IAS KK Pathak News: आईएएस केके पाठक के निशाने पर 577 हेडमास्टर, शो-कॉज नोटिस जारी, इस मामले में होगी कार्रवाई
IAS KK Pathak News: गोपालगंज(Gopalganj) के 577 प्रधानाध्यापको(Headmasters) पर शिक्षा विभाग के आदेश उल्लंघन करने का आरोप है.
IAS KK Pathak News: गोपालगंज। बिहार शिक्षा विभाग(Bihar Education Department) के अपर मुख्य सचिव केके पाठक(ACS Kk Pathak) लापरवाह शिक्षकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है. इस बार 577 प्रधानाध्यापक केके पाठक के पाठक के निशाने पर है. गोपालगंज(Gopalganj) के 577 प्रधानाध्यापको(Headmasters) पर शिक्षा विभाग के आदेश उल्लंघन करने का आरोप है.
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक़, शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूल में शनिवार को स्कूली बच्चों के बैग एक बोझ काम करने और पढाई के साथ मनोरंजन के लिए "सुरक्षित शनिवार" कार्यक्रम का आयोजन करने का आदेश दिया है. इस दिन बच्चों को विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी दी जाती है. इस "सुरक्षित शनिवार" कार्यक्रम में बच्चों को आंधी, चक्रवाती तूफान व ठनका से बचाव को लेकर जानकारी दी जानी थी.
577 स्कूल में नहीं हुआ सुरक्षित शनिवार का आयोजन
जिसका रिपोर्ट सभी को स्कूलों देना था. इस "सुरक्षित शनिवार" कार्यक्रम का रिपोर्ट शिक्षा विभाग के पोर्टल पर रविवार (19 मई) तक सब्मिट करना था. लेकिन कई स्कूल के हेडमास्टर ने रिपोर्ट दर्ज नहीं करी. शिक्षा विभाग के पोर्टल पर मिले आंकड़ों के मुताबिक गोपालगंज जिले में प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक तक के कुल 1889 स्कूल हैं. जिनमें से 1312 स्कूलों में सुरक्षित शनिवार" कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इनमे कूल 40 हजार 405 बच्चे शामिल हुए. जबकि 577 स्कूलों में सुरक्षित शनिवार" कार्यक्रम नहीं कराया गया.
577 हेडमास्टर के खिलाफ होगी कार्रवाई
इस सम्बन्ध में शिक्षा विभाग ने 577 स्कूल के हेडमास्टर के खिलाफ के कार्रवाई के निर्देश दिए है. शिक्षा विभाग के अनुसार 577 हेडमास्टर मास्टर ने विभाग के आदेश की अवहेलना की है. इन हेडमास्टरों को शो-कॉज नोटिस जारी कर सष्टीकरण मांगा गया है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर वेतन कटौती के साथ कार्रवाई की जायेगी.
क्या है "सुरक्षित शनिवार"
सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम के तहत बच्चों को स्कूल बिना बैग और किताब के आना होता है. इस दिन बच्चो को किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए बेहतर तरीके, आपदा, आपदा के कारण आदि बताये जाते हैं. इसके अलावा बच्चो के ज्ञान और कौशल को बढ़ाने के लिए विशेष गतिविधियां कराइ जाती है. जिसका उद्देश्य बच्चों की क्षमता, ज्ञान और आत्मविश्वास का निर्माण करना है.