CG कोरोना ब्रेकिंग: छत्तीसगढ़ में कोरोना से एक की मौत, एक्टिव मरीजों की संख्या पहुंची 31
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना के लगातार मामले बढ़ते जा रहे है। इस बीच कोरोना के एक बुजुर्ग की मौत की खबर सामने आई है। दुर्ग के भिलाई में उपचार के दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई। वहीं, 28 दिसंबर को प्रदेश में कोरोना के 12 संक्रमित मरीज मिले। इसी के साथ प्रदेश में अब एक्टिव मरीजों की संख्या 31 हो गई है।
इनमें दुर्ग में 6, राजनांदगांव 1, रायपुर 1, रायगढ़ 2, जांजगीर-चांपा 1, बस्तर में 1 मिले। 4255 लोगों का टेस्ट भी गुरुवार को किया गया। प्रदेश की औसत पॉजिटिव दर 0.28 प्रतिशत है।
दुर्ग जिले के भिलाई सेक्टर 9 अस्पताल में 82 वर्षीया महिला का अस्पताल में इलाज चल रहा था। महिला बीपी शुगर एवं अन्य बीमारियों से भी ग्रस्त थी। कल गुरुवार की दोपहर महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला की मौत के बाद उसका कोविड टेस्ट करने पर महिला के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। महिला की कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग में चिंता की लहर है। महिला की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी।
ये भी पढ़ें...कोविड-19 के नया वेरिएंट जेएन.1 एक चिंताजनक वेरिएंट है। डॉक्टरों के मुताबिक जेएन.1 वेरिएंट मे ओमीक्रॉन वेरिएंट्स जैसे ही लक्ष्ण पाए गए हैं, लेकिन इसमें एक विशिष्ट स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन है। यह तेजी से फैलने बाला और हल्के लक्षणों को प्रदर्शित करता है, लेकिन ये पहले के वेरिएंट से अभी तक थोड़ा कम खतरनाक साबित हुआ है।
जेएन.1 से संक्रमित रोगियों को तात्कालिक लक्षण जैसे बुखार, नाक से रक्तस्राव, गले में खराश, सिरदर्द, और कई मामलों में मध्यम गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं। कुछ रोगियों को सांस लेने में कठिनाई भी हो सकती है। इसके इलाज के लिए कोविड-19 पीसीआर टेस्टिंग के साथ क्लिनिकल लक्षण मूल्यांकन शामिल है। संक्रमण के जोखिम कारकों में उम्र, लिंग, धूम्रपान, और सीओपीडी, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कोरोनरी धमनी रोग, और मैलिग्नेंसी जैसी पूर्व मौजूदा स्थितियां शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि उपचार सहायक है, पैक्सलोविड, मोलनुपिराविर (लेगेवरियो) और रेमेडिसविर (वेक्लरी) जैसे एंटीवायरल दबा दी जाती है, जो सीडीसी दिशानिर्देशों के अनुसार है। डब्लूएचओ के अनुसार वर्तमान टीके जेएन.1 और अन्य वेरिएंट में उपयोगी हैं।
बचने के लिए सतर्क रहने, मास्क पहनने, श्वसन शिष्टाचार, नियमित हाथों की सफाई, टीकाकरण के साथ अपडेट रहने, और बीमार होने पर घर में रहने की सलाह दी है। खास तौर पर गाइडलाइंस का पालन जरूर किया जाना चाहिए।