DMF scam: DMF घोटाला में एक और गिरफ्तारी: आईएएस रानू साहू की करीबी महिला अधिकारी को ईडी ने किया गिरफ्तार
DMF scam: ED ने कोरबा व रायगढ़ की पूर्व कलेक्टर रानू साहू की करीबी व आदिवासी विकास विभाग की पूर्व असिस्टेंट कमिश्नर माया वारियर को गिरफ्तार कर लिया है। ED ने रायपुर के विशेष अदालत में पेश कर सात दिन की न्यायिक रिमांड पर ले लिया है। 23 अक्टूबर तक कस्टोडियल रिमांड पर रहेगी।
DMF scam: रायपुर। छत्तीसगढ़ डीएमएफ घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आदिवासी विकास विभाग की पूर्व असिस्टेंट कमिश्नर माया वारियर को गिरफ्तार कर लिया है। कोरबा जिले में आदिवासी विकास विभाग की असिस्टेंट कमिश्नर रहने के दौरान माया वारियर काफी चर्चित रही है। उसी दौरान कोरबा में रानू साहू कलेक्टर के पद पर काबिज थी। तब डीएमएफ की राशि में भारी कमीशनखोरी का आरोप भी लगा था।
ED ने 18 अक्टूबर 2022 को डीएमएफ घोटाले को लेकर माया वारियर के ठिकाने पर छापामार कार्रवाई की थी। इसमें भिलाई स्थित जुनवानी के चौहान टाउन में दबिश दी थी। तब माया वारियर कोरबा जिले में परियोजना प्रशासक, एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना एवं प्रभारी सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास के पद पर पदस्थ थी। इसके पहले वह दुर्ग में आदिम जाति कल्याण विभाग में सहायक संचालक थी। कोरबा में कलेक्टर रानू साहू की पदस्थापना के दौरान माया वारियर का तबादला कोरबा में हुआ। रानू साहू के पूरे कार्यकाल के दौरान वे वहां पदस्थ रहीं।
रानू व माया के कनेक्शन
कोरबा में जब रानू साहू कलेक्टर थी उस दौरान माया आदिवासी विकास विभाग में सहायक आयुक्त के पद पर कार्य कर रही थी। डीएमएफ फंड से जो भी विकास कार्य स्वीकृत किया जा रहा था। कलेक्टर कार्यालय से सीधे आदिवासी विकास विभाग भेजा जाता था। आदिवासी विकास विभाग को डीएमएफ फंड से होने वाले कार्य के लिए निर्माण एजेंसी बना दिया गया था। डीएमएफ की राशि में घालमेल और घोटाले को लेकर माया ईडी के टारगेट में थी।
कोरबा,डीएमएफ और माइनिंग घोटाला
बता दें कि कोरबा में ED के निशाने पर माइनिंग और DMF रहा है। DMF की केंद्र बिंदु रही माया वारियर के निजी आवास में छापामार कार्रवाई की गई है।