BJP MLA Doman Lal korsewada Ahiwara Biography: भाजपा विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा का जीवन परिचय...

MLA Doman Lal Korsewada Ahiwara Biography: डोमन लाल कोर्सेवाड़ा अहिवारा विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी निर्मल कोसरे को 25263 मतों के अंतर से चुनाव हराया है। डोमन लाल कोर्सेवाड़ा अहिवारा विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद वहां के पहले विधायक चुने गए थे। वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दुर्ग के उपाध्यक्ष थे। डोमन लाल कोर्सेवाड़ा ने 1972 में सहायक शिक्षक के रूप में नौकरी की शुरूआत की। वे 1998 में व्याख्याता पद से सेवानिवृत्त हुए है। डोमन लाल दुसरी बार चुनाव मैदान में होंगे।

Update: 2023-10-20 06:39 GMT

BJP MLA Doman Lal korsewada Ahiwara Biography: भाजपा विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा दुर्ग जिले की अहिवारा विधानसभा से निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस के निर्मल कोसरे को 25263 मतों के अंतर से चुनाव हराया है। अहिवारा विधानसभा अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व सीट है। जिसे विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 67 के नाम से जाना जाता है। 2008 में पाटन व धमधा विधानसभा के कुछ हिस्सों को अलग कर अहिवारा विधानसभा बनाया गया था। अहिवारा विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद डोमन लाल भाजपा की टिकट से यहां चुनाव जीत कर पहले विधायक निर्वाचित हुए थे।

डोमन लाल कोर्सेवाड़ा का जन्म 12 अगस्त 1948 को बालोद जिले के गुण्डरदेही ब्लॉक के ग्राम भेंडरा में हुआ था। उनके पिता का नाम स्वर्गीय नम्मू दास कोर्सेवाड़ा है। डोमन लाल ने एमए राजनीति करने के बाद बीएड की ट्रेनिंग की है। उनका विवाह कमला कोर्सेवाड़ा से 4 मई 1970 को हुआ था। उनके एक पुत्र व दो पुत्रियां है। सामाजिक चेतना एवं सामाजिक न्याय हेतु छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 2006 में गुरु घासीदास सम्मान महामहिम राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के करकमलों से डोमन लाल को मिला। उन्हें सतनामी समाज के राज महंत पद से भी नवाजा गया है।

डोमन लाल कौर से वादा ने सन 1972 में सहायक शिक्षक के पद से प्राथमिक शाला साजा गुंडरदेही ब्लॉक से अपने कैरियर की शुरुआत की। 1987 में उच्च श्रेणी शिक्षक बने। 1998 में वे व्याख्याता पद से सेवानिवृत हुए। 1999 में निजी सहायक लोकसभा सांसद दुर्गा रहे। वे अध्यक्ष जिला विधि सहायता अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ जिला दुर्ग रहे। वह उपाध्यक्ष अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दुर्ग भी रहे।

वे महामंत्री दुर्ग जिला सतनामी कल्याण संघ दुर्ग रहे। वह सदस्य गिरौदपुरी मेला कमेटी रायपुर भी रहे। डोमन लाल अध्यक्ष गुरु घासीदास मंदिर समिति चौरेल जिला दुर्ग भी रहें। वे संरक्षक छत्तीसगढ़ पंथी नृत्य अकादमी, संचालक मोतीकला साहित्य विकास समिति रहे। साथ ही राजमहंत स्व. करुणा माता गुरु गोसाई रायपुर रहे। 2008 विधानसभा चुनाव में पहली बार अहिवारा से विधायक निर्वाचित हुए। 2013 और 2018 के चुनाव में टिकट नहीं मिलने के बावजूद भाजपा के प्रति निष्ठावान रहे।

2023 विधानसभा चुनाव में अहिवारा विधानसभा के भाजपा के प्रत्याशी डोमन लाल कोर्सेवाड़ा को 96717 (54.65%) वोट मिले। कांग्रेस के निर्मल कोसरेे को 71454 (40.38%) वोट मिले। अन्य प्रत्याशियों को मिला कर 10467 (4.07%) वोट मिलें। नोटा को यहां 1599 वोट मिले।

इस सीट से पिछली बार कांग्रेस के प्रत्याशी रुद्र कुमार गुरु विधायक निर्वाचित हुए थे। जिसके बाद में भूपेश सरकार में पीएचई मंत्री भी थे। पीएचई मंत्री का विधानसभा क्षेत्र होने के बावजूद भी क्षेत्र की जनता स्वच्छ पेयजल के लिए तरसती रही। यहां पानी की टंकी तो बनी व पानी के पाइप लाइन भी बिछे पर लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पाया। जिसके चलते यहां कांग्रेस प्रत्याशी को नुकसान हुआ। ज्ञातव्य है कि इस बार यहां से मंत्री रुद्र कुमार गुरु की सीट बदल दी गई थी और अहिवारा से कांग्रेस ने निर्मल कोसरे को मौका दिया था।

अहिवारा विधानसभा के गठन के बाद यहां के पहले विधायक डोमन लाल ही थे। पेशे से शिक्षक डोमन लाल विधायक रहते हुए भी जनता से विनम्र होकर मिलते थे इसके अलावा 13 व 18 में टिकट नहीं मिलने पर भी जनता के बीच सक्रिय बने रहे। अपने व्यवहार की सरलता के चलते डोमन लाल को जीत हासिल हुई। इस सीट पर सतनामी समाज का बाहुल्य है। सतनामी समाज के राजमहंत का बड़ा प्रभाव यहां है। डोमन लाल को समाज की धार्मिक आस्थाओं के तहत राजमहंत पर विश्वास का लाभ मिला। सहज, सरल, मिलनसार छवि का लाभ मिला।

दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल कोसरे का महापौर रहते जनता के प्रति रूखा व्यवहार रहा। दुर्ग जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष होने के बाद भी कार्यकर्ताओं से संपर्क नहीं रखा। सामाजिक लोगों को एकजुट नहीं कर पाए।

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