है उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को मौके पर जाकर वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के लिए कहा है। इसके अलावा सुकमा कलेक्टर को निर्देशित किया है कि यह आपराधिक मामला है, इसमें पुलिस में अपराध दर्ज करवाई जाए। पुलिस से जांच करवाते हुए जिम्मेदारों पर कड़ी कार्यवाही की जाए, इसमें किसी को भी बक्शा नहीं जाए।

वही कलेक्टर देवेश ध्रुव ने छिंदगढ़ बीईओ, बीआरसी, पोटाकेबिन अधीक्षक व सहायक अधीक्षक समेत 15 अधिकारियों को नोटिस जारी किया है।

विपक्ष का प्रदर्शन

विपक्षी दल कांग्रेस में बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ बताते हुए सरकार को घेरा है। बस्तरिया राज मोर्चा के कार्यकर्ताओं के साथ स्कूल के सामने धरना देते हुए कांग्रेस ने इसे बच्चों की जिंदगी के साथ खुलेआम खिलवाड़ बताया है। वही बच्चों से नहीं मिलने देने पर मुख्य सड़क पर चक्काजाम कर दिया। जाम की सूचना मिलने पर एसडीएम मौके पर पहुंचे और चार सदस्यीय दल को बच्चों से मिलने की अनुमति दी। 

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