IAS vs IPS Power: IAS बड़ा होता है या IPS? कौन है ज्यादा पावरफुल, क्या है दोनों के अधिकार? जानिए सैलरी, सुविधाएं और जिम्मेदारीरों के बारे में

IAS vs IPS Power: जानिए IAS और IPS में कौन बड़ा होता है, दोनों की पावर, सैलरी, सुविधाएं और जिम्मेदारियां क्या हैं।

Update: 2025-10-29 07:22 GMT

IAS vs IPS Power: भारत में IAS और IPS दोनों ही सबसे प्रतिष्ठित नौकरियों में गिने जाते हैं। हर साल लाखों स्टूडेंट्स UPSC परीक्षा देकर इन सेवाओं में जगह बनाने का सपना देखते हैं। अक्सर लोगों के मन में सवाल उठता है कि आखिर IAS बड़ा होता है या IPS? दोनों ही अफसर देश की सेवा करते हैं, लेकिन उनके काम और अधिकारों में बड़ा फर्क होता है। आइये जानते हैं तफ्सील से...

कौन होता है IAS?
IAS (Indian Administrative Service) यानी भारतीय प्रशासनिक सेवा इसे देश के प्रशासनिक स्ट्रक्चर की रीढ़ कहा जाता है। IAS अधिकारी नीति निर्माण से लेकर उनके क्रियान्वयन तक की ज़िम्मेदारी संभालते हैं।
IAS अधिकारी के मुख्य काम
जिले में कलेक्टर या जिलाधिकारी (DM) बनकर प्रशासन की कमान संभालना
सरकारी योजनाओं को लागू कराना
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और अन्य विभागों के साथ समन्वय करना
राज्य और केंद्र स्तर पर नीतिगत फैसले लेना
IAS अधिकारियों की नियुक्ति UPSC सिविल सेवा परीक्षा के जरिए होती है।
कौन होता है IPS?
IPS (Indian Police Service) यानी भारतीय पुलिस सेवा यह देश की सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था का सबसे अहम स्तंभ है। IPS अधिकारी अपराध रोकने, अपराधियों को पकड़ने और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम करते हैं।
IPS अधिकारी के मुख्य काम
अपराध और दंगे रोकना
राज्य व जिले की कानून-व्यवस्था बनाए रखना
ट्रैफिक, VIP सुरक्षा और खुफिया जानकारी की देखरेख
BSF, CRPF, IB जैसी सुरक्षा एजेंसियों में नेतृत्व की भूमिका
IPS अधिकारी भी UPSC परीक्षा के ज़रिए चुने जाते हैं।
IAS और IPS में पावर का फर्क
किसी जिले में IAS अधिकारी DM (District Magistrate) होता है और IPS अधिकारी SP या SSP (Superintendent of Police)। प्रशासनिक नजरिये से DM यानी IAS, SP से सीनियर होता है यानी जिले में IAS की रैंक ऊपर होती है। लेकिन जब बात कानून-व्यवस्था या सुरक्षा की आती है, तो IPS की भूमिका अहम् हो जाती है। दोनों के बीच संतुलन और समन्वय ही प्रशासन को सुचारू रूप से चलाता है।
सैलरी और सुविधाएं
IAS और IPS दोनों को 7वें वेतन आयोग के तहत समान बेसिक सैलरी और सुविधाएं मिलती हैं।
IAS अधिकारी: शुरुआती वेतन ₹56,100 से लेकर कैबिनेट सेक्रेटरी बनने पर ₹2.5 लाख तक
IPS अधिकारी: शुरुआती वेतन ₹56,100 से लेकर DGP स्तर पर ₹2.25 लाख तक
दोनों को सरकारी आवास, गाड़ी, सुरक्षा, स्टाफ और अन्य भत्ते भी दिए जाते हैं।
IAS और IPS साथ कैसे काम करते हैं
किसी जिले में IAS और IPS दोनों मिलकर प्रशासन और कानून-व्यवस्था संभालते हैं।
IAS जिला प्रशासन के मुखिया के रूप में निर्णय लेते हैं, जबकि IPS पुलिस बल का नेतृत्व करता है।
किसी संकट, दंगे या बड़े सरकारी निर्णय के दौरान दोनों की टीमवर्क सबसे महत्वपूर्ण होती है।
Tags:    

Similar News