”डील वुमन” कही जाने वाली स्वप्ना सुरेश के कारण सीएम के सिकरेट्री की हुई छुट्टी….पढ़िये स्वप्ना कैसे बनी गोल्ड स्मगलिंग क्वीन

Update: 2020-07-08 08:22 GMT

नई दिल्ली, 8 जुलाई 2020। स्मगलिंग की दुनिया में डील वुमेन के नाम से तहलका मचाने स्वप्ना सुरेश के कारण केरल में सियासी भूचाल आ गया है। स्पप्ना से रिश्तों के कारण केरल के आईटी एवं मुख्यमंत्री सचिवालय के सचिव की छुट्टी हो गई है। स्वप्ना के साथ मुख्यमंत्री पिनराई विजयन की फोटो भी सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने कहा है कि वे किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं।

केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रविवार को अधिकारियों ने एयर कार्गो के जरिए पहुंचे सामान में 30 किलोग्राम से अधिक सोना बरामद किया। यूएई की एक पूर्व वाणिज्य अधिकारी स्वप्ना सुरेश इस मामले की मुख्य आरोपी है। बताया जा रहा है कि इसके तार यूएई के महावाणिज्य दूतावास से संबंधित एक राजनयिक खेप से जुड़े हुए हैं।
पुलिस को जानकारी मिली है कि सोना तस्करी करने वाला गैंग मॉडल्स और अभिनेत्रियों के जरिए सोने की तस्करी कर रहा है। जब और पूछताछ की गई तो पता चला कि स्वप्ना सुरेश ही डील वुमन है। वह इस गैंग को गंभीर मामलों में फंसने के बाद बाहर निकालती थी।

केरल सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी सचिव एम शिवशंकर का नाम इस पूरे मामले में सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि उन्होंने ही स्वप्ना को आईटी डिपार्टमेंट में नौकरी दिलाई थी। आईटी सचिव शिवशंकर मुख्यमंत्री के भी सचिव थे और वह स्वप्ना के आवास पर अकसर आते-जाते रहे हैं। मुख्यमंत्री विजयन के कार्यालय ने स्वप्ना से किसी तरह के संबंध से इनकार किया है। राज्य सरकार ने स्वप्ना को केरल स्टेट आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (केएसआईटीएल) से भी बर्खास्त कर दिया है। शिवशंकर को भी मुख्यमंत्री के सचिव पद से हटा दिया गया है।

स्वप्ना सुरेश का जन्म यूएई के अबू धाबी में हुआ था। अबू धाबी में ही उसने पढ़ाई जिसके बाद उसे एयरपोर्ट पर नौकरी मिल गई थी। स्वप्ना ने शादी भी की लेकिन जल्द ही तलाक हो गया तो वह बेटी के साथ केरल के तिरुवनंतपुरम रहने चली आई। भारत आने के बाद स्वप्ना सुरेश ने दो साल तक तिरुवनंतपुरम में एक ट्रेवल एजेंसी में काम किया फिर उसकी 2013 में एयर इंडिया एसएटीएस में नौकरी लग गई। 2016 में जब धोखाधड़ी के एक केस में क्राइम ब्रांच ने उसकी जांच शुरू की तो स्वप्ना वापस अबू धाबी चली गई। अबू धाबी में वो यूएई महावाणिज्य दूतावास में वह महावाणिज्य दूत की सचिव बन गई। पिछले साल ही उसने नौकरी छोड़ दी थी। हालांकि, पुलिस का कहना है कि उसे नौकरी से निकाला गया था।

यूएई वाणिज्य दूतावास में नौकरी करना स्वप्ना की जिंदगी को नए मोड़ पर ले गया। यहां उसने बड़े-बड़े लोगों से अपनी पहचान बढ़ानी शुरू की। बड़े होटलों में होने वाली पार्टियों में वह अक्सर शामिल होती थी। अरबी समेत कई भाषाएं जानने वाली स्वप्ना केरल आने वाले अरब नेताओं की टीम में होती थी।

जब स्वप्ना एयर इंडिया एसएटीएस में ट्रेनर थी तो उसपर एक ऑफिसर को झूठे केस में फंसाने का आरोप लगा था। स्वप्ना ने माना था कि उसने झूठे आरोप लगाए और एक महिला को फर्जी नाम के साथ जांच समिति के सामने पेश किया। बताया जा रहा है कि जब इस मामले की जांच चल रही थी तो उसे छोड़ने के लिए पुलिस पर बेहद दबाव बनाया जा रहा था। जांच के दौरान स्वप्ना ने यह भी बताया था कि वह केरल आईटी विभाग की भी कर्मचारी रह चुकी है।

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