Karnataka News: रिश्वतखोरी मामले में BJP विधायक गिरफ्तार, हाईकोर्ट ने जमानत याचिका की खारिज

Karnataka News: कर्नाटक से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। पुलिस ने कर्नाटक के चन्नागिरी से विधायक मदल विरुपक्षप्पा को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही इस मामले में कर्नाटक उच्च न्यायालय ने भाजपा विधायक की अग्रिम जमानत याचिका को भी खारिज कर दिया थी।

Update: 2023-03-28 05:06 GMT

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Karnataka News: कर्नाटक से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। पुलिस ने कर्नाटक के चन्नागिरी से विधायक मदल विरुपक्षप्पा को रिश्वतखोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही इस मामले में कर्नाटक उच्च न्यायालय ने भाजपा विधायक की अग्रिम जमानत याचिका को भी खारिज कर दिया थी। इसके बाद से ही ऐसा माना जा रहा था कि उनकी गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। इसी बीच आज सोमवार को पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए विधायक मदल विरुपक्षप्पा को गिरफ्तार कर लिया है।

इस मामले में बीजेपी विधायक ने जमानत के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान लोकायुक्त के वकील ने जमानत अर्जी पर कड़ी आपत्ति जताई। इसके बाद एकल न्यायाधीश की खंडपीठ ने जमानत याचिका खारिज कर दी। जमानत याचिका खारिज होने के बाद आज विधायक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

इस मामले में कर्नाटक पुलिस का रिश्वतखोरों पर बड़ा एक्शन माना जा रहा है। कर्नाटक में मई के महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले बीजेपी विधायक का गिरफ्तार होना चुनाव पर असर डाल सकता है। इसके साथ ही ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी विधायक की गिरफ्तारी से चुनाव में भी भाजपा को खासा नुकसान पहुंच सकता है।

क्या है पूरा मामला

बीजेपी विधायक को आज यानी सोमवार को तुमकुरु में क्याथासंद्रा टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया गया है। मदल विरुपक्षप्पा के बेटे प्रशांत मदल को लोकायुक्त अधिकारियों ने दो मार्च को रंगे हाथ पकड़ा था। प्रशांत मदल को एक ठेकेदार से 40 लाख रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। प्रशांत पर आरोप है कि केएसडीएल कार्यालय में अपने पिता की ओर से रकम ले रहे थे। इसके बाद विधायक के घर छापेमारी की गई तो विरुपक्षप्पा के घर से 7 करोड़ से अधिक की नकदी जब्त की गई।

पिछले सप्ताह कर्नाटक हाई कोर्ट ने मामले में अपना फैसला सुरक्षित रखा था। कोर्ट ने चन्नागिरी से विधायक विरुपक्षप्पा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। अपने बेटे की गिरफ्तारी होने के बाद विरुपक्षप्पा ने केएसडीएल के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। विधायक के बेटे प्रशांत मदल बेंगलुरु जलापूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड के मुख्य लेखा अधिकारी हैं। पुलिस ने कहा था कि विधायक ने रिश्वत कर्नाटक साबुन और डिटर्जेंट लिमिटेड को कच्चे माल की आपूर्ति के लिए एक टेंडर हासिल करने के लिए थी।

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