IAS Vinit Nandanwar Biography in Hindi: आईएएस विनीत नंदनवार का जीवन परिचय (जीवनी), जानिए कौन है छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस विनीत नंदनवार?...

IAS Vinit Nandanwar Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: आईएएस विनीत नंदनवार छत्तीसगढ़ कैडर के 2013 बैच के आईएएस हैं। वे मूलतः भी छत्तीसगढ़ से ही है। मां दंतेश्वरी के अनन्य भक्त विनीत ग्रेजुएशन के बाद अपने चौथे प्रयास में आईएएस बने है। देश की राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू भी नंदनवार को पुरस्कृत कर चुकी है। वर्तमान में वे ब्रेवरेज कॉरपोरेशन के एमडी हैं।

Update: 2024-05-13 16:21 GMT

IAS Vinit Nandanwar

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एनपीजी। विनीत नंदनवार छत्तीसगढ़ कैडर के 2013 बैच के आईएएस अफसर हैं। वे मूलतः छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के जगदलपुर के रहने वाले हैं। बीएससी के बाद आईएएस बने विनीत नंदनवार के खाते में राष्ट्रपति पुरस्कार के अलावा कई राष्ट्रीय पुरस्कार है। टॉप टेन ब्यूरोक्रेटस ऑफ इंडिया में भी विनीत नंदनवार का नाम शामिल है। आइए जानते हैं उनके बारे में...

जन्म और परिवार:–                                                                                                                                                                                                                                                    


Full View


विनीत नंदनवार छत्तीसगढ़ कैडर के 2013 बैच के आईएएस हैं। उनका जन्म 24 फरवरी 1984 को जगदलपुर के महारानी अस्पताल में हुआ है। वे छत्तीसगढ़ के जगलपुर के रहने वाले है। उनके पिता का गल्ले का व्यवसाय था। विनीत चार भाइयों में सबसे बड़े है। विनीत के चाचा ओमप्रकाश नंदनवार से उन्हे आईएएस बनने की प्रेरणा मिली।

शिक्षा:–

विनीत की शुरुआती शिक्षा बाल विहार विद्यालय जगदलपुर से हुई। यहां उन्होंने छठवीं तक की शिक्षा ग्रहण की। फिर सातवीं से बारहवीं तक बस्तर हायर सेकेंडरी स्कूल से पढ़ाई की। दसवीं में विनीत के 71% थे। बारहवीं विनीत ने भौतिकी,रसायन व जीव विज्ञान विषयों से उत्तीर्ण की। बारहवीं में विनीत का 76% था। बारहवीं के बाद विनीत ने जगदलपुर पीजी कॉलेज से बीएससी किया।

यूपीएससी में सलेक्शन:–

बीएससी करने के बाद बालकों में अप्रेंटिसशिप के लिए विनीत गए। इसी दौरान पंचायत द्वारा की जाने वाली शिक्षाकर्मी भर्ती के लिए भी विनीत ने प्रयास किया पर उनका चयन नहीं हो पाया। फिर विनीत दिल्ली चले गए। अपने पहले व दूसरे प्रयास में विनीत का यूपीएससी का प्री भी नही निकला। तीसरे प्रयास में प्री निकला पर मेंस निकाल कर इंटरव्यू तक नहीं पहुंच सके। पर चौथे प्रयास में विनीत ने प्री,मेंस व इंटरव्यू क्लियर करते हुए 227 वां रैंक हासिल किया। और विनीत का चयन आईएएस के लिए हो गया। उन्हें गृह राज्य छत्तीसगढ़ कैडर एलॉट हुआ।

प्रोफेशनल कैरियर:–

विनीत नंदनवार ने 2 सितंबर 2013 को आईएएस की सर्विस शुरू की। उन्हें फील्ड ट्रेनिंग के लिए पहली पोस्टिंग बिलासपुर जिले में सहायक कलेक्टर की मिली। बिलासपुर के बाद विनीत रायगढ़ जिले के घरघोड़ा एसडीएम बने। इस दौरान उन्होंने रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण में अच्छा काम किया। रायगढ़ के बाद विनीत नंदनवार सीईओ जिला पंचायत धमतरी बने।

धमतरी जिला पंचायत सीईओ रहने के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना का ड्राइंग डिजाइन व मॉडल विनीत ने तैयार किया। उसे मॉडल को पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश समय देश के कई राज्यों ने अपनाया प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत सबसे ज्यादा आवास बनाने का रिकॉर्ड धमतरी में बनाया। एक्वाडक्ट प्रोजेक्ट के माध्यम से तीन सौ एकड़ खेतों को सिंचित किया। जिसके चलते उन्हें रूरबन का नेशनल अवार्ड भी मिला। धमतरी के बाद विनीत जिला पंचायत गरियाबंद के सीईओ बनकर गए। इस दौरान रायपुर जिले से अलग होकर नया गरियाबंद जिला पंचायत स्थापित हो रहा था। जिसे विनीत ने स्थापित करने में काफी काम किया। साथ ही गरियाबंद जिले के गांवों को भी ओडीएफ गांव बनाया।

गरियाबंद के बाद विनीत रायपुर जिले के एडिशनल कलेक्टर बने। इस दौरान कोरोना का फर्स्ट वेव आया था। विनीत ने कोरोना के होम आइसोलेशन के मॉडल के आधार पर लोगों को हम क्वॉरेंटाइन करना शुरू किया। रायपुर जिले में 21 हजार से ज्यादा लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया गया। विनीत नंदनवार द्वारा होम क्वॉरेंटाइन करने की पहल को व उनके मॉडल को प्रदेश के सभी जिलों में लागू किया गया। होम क्वॉरेंटाइन करवाने के दौरान जरूरी व्यवस्थाओं को भी सुनिश्चित किया जाता था।

