Best Monsoon Trip In India: गुफाएं, झीलें और झरने, बस्तर में छुपे हैं भारत के अनदेखे खजाने, मानसून में जरूर करें प्लान

Best Monsoon Trip In India: छत्तीसगढ़ में बस्तर एक ऐसी जगह है जहां के खूबसूरत नजारे आपका मन मोह लेंगे और मानसून में तो यहां प्रकृति की खूबसूरती अपना जलवा बिखेरती है। अगर आप भी मानसून में घूमने के शौकिन हैं तो आज हम आपको बस्तर की कुछ ऐसी जगहों के बारें में बता रहे हैं जहां जाकर आप भी रोमांचित हो उठेंगे।

Update: 2025-06-25 06:32 GMT

Best Monsoon Trip In India

Best Monsoon Trip In India: छत्तीसगढ़ में बस्तर एक ऐसी जगह है जहां के खूबसूरत नजारे आपका मन मोह लेंगे और मानसून में तो यहां प्रकृति की खूबसूरती अपना जलवा बिखेरती है। अगर आप भी मानसून में घूमने के शौकिन हैं तो आज हम आपको बस्तर की कुछ ऐसी जगहों के बारें में बता रहे हैं जहां जाकर आप भी रोमांचित हो उठेंगे।

चित्रकोट जल प्रपात-

चित्रकोट जल प्रपात बस्तर के सबसे प्रसिद्ध जलप्रपातो में से एक है. यहां छत्तीसगढ़ से ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटक भी घूमने आते हैं इसे भारत का नियाग्रा भी कहा जाता है।

तीरथगढ़ जल प्रपात –

बारिश के समय में तीरथगढ़ जल प्रपात अपने विहंगम रूप नजर आता है यहां के खूबसूरत नजारें लोगों का मन मोह लेते हैं। 90 फीट ऊंचाई से गिरने वाला ये वाटरफॉल आपको खूब लुभाएगा।

दलपत सागर झील-

ये झील राज्य के समसे खूबसूरत झीलों में से एक है इसका निर्माण 400 साल पहले राजा दलपत देव काकतीय ने वर्षा जल के संचयन के लिए किया था। अब ये स्थान मछली पकड़ने और सिचाई के लिए किया जाता है आप यहां नौका विहार का लुत्फ उठा सकते हैं। इसी झील के पास भगवान शिव की मूर्ति और एक छोटा सा द्वीप भी है। बारिश के समय पर्यटकों की भारी भीड़ यहां देखने को मिलती है।

भैंसा दरहा झील –

हरे भरे जंगलों से घिरा यह झील प्रवासी पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह स्थान एक शांत वातावरण प्रदान करता है ये झील वन्यजीव अभ्यारण्य से जुड़ा हुआ है बस्तर के इस छिपे हुए रत्न को देखने के लिए दूर दूर से पर्यटक पहुंचते हैं।

दंतेश्वरी मंदिर-

ये मंदिर दंतेवाड़ा में स्थित है इस मंदिर को मां के 52 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। मां की प्रतिमा एक ही पत्थर को तराश कर बनाई गई है ऐसा कहा जाता है। इस मंदिर का सांस्कृतिक और पुरातात्विक महत्व भी है जो भक्तो को काफी आकर्षित करता है। मंदिर में अलंकृत पिरामिडनुमा टॉवर है जो मंदिर की गर्भगृह का नियंत्रण करता है।

ढोलकल गणेश-

भगवान गणेश का यह मंदिर दंतेवाड़ा में स्थित है। ढोलकल पहाड़ी के ऊपर स्थित गणेश जी का यह मंदिर समुद्र तल से 3000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, यहां का रास्ता काफी मुश्किल है कहा जाता है कि ये मंदिर करीब 1 हजार साल पुराना है यहां खुले आसमान के नीचे भगवान गणेश विराजमान हुए हैं। 

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान-

ये उद्यान जैव विविधता का एक हॉटस्पॉट है जो अपने मनोरम दृश्यों के लिए काफी प्रसिद्ध है इस उद्यान की स्थापना 1982 में हुई थी। इस इलाके में पड़ाड़ी स्थलाकृति, गहरी घाटियां, घुमावदार नदिया जैसी गुफाएं भूमिगत चुना पत्थर की गुफाओं से भरा हुआ है। इस पार्क में ऐसे कई पौधे हैं जिनका उपयोग स्थानीय लोग औषधीय प्रयोजनों के लिए करते हैं।

कोटमसर गुफा-

जगदलपुर के छोटे से शहर के पास स्थित कोटमसर गुफा पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। जमीन से लगभग 35 मीटर की गहराई पर स्थित ये गुफा 1370 मीटर तक फैली है इसे दुनिया की सबसे लंबी प्राकृतिक रूप से निर्मित भूमिगत गुफाओं में से एक माना जाता है।

गुफाएं, झीलें और झरने: बस्तर में छुपे हैं भारत के अनदेखे खजाने, मानसून में जरूर करें प्लान-

इस संग्रहालय में आप स्वदेशी जनजातियों की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रूबरू हो सकते हैं। यहां आदिवासी जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है। यहां आकर आप आदिवासियों के जीवन शैली को बेहतर समझ सकते हैं।

धूड़मारास गांव- 

आप बस्तर जाते हैं तो आपको धूड़मारास गांव भी जाना चाहिए। गांव को संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन के बेस्ट टूरिज्म विलेज अपग्रेडेशन प्रोग्राम की मान्यता मिली है इस गांव में कोई होटल नहीं है। यहां के पर्यटक बांस, लाल ईंट और पत्थरों से बने घरों में ठहरते हैं। गांव में खाना पकाने का अंदाज भी काफी पुराना है। गांव की प्रकृतिक सुंदरता आपका मन मोह लेगी। 

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