CG Patwari Arrested: रिश्वतखोर दो पटवारी गिरफ्तार, ACB ने घूस लेते दो पटवारी समेत तीन को रंगे हाथ पकड़ा
छत्तीसगढ़ में रिश्वतखोर दो पटवारी समेत 3 लोगो को एसीबी की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है। आरोपी दोनों पटवारी काम के एवज में रिश्वत ले रहे थे। एसीबी ने ट्रैप कर दोनों को पकड़ा है...
CG Patwari Arrested: अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एसीबी की टीम ने रिश्वतखोर दो पटवारी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए दोनों पटवारी किसान काम के एवज में रिश्वत ले रहे थे। इसी दौरान एसीबी की टीम ने उन्हें रंगे हाथ पकड़ा है। एसीबी की इस कार्रवाई के बाद सरगुजा में हड़कंप मच गया। गिरफ्तार दोनों पटवारियों का नाम हेमंत कुजूर, नीरज वर्मा है। जानिए नीचे डिटेल्स...
दरअसल, पीड़ित राजेश कुमार पटेल, निवासी बरतीकला, तहसील वाड्रफनगर, जिला बलरामपुर-रामानुजगंज द्वारा एन्टी करप्शन ब्यूरो अम्बिकापुर में शिकायत दी कि उनकी निजी भूमि पर मकान निर्माण हेतु सीमांकन कराने के लिये आरोपी पटवारी हेमंत कुजूर से संपर्क किया। पटवारी के द्वारा 10,000 रूपये रिश्वत की मांग की गई थी।
आरोपी पटवारी द्वारा प्रार्थी से 2000 उसी समय ले लिया गया एवं शेष 8000 की व्यवस्था कर बाद में देने को कहा गया।
पीड़ित रिश्वत नहीं देना चाहता था बल्कि आरोपी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। आज ट्रेप आयोजित कर प्रार्थी से पटवारी हेमंत कुजूर को शेष राशि 8,000 रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा गया।
आरोपी को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 7 पीसीएक्ट 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।
इधर सरगुजा में भी पटवारी गिरफ्तार
शिकायतकर्ता पवन कुमार पाण्डेय, निवासी त्रिकोण लुण्ड्रा ने एन्टी करप्शन ब्यूरो अम्बिकापुर में शिकायत दी कि उनके द्वारा कय की गई भूमि की रजिस्ट्री उपरांत उसका नाम राजस्व अभिलेखों में संशोधित कराने हेतु आरोपी पटवारी नीरज वर्मा से संपर्क किया। पटवारी के द्वारा 10,000 रूपये रिश्वत की मांग की गई।
प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता था बल्कि आरोपी को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़वाना चाहता था। शिकायत सत्यापन दौरान मोलभाव कर 7,000 रूपये में सहमति बनी। आज ट्रेप आयोजित कर प्रार्थी से पटवारी नीरज वर्मा एवं उनके सहयोगी करमू राम को 7,000 रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ा गया।
दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध धारा 7 एवं 12 पीसीएक्ट 1988 (संशोधित अधिनियम 2018) के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जा रही है।