Bihar Chunav 2025 Parinam Live Update: जात-पात की दीवारें टूटीः बिहार विधानसभा चुनाव में यादव बहुल इलाकों में भी महागठबंधन पिछड़ गया, यूपी के बाद बिहार में भी जातीय राजनीति का केंद्र ढहा
Bihar Chunav Result 2025 Live: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे 14 नवंबर यानी आज जारी होंगे। जानें कहां देखें बिहार चुनाव के लाइव रिजल्ट, सीट-वाइज मतगणना और आधिकारिक अपडेट। ECI results.eci.gov.in पर उपलब्ध रहेगा लाइव डेटा।
Bihar Chunav 2025 Parinam Live Streaming: बिहार विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों की वोटिंग 6 और 11 नवंबर को पूरी हो चुकी है। अब सबकी नजरें आज 14 नवंबर पर हैं, जब देशभर में मतगणना शुरू हो गई है। एग्जिट पोल में इस बार भी एनडीए को बढ़त मिलती दिखाई गई है, जबकि महागठबंधन पिछड़ता हुआ दिखा है। हालांकि एग्जिट पोल किसी भी तरह का अंतिम फैसला नहीं होते। असली नतीजे शुक्रवार यानी आज सामने आएंगे। ऐसे में सबसे सटीक और आधिकारिक परिणाम आप कहां देख सकते हैं, इसकी पूरी जानकारी NPG न्यूज़ दे रहा है।
बछवाड़ा से बीजेपी उम्मीदवार सुरेंद्र मेहता जीते.
धमदाहा से JDU लेसी सिंह ने दर्ज की जीत.
गया टाउन से डॉ. प्रेम कुमार 20 हजार वोट जीते.
दरभंगा से संजय सरावगी ने उमेश सहनी को 24 हजार से ज्यादा वोटों से हराया.
बाहुबली अनंत सिंह जीते
NDA 208 सीटों पर और महागठबंधन 28 सीटों पर आगे
NDA 200 सीटों पर और महागठबंधन 37 सीटों पर आगे
NDA 197 सीटों पर और महागठबंधन 40 सीटों पर आगे
मुस्लिम बहुल इलाकों में राजद और कांग्रेस का परफार्मेंस पुअर रहा ही, यादव बहुल इलाके, जो राजद के कोर वोट बैंक माने जाते थे, वहां से भी चौंकाने वाले नतीजे आ रहे हैं। यादव बहुल इलाकों में भी बीजेपी और जेडीयू के प्रत्याशी काफी बड़े मतों के अंतर से आगे चल रहे हैं। जाहिर है, यूपी और बिहार जातीय राजनीति के दो अहम प्रयोगशाला थे। यूपी में ये हिन्दुत्व की लहर में जातीय राजनीति का तिलिस्ट टूट गया, बिहार में विकास के लिए जात-पात की दीवारें टूट गई।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सुनामी में महागठबंधन के अस्तित्व पर सवाल खड़ा कर दिया। सरकार बनाने का सपना देख रहा महागठबंधन की स्थिति यह है कि 50 सीट पर भी नहीं पहुंच सका। दोपहर के एक बजने वाले हैं, महागठंधन इस समय 42 सीटों पर आगे है। याने 50 से आठ सीट कम। वहीं, एनडीए 195 सीटों पर बढ़त बनाते हुए ऐतिहासिक जीत की तरफ अग्रसर है। इस चुनाव में लालू यादव ने पिछले तीन दशक में जो राजनीतिक साम्राज्य बनाया था, वह बुरी कदर बिखर गया। लालू यादव ने मुस्लिम और यादव का एमवाय फार्मूला बनाया था, मगर इस चुनाव में वो काम नहीं आ पाया।