IPS Pradeep Gupta Biography in Hindi: आईपीएस प्रदीप गुप्ता का जीवन परिचय( जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस प्रदीप गुप्ता?

IPS Pradeep Gupta Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth:– आईपीएस प्रदीप गुप्ता छत्तीसगढ़ कैडर के 1995 बैच के आईपीएस है। वे मूलतः छत्तीसगढ़ के ही रहने वाले हैं। आईआईटी से बीटेक करने के बाद यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस बने है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के अलावा विदेश में भी उन्होंने सेवा दी है।

Update: 2024-06-06 16:54 GMT

IPS Pradeep Gupta

( IPS Pradeep Gupta Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth )

एनपीजी। छत्तीसगढ़ कैडर के 1995 बैच के आईपीएस प्रदीप गुप्ता छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के ही रहने वाले हैं। रायपुर से स्कूलिंग पूरी करने के बाद दिल्ली आईआईटी से बीटेक कर यूपीएससी उन्होंने निकाली है। प्रदेश के तीनों महत्वपूर्ण व पुराने रायपुर,बिलासपुर व दुर्ग रेंज के आईजी रह चुके हैं। बेदाग छवि के आईपीएस प्रदीप गुप्ता को विशिष्ट सेवाओं के लिए पुलिस पदक से भी सम्मानित किया गया है। आइए जानते हैं उनके बारे में...

जन्म और शिक्षा:–

प्रदीप गुप्ता छत्तीसगढ़ कैडर के 1995 बैच के आईपीएस है। वे मूलतः छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रहने वाले है। उनका जन्म 15 जुलाई 1971 को हुआ है। उनके पिता कॉलेज में प्रोफेसर थे। रायपुर से स्कूलिंग पूरी करने के बाद दिल्ली आईआईटी से बीटेक कंप्लीट प्रदीप गुप्ता ने किया है। बीटेक के बाद प्रदीप गुप्ता ने टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस में जॉब की शुरुआत की। जॉब करते-करते उन्हें लगा कि यूपीएससी की तैयारी उन्हें करनी चाहिए। फिर उन्होंने यूपीएससी क्रैक कर आईपीएस में सलेक्शन लिया।

प्रोफेशनल कैरियर:–

प्रदीप गुप्ता ने 5 सितंबर 1996 को आईपीएस की सर्विस ज्वाइन की। प्रोबेशनर के तौर पर उनकी पहली पोस्टिंग महाकाल की नगरी उज्जैन में हुई। वे मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में एसपी रहे। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में भी एसपी रहे। इस दौरान यहां छठ घाट में हुए बहुचर्चित रवि– स्वीटी हत्याकांड का खुलासा किया।

प्रदेश के तीनों महत्वपूर्ण रेंज बिलासपुर, रायपुर व दुर्ग के आईजी रहे। रायपुर आईजी रहते उन्होंने मिशन सिक्योर सिटी के तहत पूरी राजधानी को व्यापारिक प्रतिष्ठानों के सहयोग से सीसीटीवी कैमरों से लैस करवाया। इसके अलावा साइबर एक्सपर्ट के रूप में भी प्रदीप गुप्ता की पहचान पुलिस विभाग में है। बिलासपुर आईजी रहते लोकसभा चुनाव के समय बिलासपुर का चर्चित विराट अपहरण कांड हो गया था। चुनाव की व्यस्तताओं के बीच अभियान चला कर पांच वर्षीय बालक विराट को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। किडनैपिंग कर के रखे गए मौके पर खुद आईजी प्रदीप गुप्ता गए थे। दुर्ग रेंज में आईजी रहते हाई प्रोफाइल मर्डर केस अभिषेक मिश्रा को उनके सुपरविजन में सुलझाया गया। इस मामले के आरोपियों को अदालत ने भी दोष सिद्ध कर सजा दी। इस केस को सुलझाने के लिए पुलिस को करोड़ों फोन कॉल्स डिटेक्ट करने पड़े।

आईपीएस प्रदीप गुप्ता 2009 में डेपुटेशन पर मैंगनीज ओर इंडिया लिमिटेड नागपुर गए थे। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र संघ के अंतर्गत सर्बिया देश के अशांति ग्रस्त क्षेत्र कोसोवा में भी दुनिया भर के टॉप पुलिस ऑफिसर्स के साथ सेवा दी है। बिलासपुर आईजी के बाद में पुलिस हेडक्वार्टर में आईजी प्रशासन के पद पर रहे। इसके बाद संचालक लोग अभियोजन बने। एफएसएल की जवाबदारीभी प्रदीप गुप्ता ने सम्हाली है। पुलिस महानिरीक्षक सीआईडी भी बने। एडीजी के पद पर प्रमोशन पाने के बाद किस महानिदेशक वित्त, योजना प्रबंध,एवं तकनीकी सेवाएं, ट्रैफिक व रेलवे के एडीजी के पद पर है। विशिष्ट सेवाओं के लिए प्रदीप गुप्ता को पुलिस पदक प्रदान किया गया है।

हॉबिस:–

आईपीएस प्रदीप गुप्ता को घूमने– फिरने, फोटोग्राफी और कविता लिखने का शौक है।

Full View

Tags:    

Similar News