IPS बर्खास्तः व्यापारी आत्महत्या मामले में शासन ने आईपीएस को बर्खास्त करने की भेजी थी रिपोर्ट, गृह मंत्रालय की कार्रवाई

Update: 2023-06-24 11:52 GMT

लखनऊ। 2014 बैच के आईपीएस मणिलाल पाटीदार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बर्खास्त कर दिया है। उन पर महोबा में व्यापारी की आत्महत्या के मामले में वसूली का आरोप लगा था। मामले में पाटीदार को बर्खास्त करने की रिपोर्ट राज्य सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी थी। 

मालूम हो कि 8 सितंबर 2020 में महोबा के करवई थाना क्षेत्र के व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने तत्कालीन महोबा एसपी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया थी। पोस्ट में व्यापारी ने एसपी मणिलाल पर छह लाख की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। साथ ही प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया था। वीडियो वायरल होने के एक दिन बाद इंद्रकांत त्रिपाठी अपनी कार में घायल हालत में मिले। उनके गले पर गोली लगी थी। इलाज के लिए उन्हें कानपुर के रीजेंसी अस्पताल लाया गया था। अस्पताल में उपचार के दौरान 13 सितंबर को मौत हो गई।

व्यापारी के भाई ने एसपी पाटीदार को मौत का जिम्मेदार बता कर थाना कबरई में एफआईआर दर्ज कराई थी। 11 सितंबर 2020 को शासन के निर्देश पर पुलिस ने मणिलाल पाटीदार, कबरई थाने के प्रभारी देवेंद्र शुक्ला, कॉन्स्टेबल अरुण यादव और दो व्यापारियों पर आईपीसी की धारा 302 के तहत केस दर्ज किया। यूपी सरकार ने एसआईटी का गठन किया, जिसमें आत्महत्या की पुष्टि हुई और इसके बाद आईपीसी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप) में मामला दर्ज किया गया।

9 सितंबर 2020 को निलंबित किया गया था। 15 अक्टूबर को लखनउ की कोर्ट में आत्मसमर्पण किया और फिर उन्हें जेल भेजा गया। अभी वो जेल में ही बंद है। 

Tags:    

Similar News