Bihar DSP News: DSP की गुंडागर्दी... बुजुर्ग दंपति को बेरहमी से पीटा, पिस्टल के हड़प ली जमीन, FIR दर्ज
Bihar DSP News: बिहार के भागलपुर जिले से डीएसपी का हैरान कर देने कारनामा सामने आया है. डीएसपी ने मारपीट की और पिस्टल के बल पर बुजुर्ग दंपती का जमीन अपने नाम करा लिया.
Bihar DSP News: बिहार के भागलपुर जिले से डीएसपी का हैरान कर देने कारनामा सामने आया है. डीएसपी ने मारपीट की और पिस्टल के बल पर बुजुर्ग दंपती का जमीन अपने नाम करा लिया. इस मामले में डीएसपी और तीन पुलिसकर्मी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक़, पूरा मामला पटना के कदमकुआं थाने का है. शिकायतकर्ता व्यवहार न्यायालय के सेवानिवृत्त कर्मी 72 वर्षीय विजय कुमार सिंह ने सीजीएम की कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया था. शिकायत में पीड़ित विजय कुमार सिंह ने बताया कि पटना में नाला रोड स्थित कॉलेजिएट गली में उनकी पत्नी के नाम पर एक मकान है. उनका बड़े बेटे बिजेंद्र कुमार सिंह शारीरिक रूप सेबीमार है. वो चल फिर नहीं सकता ना ही बिस्तर से उठ सकता है.
विजय कुमार सिंह ने आरोप लगाया गया है कि बड़े बेटे बिजेंद्र कुमार सिंह की पत्नी साधना सिंह नाला रोड स्थित के मकान को अपने नाम पर लिखवाना चाहती है. साधना सिंह मकान अपने नाम लिखवाने के लिए दबाव बना रही थी. लेकिन हमने ये मकान उसके नाम नहीं किया. जिसके बाद बहु साधना सिंह ने 9 सितंबर को अपने परिवार वालों और आशीष कुमार सिंह को बुला लिया. बहु साधना सिंह का रिश्तेदार आशीष कुमार सिंह बिहार पुलिस का डीएसपी है. साधना सिंह ट्रैफिक डीएसपी आशीष कुमार सिंह के ममेरे भाई की बेटी है
भागलपुर के यातायात डीएसपी आशीष कुमार सिंह ने वर्दी का रौब दिखाते हुए विजय कुमार सिंह और उनकी पत्नी के साथ मारपीट की. उनकी पत्नी के बाल खींच खींचकर मारा. उसे जमींन पर पटक दिया. उन्होंने मकान बहू साधना सिंह के नाम करने के लिए धमकी दी. पीड़ित का आरोप लगाया कि मारपीट के उन्हें धमकाते हुए पिस्टल के बल पर उनसे 1000 रुपये के स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिये. इस मामले में पीड़ित ने थाने में शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. यहाँ तक की आरोपियों का घर में घुसने और मारपीट का वीडियो भी थाने में दिया.
थाने में शिकायत करने के बाद दूसरे दिन कदमकुआं थाने का दारोगा अमित कुमार दो सिपाहियों को साथ उनके घर पहुंचा. और बहू के नाम पर मकान लिखने के लिए धमकी दी. मामले में एसएसपी ऑफिस में भी की. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद उन्होंने सीजीएम कोर्ट में गुहार लगाई. जहाँ कोर्ट के आदेश पर सभी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. वही मामले की जांच सिटी एसपी को सौंपी गई है.