IAS Reena Baba Kangale: बस्तर जैसे नक्सल इलाकों में दमदारी से चुनाव कराने वाली IAS रीना बाबा कंगाले को सरकार ने बनाया न्यू फूड सिकरेट्री, जानिये उनके बारे में...

IAS Reena Baba Kangale: छत्तीसगढ़ सरकार ने अब से कुछ देर पहले चार सचिवों के प्रभार में बदलाव किया, उसमें सबसे अधिक महत्वपूर्ण और ध्यान खींचने वाला रहा राज्य की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा कंगाले को सिकरेट्री फूड बनाना। फूड से एसीएस ऋचा शर्मा और सिकरेट्री अंबलगन पी की जगह रीना बाबा को खाद्य विभाग की कमान सौंपी है। नीचे पढ़िये उन्हें क्यों इस बड़ी जिम्मेदारी के लिए चुना गया।

Update: 2025-04-30 16:05 GMT

IAS Reena Baba Kangale

IAS Reena Baba Kangale: रायपुर। 2003 बैच की रीना बाबा कंगाले लंबे समय से सरकार से बाहर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की जिम्मेदारी संभाल रही थीं। आज चार आईएएस अधिकारियों के विभागों में फेरबदल किया गया, उनमें सबसे अहम रहा रीना बाबा कंगाले को खाद्य सचिव का दायित्व सौंपना। उनसे पहले खाद्य विभाग में दो सचिव थे। 94 बैच की ऋचा शर्मा एडिशनल चीफ सिकरेट्री और उनके नीचे 2004 बैच के सचिव अंबलगन पी0। मगर रीना बाबा अब अकेले पूरा विभाग संभालेंगी। हालांकि, यह पहली बार नहीं हुआ है। पहले भी अनेकों बार सिंगल सिकरेट्री इस विभाग में रहे हैं।

बहरहाल, रीना बाबा की नई जिम्मेदारी के संदर्भ में अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रहने के दौरान उन्होंने जिलों में कलेक्टरों से अद्भुत समन्वय स्थापित कर विधानसभा और लोकसभा चुनाव कराया। यहां तक कि बस्तर जैसे देश के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित इलाकों में भी उन्होंने चुनाव कराने में भय नहीं खाया। दोनों चुनावों में बेस्ट टेक्नालॉजी का इस्तेमाल किया गया। फूड में भी कलेक्टरों के साथ कोआर्डिनेशन का काम रहता है। सरकार को प्रतीत हुआ कि रीना बाबा इस काम को बेहतर ढंग से अंजाम दे सकती हैं।

हालांकि, विधानसभा चुनाव में बीजेपी की चमत्कारिक जीत के बाद जब लोकसभा चुनाव 2024 में भी 11 में से 10 सीटें भाजपा की झोली में आई थी, तब से चर्चा थी कि रीना बाबा कंगाले को इसका ईनाम मिलेगा। ऐसा ट्रेंड भी रहा है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के चुनाव में जीत के बाद वेटेज मिलता है। 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान सुब्रत साहू मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रहे। कांग्रेस जीती तो पिछली सरकार में उन्हें मुख्यमंत्री सचिवालय में महत्वर्पूण पोस्टिंग मिली थी। सुब्रत को सीएम भूपेश बघेल का एडिशनल चीफ सिकरेट्री बनाया गया।

बेस्ट इलेक्शन मैनेजमेंट अवार्ड

2023 में छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे। इनमें सबसे साफ-सुथरा चुनाव छत्तीसगढ़ में हुआ। बिना किसी विवाद के। कहीं पर रिकाउंटिंग की भी जरूरत नहीं पड़ी। बस्तर के धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा के इतने तगड़े बंदोबस्त और निगरानी की गई कि नक्सली अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सके। इस वजह से पांचों राज्यों में छत्तीसगढ़ की सीईओ को बेस्ट परफार्मिंग स्टेट अवार्ड के लिए चुना गया है।

निजी स्कूलों पर जुर्माना

रीना बाबा साहेब कंगाले जब दुर्ग की कलेक्टर थीं, तब उन्होंने दो निजी स्कूलों पर मनमानी फीस वसूली के मामले में 114 करोड़ रुपए जुर्माना किया था। इस फैसले के बाद कलेक्टर के साहसिक कदम की काफी चर्चा रही, क्योंकि उस दौरान दुर्ग व राजधानी रायपुर सहित कई जिलों में पालक संघ के सदस्य आंदोलित थे।

11 गोल्ड मैडल

आईएएस रीना बाबा साहेब कंगाले का जन्म नागपुर में हुआ। उनके पिता आईपीएस अधिकारी थे। रीना का जन्म आठ मार्च 1978 को हुआ था। वे 2003 में यूपीएससी से आईएएस सलेक्ट हुईं। उन्होंने नागपुर यूनिवर्सिटी से फर्स्ट डिवीजन में एलएलबी की डिग्री हासिल की थी। वे यूनिवर्सिटी की टॉपर थीं और 11 गोल्ड मैडल अपने नाम किया था। छत्तीसगढ़ कैडर मिलने के बाद उन्हें दुर्ग के असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में पहली पोस्टिंग मिली। इसके बाद दुर्ग, दंतेवाड़ा और कोरबा की कलेक्टर रहीं।

2011-12 में डायरेक्टर एजुकेशन बनीं। इसके बाद 2015-2017 तक ख​निज विभाग की डायरेक्टर रहीं। 2017-2019 तक आदिम जाति कल्याण विभाग की सचिव रहीं। इसके बाद 2019 से 2020 तक वाणिज्यिक कर विभाग की सचिव रहीं। जनवरी 2020 में उन्हें मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की जिम्मेदारी दी गई। रीना को मशहूर लेखकों की किताबें पढ़ना और बैडमिंटन खेलना पसंद है।

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