कलेक्टर के रूप में पहली पोस्टिंग विनीत नंदनवार को सुकमा जिले की मिली। यहां कलेक्टर रहने के दौरान उन्होंने 35 हजार जाति प्रमाण पत्र बनवाए। गिरदालपारा हाइड्रो बेस पंप इरिगेशन प्रोजेक्ट भी बनवाया। कृषि विज्ञान केंद्र बनवाया। सुकमा में कई जगह आधारभूत संरचनाओं गार्डन, आवास, छात्रावास,सड़क का निर्माण करवाया। वन विभाग के द्वारा आदिवासियों के लिए वन अधिकार पट्टा बनवाया। कुपोषण मुक्ति अभियान में सुकमा विनीत नंदनवार के कलेक्टर रहते प्रदेश में दूसरे नंबर पर रहा। बेहतर चिकित्सकीय प्रबंधन के चलते कोरोना के सेकंड वेव में सुकमा में कोई कैजुअल्टी नहीं हुई। उड़ीसा सीमा से लगा होने के बावजूद कोरोना यहां नियंत्रित रहा। कोरोना वैक्सीनेशन के लिए सुकमा में विनीत द्वारा किए गए काम को नीति आयोग में ने भी सराहा। नेशनल क्वालिटी सर्वे के तहत जिला अस्पताल का निर्माण भी विनीत ने अपने कलेक्टर रहते शुरू करवाया।

सुकमा के बाद विनीत नंदनवार दंतेवाड़ा जिले के कलेक्टर बने। यहां कलेक्ट्री के दौरान कुछ स्कूलों को छोड़कर सारे सरकारी हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी स्कूलों को आत्मानंद स्कूलों के तर्ज में अपग्रेड कर दिया। 30 हजार आदिवासियों का जाति प्रमाण पत्र बनाए। आजादी के बाद से अंधेरे में रह रहे तीन ग्राम पंचायतो तक बिजली पहुंचाई। पल्ली–बारसूर मार्ग तक सड़क निर्माण पूरा करवाया। रिवर फ्रंट रोड़ कॉरिडोर का काम शुरू करवाया जिसके चलते दंतेवाड़ा में पर्यटन बढ़ सकें। यहां बच्चों की पढ़ाई के लिए लाइब्रेरी बनवाया जिसका शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया। कुंवाकोंडा और कटेकल्याण में 12वीं तक की पढ़ाई की व्यवस्था थी। इसके बाद कॉलेज ड्रॉप आउट दर बढ़ जा रही थी। इन दोनों जगह में कॉलेज व हॉस्टल का निर्माण विनीत नंदनवार ने करवाया। सड़कों का निर्माण करवाया । 10 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बीच दंतेवाड़ा जिला को सबसे अच्छा चुनाव निपटाने के लिए चुना गया। और भारत के राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू द्वारा कलेक्टर विनीत नंदनवार को बेस्ट इलेक्टोरल मैनेजमेंट का बेस्ट अवार्ड प्रदान किया गया।

प्रतिष्ठित टॉप टेन ब्यूरोक्रेट्स ऑफ इंडिया संस्थान ने टॉप टेन इनिसिएटिव के चलते इनाम प्रदान किया। बेटर इंडिया संस्थान द्वारा भी सम्मानित किया गया। दंतेवाड़ा में विनीत नंदनवार ने कई आश्रम व छात्रावास शुरू करवाए एफआरए क्लस्टर के तहत काम करवाए। सीएचसी गीदम का उद्धार करवाया।, बारसूर व गीदम में भी बैडमिंटन कोर्ट बनवाया। सीबीएसई से मान्यता प्राप्त आस्था विद्या मंदिर 2 किरंदुल में शुरू करवाया।

12वीं के बाद पीएससी की तैयारी के लिए आदिवासी बच्चों के रहने के लिए यूथ हॉस्टल बनवाया। 12वीं के बाद पढ़ाई करने पीएससी की तैयारी करने पर नौकरी करने वाली छात्राओं के लिए वर्किंग वूमेन हॉस्टल का निर्माण शुरू करवाया। नदी के पानी को लिफ्ट कर 214 एकड़ जमीन को सिंचित करवाया। हाईस्कूल उद्धार का काम करवाया। इसके अलावा नागफनी मंदिर का जीर्णोद्धार भी करवाया। दंतेवाड़ा के थीम सॉन्ग इंक्रेडिबल दंतेवाड़ा में विनीत नंदनवार की भूमिका है। वर्तमान में विनीत ब्रेवरेज कॉरपोरेशन के एमडी हैं।

बॉडी बिल्डिंग का हैं शौक:–

विनीत नंदनवार विवेकानंद के सिद्धांतों को मानते हैं। विवेकानंद का कहना था कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग निवास करता है और स्वस्थ व्यक्ति ही हर तरह की सफलता प्राप्त कर सकता है। इसे ध्येय वाक्य बनाकर विनीत अपनी फिटनेस पर ध्यान देते हैं। फिटनेस उनका जुनून है जिसके चलते अब वह बॉडी बिल्डिंग भी करने लगे हैं। सुकमा कलेक्टर बनने के बाद युवाओं को नशे की गिरफ्त से निकाल फिटनेस पर ध्यान देने के लिए विनीत ने वहां जिम शुरू करवाया था जिसमें सैकड़ो युवा फिटनेस के लिए प्रशिक्षण ले रहें हैं। मां दंतेश्वरी के अनन्य भक्त विनीत अपने छात्र जीवन में जगदलपुर से दंतेवाड़ा तक 80 किलोमीटर की पदयात्रा कर मां दंतेश्वरी के दर्शन के लिए जा रहें है।

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