Budget session of the Assembly: बाघ की मौत के मामले में सदन में न्यायिक जांच पर घिरे मंत्री: नेता प्रतिपक्ष ने कहा दिखाएं जांच का आदेश, मंत्री बोले...
Budget session of the Assembly:
Budget session of the Assembly: रायपुर। गोमार्ड अभ्यारण्य में इसी वर्ष जनवरी में करंट लगने से एक बाद्य की मौत हो गई थी। इस मामले की जांच को लेकर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आज सदन में वन मंत्री केदार कश्यप को घेरा। डॉ. महंत ने कहा कि इसी मामले में मेरे ध्यानाकर्षण सूचना के जवाब में मंत्री ने बताया था कि इस मामले की न्यायिक जांच चल रही है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वन मंत्री न्यायिक जांच के आदेश की कापी दिखा दें और बता दें कि कौन से न्यायाधीश इसकी जांच कर रहे हैं।
इस पर वन मंत्री कश्यप ने मामले में दर्ज एफआईआर और 9 लोगों को गिरफ्तार किए जाने की जानकारी सदन में दी। बताया कि राष्ट्रीय बाद्य प्राधिकरण के नियमों के अनुसार राजपत्रित अधिकारी से पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। इस पर डॉ. महंत ने कहा कि मैं सीधा- सीधा प्रश्न कर रहा हूं कि न्यायिक जांच का आदेश कहां है। उन्होंने मंत्री से कहा कि विभाग के अधिकारी आपसे सदन में असत्य कथन करा रहे हैं। इसलिए इस मामले की विधानसभा की समिति से जांच कराई जाए।
इस पर मंत्री कश्यप ने सफाई देते हुए कहा कि मेरे कहने का अशय कुछ और था। इस मामले में क्रिमनल केस चल रहा है। मंत्री ने बताया कि जिन लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है उन्होंने अपनी खेतों की सुरक्षा के लिए तार लगाया था। उनकी मंशा बाद्य के शिकार की नहीं थी। जंगली जीव अपने फसल को बचाना चाह रहे थे। इस पर महंत ने कहा कि विभाग से जवाब से ऐसा लग रहा है कि जंगल में सुअरो की संख्या बढ़ गई है तो क्या मंत्री उनकी गिनती कराएंगे। इस पर कश्यप ने कहा कि सुअर के साथ ही सभी वन्यजीवों की गिनती कराई जाएगी।
डॉ. चरण दास महंत का मूल प्रश्न था कि क्या माह जनवरी, 2024 में गोमर्डा अभ्यारण्य में या उसके आसपास बाघ की अस्वाभाविक मृत्यु हुई है ? यदि हां, तो मृत्यु की तारीख तथा कारण बताएं ? मृत्यु के कितने दिनों पश्चात्, किससे प्रथम सूचना प्राप्त हुई? बाघ के राज्य में विचरण का तथ्य पहली बार कब विभाग के संज्ञान में आया था और उसके पश्चात् उस पर नजर रखने (ट्रेकिंग) के लिए क्या-क्या व्यवस्थाएं की गई थी ? I
इस पर विभाग की तरफ से बताया गया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट 26.01.2024 एवं तत्संबंधित दर्ज वन अपराध की विवेचना में पाये गये तथ्यों के अनुसार गोमर्डा अभ्यारण्य अंतर्गत कक्ष क्र. 927 लोहारिन आरक्षित वन के सीमावर्ती गांव घोराघाटी में जंगली सुअर के शिकार के लिए बिछाये गये विद्युत तार की चपेट में आने से बाघ की आकस्मिक मृत्यु की घटना 16-18 जनवरी 2024 के मध्य होना पाया गया है। इस घटनाक्रम की जानकारी मुखबिर के माध्यम से विभागीय अमले को 19.01.2024 की रात्रि को प्राप्त हुई। इस बाघ के आने की जानकारी नवम्बर 2023 के अंत में विभाग के संज्ञान में आई थी।