Chhattisgarh BJP: CG भाजपा के इन 3 मंत्रियों को छोड़ना पड़ सकता है पद: लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश भाजपा संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी

Chhattisgarh BJP: भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। छत्‍तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर जीत दर्ज करने के लक्ष्‍य के साथ मैदान में उतरी भाजपा प्रदेश संगठन में बड़ा बदलाव करने की तैयारी में है।

Update: 2024-01-05 15:26 GMT

Chhattisgarh BJP: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में भाजपा 5 वर्ष के अंतराल के बाद सत्‍ता में वापसी की है। पार्टी ने नवंबर-दिसंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में 54 सीटों पर जीत दर्ज की है। भाजपा, प्रदेश अध्‍यक्ष अरुण साव के नेतृत्‍व में विधानसभा के चुनाव में उतरी थी। साव को जब प्रदेश भाजपा की कमान सौंपी गई तब वे बिलासपुर सांसद थे। पार्टी ने लोरमी सीट से उन्‍हें विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारा। चुनाव में न केवल साव लोरमी से चुनाव जीते बल्कि भाजपा को पूर्ण बहुमत भी मिली। पार्टी ने इसका ईनाम देते हुए साव को डिप्‍टी सीएम बना दिया। इसके साथ ही प्रदेश अध्‍यक्ष के रुप में साव का कार्यकाल समाप्‍त हो गया।

जैनम मानस भवन, रायपुर में आज भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव के सन्दर्भ में लोकसभा योजना बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सभी वरिष्ठों द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव की कार्ययोजनाओं पर चर्चा की गई।

प्रदेश अध्‍यक्ष से विधायक और डिप्‍टी सीएम बने साव को 9 अगस्‍त 2022 को प्रदेश भाजपा की कमान सौंपी गई थी। पार्टी एक व्‍यक्ति एक पद के सिद्धांत पर चलती है, ऐसे में साव को डिप्‍टी सीएम बनाने के साथ ही भाजपा के राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व ने साव के स्‍थान पर नए प्रदेश अध्‍यक्ष की नियुक्ति कर दी। जगदलपुर सीट से विधायक चुने गए किरण सिंहदेव को प्रदेश भाजपा अध्‍यक्ष बना गया है। 21 दिसंबर 2022 से उन्‍होंने प्रदेश भाजपा की कमान संभाल ली है। प्रदेश में लोकसभा का चुनाव भी उन्‍हीं के नेतृत्‍व में लड़ा जाएगा। ऐसे में अध्‍यक्ष के हिसाब से प्रदेश संगठन में बदलाव की तैयारी तेज हो गई है।

जैनम मानस भवन, रायपुर में आज भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव के सन्दर्भ में लोकसभा योजना बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सभी वरिष्ठों द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव की कार्ययोजनाओं पर चर्चा की गई।

प्रदेश के तीनों महामंत्री बन गए सरकार में मंत्री

प्रदेश भाजपा के तीनों महामंत्री अब प्रदेश सरकार में मंत्री है। छत्‍तीसगढ़ की विष्‍णुदेव साय सरकार में मंत्री बनने वाले भाजपा संगठन के महामंत्रियों केदार कश्‍यप, ओपी चौधरी और विजय शर्मा शामिल हैं। पार्टी नेताओं के अनुसार इन तीनों नेताओं के स्‍थान पर प्रदेश संगठन में नए महामंत्रियों की नियुक्ति तय है। इसके लिए नामों पर विचार भी शुरू हो गया है।

प्रदेश भाजपा के संगठन प्रभारी ओम माथुर आज रायपुर पहुंचे हुए हैं। माथुर के इस दौरे के साथ ही संगठन में बदलाव की चर्चा तेज हो गई है। पार्टी नेताओं के अनुसार मामला संगठन के साथ लोकसभा चुनाव से जुड़ हुआ है इस वजह से नियुक्ति का पूरा फैसला राष्‍ट्रीय स्‍तर से होगा। ऐसे में यहां से नामों का प्रस्‍ताव राष्‍ट्रीय नेतृत्‍व को भेजा जाएगा। वहां से जिसके नाम को हरी झंडी मिलने के बाद ही घोषणा की जाएगी।

इन तीनों के अलावा विधायक चुने गए अजय चंद्राकर और राजेश मूणत प्रदेश प्रवक्‍ता है। चंद्राकर मुख्‍य प्रवक्‍ता हैं। हालांकि दोनों को मंत्री नहीं बनाया गया है। ऐसे में उम्‍मीद की जा रही है कि दोनों नेता प्रवक्‍ता के पद पर बने रह सकते हैं।

जैनम मानस भवन, रायपुर में आज भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव के सन्दर्भ में लोकसभा योजना बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सभी वरिष्ठों द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव की कार्ययोजनाओं पर चर्चा की गई।

महामंत्री पद के लिए इन नामों की चर्चा

प्रदेश महामंत्री के पद के लिए आधा दर्जन से अधिक नेता दावेदार हैं। इनमें संजय श्रीवास्‍तव, भूपेंद्र सवन्‍नी, रजनीश त्रिपाठी, सौरभ सिंह और अमति साहू का नाम प्रमुख रुप से लिया जा रहा है। विधानसभा चुनाव से पहले श्रीवास्‍तव सरगुजा संभाग के प्रभारी थे। सवन्‍नी दुर्ग संभाग और सौरभ सिंह रायपुर संभाग के प्रभारी थे। सरगुजा में भाजपा ने सभी 14 सीटों पर जीत दर्ज की है। रायपुर और बिलासपुर संभाग में भी पार्टी का प्रदशर्न बेहतरीन रहा है।

2 राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष भी बन गए विधायक

छत्‍तीसगढ़ में भाजपा क 3 राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष हैं। इनमें से डॉ. रमन सिंह और लता उसेंडी को विधानसभा का टिकट मिला था। दोनों ही चुनाव जीत गए हैं। प्रदेश से तीसरी राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष सरोज पांडेय हैं। विधानसभा अध्‍यक्ष बनने के साथ ही डॉ. रमन ने राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष के पद से इस्‍तीफा दे दिया है। उसेंडी अब भी पद पर बनी हुई हैं। हालांकि अभी तक सरकार में उन्‍हें कोई पद नहीं मिला है। ऐसे में उन पर एक व्‍यक्ति एक पद वाला फार्मूला लागू नहीं होगा।

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