Firozabad News: CMO ने SDM कृति राज के दावे को किया ख़ारिज, बोले "अस्पताल में दवा एक्सापयर नहीं थी"
Firozabad News: उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद स्वास्थ्य केंद्र में एसडीएम कृति राज द्वारा निरक्षण मामले में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) का बयान सामने आया है. CMO ने एसडीएम के लगाए सभी दावे को खारिज कर दिया है.
Firozabad News: उत्तरप्रदेश के फिरोजाबाद स्वास्थ्य केंद्र में एसडीएम कृति राज द्वारा निरक्षण मामले में जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) का बयान सामने आया है. CMO ने एसडीएम के लगाए सभी दावे को खारिज कर दिया है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद में किसी भी तरह की कोई कमियां नहीं है.
CMO ने एसडीएम कृति राज के दावे को किया खारिज
जानकारी के मुताबिक़, दीदामई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को लेकर खबर सामने आने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी रामबदन राम (CMO Rambadan Ram) खुद अस्पताल का निरिक्षण करने पहुंचे. उन्होंने बताया कि एसडीएम सदर कृति राज के सारे आरोप गलत है. अस्पताल में सभी डॉक्टर और अन्य स्टाफ मौजूद थे. सभी मरीजों को इलाज मिल रहा था . किसी को किसी भी तरह की परेशानि नहीं हो रही थी. अस्पताल में कुत्ते के काटने के इंजेक्शन सुबह 8:00 बजे से लगातार मरीजों को लगाए जा रहे थे. वहीँ अस्पताल में कोई एक्सपायरी डेट की दवाई नहीं थी. जिस दवा को एक्सपायर बताया जा रहा है पहले से ही डिस्कार्ड बुक में एंट्री है एसडीएम ने उसी दवा को चेक किया है.
जांच के लिए कमेटी का गठन
CMO का कहना है इस मामले में जांच की जा रही है. जांच के लिए तीन डॉक्टरों की कमेटी का गठन किया गया है. एसीएमओ डॉ. बृ़जमोहन, डॉ. कमलकिशोर, डॉ. विश्वदीप सिंह जांच सौंपी गयी है. कमेटी 72 घंटे के अंदर उन्हें रिपोर्ट करेगी. उस रिपोर्ट को शासन को भेजा जाएगा.
क्या है मामला
बता दें उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में मंगलवार को एसडीएम सदर कृतिराज के घूँघट की आड़ में मरीज बनकर दीदामई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंची. वह मरीजों के साथ कतार में खड़ी हुईं, पर्चा बनवाया और इंजेक्शन लगवाने के लिए काउंटर पर पहुंची. उन्होंने दवाएं चेक करनी शुरू की तो स्टोर में करीब आधी दवाईयां एक्सपायरी डेट की मिली, स्थिति देखकर वह हैरान रह गईं. यहाँ डॉक्टर हाजरी लगा के चले जाते हैं. वहीँ डिलीवरी रूम और शौचालय में काफी गंदगी है. बैड काफी गंदे उसपर धूल जमी पड़ी है. कई मरीजों ने उनसे अस्पताल स्टाफ और व्यवस्थाओं की शिकायत की.