Kiran Kumar Reddy: आंध्र प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी हुए भाजपा में शामिल

Kiran Kumar Reddy: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. किरण रेड्डी ने कांग्रेस का दामन छोड़ने के बाद प्रदेश में नयी सियासत को जन्म दिया है. बीते कुछ दिन पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर हैरान कर दिया. आज (शुक्रवार) को वह बीजेपी में शामिल हो गए हैं.

Update: 2023-04-07 08:53 GMT

Kiran Kumar Reddy: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. किरण रेड्डी ने कांग्रेस का दामन छोड़ने के बाद प्रदेश में नयी सियासत को जन्म दिया है. बीते कुछ दिन पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर हैरान कर दिया. आज (शुक्रवार) को वह बीजेपी में शामिल हो गए हैं. बीजेपी ने उनका शानदार तरीके से स्वागत किया. किरण रेड्डी के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस को इसका भारी खामियाजा उठाना पड़ सकता है. वहीं बीजेपी को इसका फायदा हो सकता है.

किरण रेड्डी के बीजेपी में शामिल होने पर इसका प्रदेश की राजनीति पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है. वे राज्य के एक वरिष्ठ दिग्गज नेता हैं. वह संयुक्त प्रदेश के आखिरी मुख्यमंत्री रहे. इसके अलावा कई सालों तक राज्य के मंत्री भी रहे हैं. किरण रेड्डी पार्टी के वो नेता रहे हैं, जिस समय प्रदेश के विभाजन करने की बात चल रही थी, उस समय उन्होंने यूपीए सरकार का विरोध किया था.

वाई. राजशेखर रेड्डी के शासन के समय 2004-09 में उनके देहांत से पहले राजशेखर रेड्डी और किरण रेड्डी का राज्य में भारी दबदबा होता था. 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को यहां 42 में 33 सीटों पर जीत मिली थी. राजशेखर रेड्डी ने प्रदेश में कांग्रेस की दो बार सरकार बनाई. हालांकि उनके देहांत के बाद उनके बेटे का हाथ में जिम्मेदारी दी गई, लेकिन वह ज्यादा समय तक नहीं चली और उन्होंने अपनी वाईएसआर नाम की नयी पार्टी बना ली. राजशेखर रेड्डी ने कांग्रेस की दो बार सरकार बनाई. उन्होंने उस वक्त ऐसी पदयात्रा की थी, जैसे आज राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा की थी. आंध्र प्रदेश के विभाजन से पहले किरण रेड्डी ने इसके विरोध में पदयात्रा निकाली थी.

किरण रेड्डी ने लगाया यह आरोप

आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम ने भाजपा पार्टी की सदस्यता लेने के बाद कहा कि कांग्रेस पार्टी लोगों के मत को नहीं समझ पा रही है। कांग्रेस पार्टी अपनी हार का न तो विश्लेषण करते हैं और न ही गलती में सुधार करना चाहते हैं. वे सोचते हैं कि मैं ही सही हूं और देश की जनता सहित बाकी सब गलत हैं. उन्होंने कहा कि उनकी इसी विचारधारा की वजह से मैंने कांग्रेस पार्टी छोड़ने का फैसला लिया.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस पार्टी में फिर से शामिल होने के बाद किरण कुमार को संभावना थी कि उन्हें संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. इसके बाद 12 मार्च को उन्होंने पार्टी के सभी पद से इ्स्तीफा दे दिया. आंध्र प्रदेश में 2024 में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसी के बाबत कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें बीजेपी की तरफ से कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.

आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम किरण कुमार रेड्डी ने राजनीति की दुनिया में साल 1989 में कदम रखा था. सबसे पहले उन्होंने वायलपाडु से कांग्रेस के टिकट जीत दर्ज की थी. इसके बाद रेड्डी 1999 और 2004 में इसी विधानसभा क्षेत्र से जीते थे. वहीं, 2009 में पिलेरू विधानसभा क्षेत्र से भी जीत का परचम लहराया था. साल 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी का निधन हो गया था, जिसके बाद उन्होंने राज्य को बतौर मुख्यमंत्री चलाने का कार्य किया.

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