IFS Niharika Singh News: कौन है IFS निहारिका सिंह और उनके पति अजीत गुप्ता, जिसने किया करोड़ों का फ्रॉड, FIR दर्ज

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Update: 2024-09-27 11:33 GMT

IFS Niharika Singh News: भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी निहारिका सिंह (IFS Naharika Singh) और उनके पति के खिलाएफ एफआईआर दर्ज हुई हैं. आईएफएस निहारिका सिंह और उनके पति पर 1 करोड़ 86 लाख की ठगी का आरोप है. कोर्ट के आदेश पर यह मुकदमा दर्ज किया गया है.

जानकारी के मुताबिक, महिला डॉक्टर और उनके पति ने 2006 बैच की आईएफएस अफसर निहारिका सिंह और उनके पति अजीत गुप्ता पर 1 करोड़ 86 लाख ठगी के मामले में लखनऊ के गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है. कोर्ट के आदेश के बाद यह मुकदमा दर्ज किया गया है. आईएफएस निहारिका और उनके पति अजीत गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनी में मुनाफे का लालच देकर अपनी कंपनी में महिला डॉक्टर और उनके पति से करोड़ों का निवेश कराकर ठग लिए. इस मामले में अजीत गुप्ता अभी जेल में बंद है. 

क्या है मामला  

दरअसल,  मामला साल 2016 से लेकर साल 2020 के बीच का है.  IFS निहारिका सिंह उस दौरान आई विजन इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड में आईएफएस निदेशक के पद पर थी. वही पति अजीत गुप्ता अनी बुलियन ट्रेडिंग कंपनी चलाता था. यह कंपनी अजीत पर थी. जिसकी शुरुआत अयोध्या के कुमारगंज से 2010 में की गयी थी. और यह कारोबार धीरे धीरे कई शहरों में फ़ैल गया. निहारिका सिंह और अजीत गुप्ता इन्ही दो कपनी और कई अन्य कम्पनी बनाकर लोगों से निवेश के नाम पर ठगी करते थे.

निवेश के नाम पर ठगी  

इसी कड़ी में उन्होंने डॉक्टर दम्पति शैलेश अग्रवाल और डॉ.मृदुला अग्रवाल को अपना शिकार बनाया. डॉ.मृदुला अग्रवाल गोमतीनगर के विशालखंड-2 के रहने वाले हैं. उसी इलाके में ही उनकी क्लिनिक भी है. आईएफएस निहारिका सिंह और उनके पति अजीत गुप्ता हमेशा उनकी क्लिनिक में आया करते थे. जिसके चलते उनसे अच्छे सम्बन्ध में बन गए थे. एक दिन आईएफएस और उनके पति ने उनको अपनी आई विजन इंडिया क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड और अनी बुलियन ट्रेडर्स के बारे में बताया. उन्होंने निवेश करने के लिए लालच दिया था. 

जिसके बाद उन्होंने ने डॉक्टर दम्पति से करोड़ के निवेश करवाए. आईएफएस अफसर निहारिका सिंह ने दम्पति से अगस्त 2016 से सितंबर 2017 के बीच 90 लाख रुपये निवेश के नाम पर जमा करवाए थे. जिसमे उन्हें सालों तक मुनाफा दिया गया. उसके बाद 60 रूपए फिर निवेश के नाम पर लिए गए. जिसे वापस नहीं दिए गए. इसी तरह कई बार निवेश के नाम पर पैसे लिए गए. पीड़ित दम्पति के मुताबिक़ 1 करोड़ 86 लाख की ठगी की गयी. 

कोर्ट के आदेश के बाद  एफआईआर दर्ज 

जिसके बाद उन्होंने गोमतीनगर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराने की कोशिश की. लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं की गयी.फिर उन्होंने कोर्ट याचिका दायर की. वही अब कोर्ट के आदेश पर गोमतीनगर पुलिस ने आईएफएस निहारिका सिंह और उनके पति अजीत गुप्ता के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है.  

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