बिकनी, घूंघट या जींस... महिला क्या पहने यह उसका अधिकार...प्रियंका ने ट्वीट कर किया हिजाब का समर्थन, कोर्ट का फैसला भी कुछ देर में

Update: 2022-02-09 09:07 GMT

बैंगलुरु,9 फ़रवरी 2022। कर्नाटक में चल रहे हिजाब विवाद में अब मुस्लिम तबके को प्रियंका गांधी और सीपीआई का खुला समर्थन मिल गया है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा है

"चाहे वह बिकनी हो, घूंघट हो, जींस की जोड़ी हो या हिजाब, यह तय करना एक महिला का अधिकार है कि वह क्या पहनना चाहती है।यह अधिकार भारतीय संविधान द्वारा गारंटीकृत है। महिलाओं को प्रताड़ित करना बंद करो"

हैशटेग लड़की हूँ लड़ सकती हूँ के साथ किए गए इस ट्वीट पर राहुल गांधी ने थम्स अप का रिप्लाई दिया है।

इस मसले पर सीपीआई भी कूद पड़ी है,सीपीआई के राज्यसभा सदस्य एलकराम करीम ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिख कर्नाटक सरकार को इस मसले पर गंभीर ना होने और रवैये को मुस्लिम छात्राओं के साथ ग़लत करार देते हुए हस्तक्षेप के लिए पत्र लिखा है।

इधर इस मसले पर कर्नाटक सरकार का रुख सख्त है। कांग्रेस को इस मसले पर विवाद का जनक बताते हुए कर्नाटक के राजस्व मंत्री अशोक ने कहा है -

"सरकार न तो हिजाब और न केसरी के पक्ष में है। छात्र सड़कों पर जो चाहें पहन सकते हैं, लेकिन स्कूलों में ड्रेस कोड अनिवार्य है। हमने छात्रों की सुरक्षा के लिए एहतियात के तौर पर स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए हैं। इस राजनीति के पीछे है कांग्रेस"

वहीं कर्नाटक के गृहमंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा है

"जहां भी अप्रिय घटना हुई है वहां कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने मामले दर्ज कर लिए हैं। हमने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है, वे बाहरी हैं, छात्र नहीं, पूछताछ के बाद हम आपको बताएँगे,सरकार दिन के अंत तक अदालत के आदेश की उम्मीद कर रही है। हम कोर्ट को सलाह नहीं दे सकते"

दरअसल कर्नाटक में स्कुल कॉलेज में धार्मिक गणवेश पर रोक है। मुस्लिमों की ओर से इसके बावजूद हिजाब को पहना गया जिस पर आपत्ति हुई, आपत्ति का प्रतिरोध देख कई छात्र केसरिया गमछा पहन कर आने लगे। विवाद हिंसक टकराव में बदल गया, जिसके बाद तीन दिनों के लिए स्कुल कॉलेज बंद कराए गए हैं।

इस मसले को लेकर कर्नाटक हाईकोर्ट देर शाम तक फ़ैसला सुना सकती है।

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