काम की खबर: ATM में हो सकती हैं कैश की किल्लत, लगातार छह दिन बंद रहेंगे बैंक, जल्द निपटा लें सारे काम

Update: 2020-02-09 09:26 GMT

नईदिल्ली 9 फरवरी 2020। सैलरी में बढ़ोत्तरी के साथ 5 दिन के कामकाजी हफ्ते की मांग को लेकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारी अगले महीने भी तीन दिन की हड़ताल कर सकते हैं। बैंक यूनियनों की यह हड़ताल उनकी योजना के अनुरूप होती है तो कई बैंक लगातार छह दिन तक बंद रहेंगे। इससे एटीएम सहित कई तरह की बैंकिंग सेवाएं बुरी तरह प्रभावित होंगी। सरकारी बैंकों के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 31 दिसंबर और एक जनवरी को हड़ताल कर चुके हैं। 11 मार्च, 12 मार्च और 13 मार्च 2020 को हड़ताल के चलते बैंक बंद रह सकते हैं। 10 मार्च को होली के त्योहार के अवसर पर बैंक बंद होंगे। वहीं 14 मार्च को माह का दूसरा शनिवार है और 15 मार्च को रविवार को, इसलिए उस दिन भी आप बैंक का कोई कामकाज नहीं कर पाएंगे।

प्रभावित होंगी बैंकिंग सेवाएं

बैंक कर्मचारियों की देशव्यापी हड़ताल की वजह से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में नकदी जमा और निकासी, चेक क्लीरेंस और कर्ज वितरण जैसी विभिन्न सेवाएं प्रभावित रह सकती हैं। बैंक कर्मचारियों के संगठन वेतन वृद्धि की मांग को लेकर हड़ताल पर रहेंगे।

इससे पहले 31 जनवरी 2020 और एक फरवरी 2020 को बजट पेश होने के दिन भी बैंकों में हड़ताल थी। बता दें कि बैंक यूनियन ने एक अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की भी घोषणा की है। हालांकि, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे निजी क्षेत्र के बैंक खुले रहेंगे।

इस वजह से होगी हड़ताल

दिल्ली प्रदेश बैंक कर्मचारी संगठन के महासचिव अश्वनी राणा ने बताया था कि इंडियन बैंक एसोसिएशन ने वेतन में 12.5 फीसदी वृद्धि करने का प्रस्ताव दिया है, जो कि मंजूर नहीं है। इससे बैंकिंग सेवाओं पर असर पड़ सकता है। बैंक एम्पलॉइज फेडरेशन ऑफ इंडिया (BEFI) और ऑल इंडिया बैंक एम्पलॉइज एसोसिएशन (AIBEA) के मुताबिक वेतन संशोधन को लेकर इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के साथ बातचीत विफल रहने के बाद बैंक कर्मचारी 11 से 13 मार्च तक तीन दिन तक हड़ताल करेंगे।

हालांकि, Axis Bank, ICICI Bank और HDFC Bank जैसे पब्लिक सेक्टर बैंकों में हड़ताल नहीं होगी। अगर यह प्रस्तावित हड़ताल बैंक यूनियनों की तय योजना के अनुसार होती है तो साल में तीसरा मौका होगा, जब बैंक कर्मचारी हड़ताल पर होंगे। बैंक कर्मचारियों ने 31 जनवरी-एक फरवरी की हड़ताल से पहले आठ जनवरी को देशव्यापी भारत बंद में हिस्सा लिया था।

बैंक यूनियन की यह है मांग

  • बैंक यूनियनों की मांग है कि वेतन में कम से कम 20 फीसदी की वृद्धि की जाए।
  • बैंकों में पांच दिन का कार्यदिवस हो।
  • बेसिक पे में स्पेशल भत्ते का विलय हो।
  • एनपीएस को खत्म किया जाए।
  • पेंशन का अपडेशन हो।
  • परिवार को मिलने वाली पेंशन में सुधार।
  • स्टाफ वेलफेयर फंड का परिचालन लाभ के आधार पर बांटना।
  • रिटायर होने पर मिलने वाले लाभ को आयकर से बाहर करना।
  • शाखाओं में कार्यों के घंटे और लंच समय का सही से बटवारा।
  • अधिकारियों के लिए बैंक में कार्य के घंटे का नियमतिकरण।
  • कांट्रैक्ट और बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट के लिए समान वेतन।
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