Sanatan Dharma Row: फिल्म अभिनेता प्रकाश राज ने दोहराया उदयनिधि का बयान, बोले- सनातन का खात्मा होना जरूरी
Sanatan Dharma Row: सनातन धर्म (Sanatan Dharma) को लेकर तमिलनाडु (Tamil Nadu) के मंत्री और सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि (Udayanidhi) द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद यह सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है.
Sanatan Dharma Row: सनातन धर्म (Sanatan Dharma) को लेकर तमिलनाडु (Tamil Nadu) के मंत्री और सीएम स्टालिन के बेटे उदयनिधि (Udayanidhi) द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद यह सिलसिला रूकने का नाम नहीं ले रहा है. ‘तनातन’ कहकर सनातन का मजाक उड़ाने वाले फिल्म अभिनेता प्रकाश राज (film actor prakash raj) ने एक बार फिर सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि सनातन डेंगू की तरह है और इसका खात्मा होना जरूरी है.
प्रकाश राज ने उदयनिधि स्टालिन के बयान को दोहराते हुए कहा कि सनातन डेंगू बुखार की तरह है और इसे मिटाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि 8 साल के बच्चे को धर्म से जोड़ना ही सनातन धर्म है. राज ने एक मुस्लिम बस कंडक्टर का मुद्दा भी उठाया, जिसे एक महिला ने अपनी टोपी उतारने के लिए कहा था. उन्होंने कहा कि हर किसी को इस देश में रहना चाहिए.
कलबुर्गी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रकाश रात ने कहा, ‘छुआछूत की मानसिकता अभी भी है. यह सिर्फ इसलिए दूर नहीं हुआ है क्योंकि वहां एक नियम है और यह कानून के खिलाफ है. कर्नाटक में, एक मुस्लिम बस कंडक्टर था जिसने अपनी धार्मिक टोपी पहन रखी थी. एक महिला ने उससे इसे हटाने को कहा. ऐसे बोलने वाले लोग भी होंगे. आस-पास कौन से लोग थे जो ऐसा करते हुए देख रहे थे? कल एक कंडक्टर इयप्पा माला (धार्मिक माला) पहनेगा तो क्या आप उन्हें एक कंडक्टर के रूप में देखेंगे या उनकी भक्ति के रूप में? एक कंडक्टर भी होगा जो हनुमान टोपी पहनेगा और प्रार्थना करेगा कि बस सुरक्षित रूप से चले. क्या हर कोई अपने कपड़े उतार कर बैठ सकता है? सभी को अपने धर्म का पालन करना चाहिए. इस देश में सभी को जीवित रहना चाहिए ना? समाज में सभी को रहना चाहिए.’
प्रकाश राज ने कहा कि धार्मिक जय श्री राम जुलूस में 18 साल के युवा चाकू और तलवार लेकर चल रहे थे. यह देखकर मुझे सचमुच दुख होता है. उन्हें रोजगार और सपनों के निर्माण के बारे में सोचना चाहिए. मुझे आश्चर्य है कि किसने उनका इस तरह ब्रेनवॉश किया.’ उन्होंने कहा 8 साल के बच्चे को धर्म से जोड़ना क्या सनातन नहीं है? यह डेंगू बुखार है जिसका खात्मा जरूरी है. हम किस देश में रह रहे हैं? बीआर अंबेडकर के कारण अस्पृश्यता अवैध हो गई. लेकिन लोगों में मानसिकता नहीं जा रही है.
इससे पहले कलबुर्गी में ही प्रकाश राज के खिलाफ समर्थक हिंदू संगठनों ने काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन किया और काले झंडे भी लहराये. प्रकाश राह को हिंदू विरोधी बताते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी की गई. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया था.
हाल के दिनों में कथित हिंदू विरोधी बयानों को लेकर हिंदू समर्थक समूहों ने अभिनेता प्रकाश राज की कलबुर्गी यात्रा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. हिंदू समूह ने कलबुर्गी डीसी से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा जिसमें बताया गया कि वे प्रकाश राज को शहर में क्यों नहीं आने देना चाहते हैं और शहर में उनकी एंट्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
कुछ हफ्ते पहले, जब प्रकाश राज एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए शिवमोग्गा के एक कॉलेज में गए थे, तो बाद में हिंदू समर्थक समूहों ने उन जगहों पर गोमूत्र छिड़क दिया था और कहा था कि प्रकाश राज ने उन जगहों को अशुद्ध कर दिया था. विवादास्पद अभिनेता प्रकाश राज की हाल के दिनों पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिए अपने बयानों के कारण खूब आलोचना हुई है. हिंदू समर्थक समूहों द्वारा उन्हें हिंदू विरोधी कहा जा रहा है. उन्होंने कुछ दिन पहले ही सनातन को ‘तनातन’ कहकर उसका मजाक उड़ाया था. इतना ही नहीं प्रकाश राज ने नवनिर्मित संसद भवन में धार्मिक अनुष्ठान करने के खिलाफ भी अपने विरोधी विचार व्यक्त किये थे.
इसके अलावा, कुछ दिन पहले उन्होंने एक्स पर अपने ट्रेडमार्क हैशटैग #justasking के साथ चंद्रयान पर मजाकिया कैप्शन के साथ एक चाय बेचने वाले की तस्वीर पोस्ट की थी. कई लोगों ने इसे पीएम मोदी पर तंज और इसरो वैज्ञानिकों का अपमान माना. हालाँकि, राज ने बाद में स्पष्ट किया कि यह एक मलयालम चुटकुले का संदर्भ था.
उदयनिधि ने अपने बयान में सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से करते हुए कहा था कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इसे समाप्त ही कर देना चाहिए. विवादित बयान देते हुए उदयनिधि ने कहा कि कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है. उदयनिधि के इस बयान के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया था. कुछ नेता उनके समर्थन में आ गए तो अधिकतर राजनेताओं ने बयान से दूरी बना ली.