CG Train Accident: CG ट्रेन हादसा: नए डीआरएम ने ज्वाइनिंग से किया इंकार, सचिव को पत्र लिखकर ये कहा

CG Train Accident:– ट्रेन हादसे के बाद पुराने डीआरएम को हटा दिया गया है। वही नए डीआरएम पश्चिम रेलवे के सीएसई उमेश कुमार ने पारिवारिक कारणों का हवाला दे बिलासपुर में ज्वाइनिंग से इंकार कर दिया है।

Update: 2025-12-14 03:19 GMT

DRM Umesh Kumar Ne Kiya Joining Se Inkar: बिलासपुर। बिलासपुर के लालखदान के पास हुए भीषण ट्रेन हादसे के बाद बिलासपुर रेल मंडल के डीआरएम समेत चार अफसरों को हटा दिया गया था। बिलासपुर रेल मंडल के डीआरएम राजमल खोईवाल को भी हटाकर उनकी जगह पश्चिम रेलवे के चर्चगेट मुंबई में पदस्थ चीफ सिग्नल इंजीनियर उमेश कुमार को डीआरएम बना कर बिलासपुर रेल मंडल भेजा गया। पर उन्होंने ज्वाइनिंग से ही इनकार कर दिया है। उन्होंने बेटे की पढ़ाई और पत्नी की नौकरी जैसे व्यक्तिगत और पारिवारिक कारण बता रेलवे बोर्ड के सचिव को पत्र लिख पश्चिम रेलवे में ही काम करने की इच्छा जताई है। साथ ही उन्होंने बिलासपुर आने में असमर्थता जताते हुए मना कर दिया है।

बिलासपुर के लालखदान के पास गेवरा–मेमू पैसेंजर मालगाड़ी से टकरा गई थी। हादसे में ट्रेन के लोको पायलट समेत 12 की मौत हो गई थी और बीस लोग घायल हो गए थे। कोरबा-बिलासपुर मेमू हादसे की जांच कोलकाता से आए रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने की थी। सीआरएस रिपोर्ट आने के बाद रेलवे बोर्ड ने 11 दिसंबर को तबादला आदेश जारी कर वर्तमान डीआरएम राजमल खोईवाल की जगह पश्चिम रेलवे,चर्चगेट मुंबई में पदस्थ मुख्य सिग्नल एवं दूसरसंचार इंजीनियर उमेश कुमार को डीआरएम नियुक्त किया गया था।

लेकिन उमेश कुमार ने पारिवारिक कारणों,पत्नी की नौकरी और बेटे की पढ़ाई का हवाला देते हुए नई जिम्मेदारी संभालने में खुद को असमर्थ बताया। रेलवे बोर्ड के सचिव को लिखे गए पत्र में उन्होंने कहा है कि उनका बेटा वर्तमान में 10वीं कक्षा के मध्य सत्र में है और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर रहा है। ऐसे महत्वपूर्ण समय में परिवार को शिफ्ट करने से बेटे की पढ़ाई और तैयारी पर नकारात्मक असर पड़ेगा। उन्होंने यह भी बताया है कि उनकी पत्नी भी कार्यरत हैं, जिससे इस समय स्थानांतरण व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है।

बोर्ड से आदेश रद्द करने का अनुरोध:

उमेश कुमार ने रेलवे बोर्ड से अनुरोध किया है कि उनके बिलासपुर डीआरएम पद के ट्रांसफर आदेश को रद्द किया जाए और उन्हें पश्चिम रेलवे में ही बने रहने की अनुमति दी जाए। उन्होंने लिखा है कि इस कदम से उनके शैक्षणिक और व्यक्तिगत उद्देश्यों के लिए परिवार की स्थानांतरित करने के लिए समस्याएं उत्पन्न होंगी। इस पत्र की प्रतिलिपि रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ तथा पश्चिम रेलवे के जीएम को भी विचार के लिए भेजी गई है।

11 माह पहले ही किया ज्वाइन,समय से पहले ट्रांसफर:

बिलासपुर डीआरएम राजमल खोईवाल ने 11 माह पहले ही एसईसीआर के बिलासपुर के डीआरएम का पदभार ग्रहण किया था। रेलवे बोर्ड की गाइडलाइन के अनुसार उनका कार्यकाल दो साल का था। पर ट्रेन हादसे के बाद अचानक उनका तबादला आदेश जारी कर दिया गया।

नए आदेश तक बने रहेंगे डीआरएम:

पश्चिम रेलवे के सीएसई उमेश कुमार के द्वारा पदभार ग्रहण नहीं करने के बाद अब तक रेलवे बोर्ड ने नया डीआरएम किसे बनाया जाए,इसका आदेश नहीं निकाला है। जिसके चलते नए डीआरएम की नियुक्ति तक राजमल खोईवाल ही पद पर बने रहेंगे।

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