Vinesh Phogat-Bajrang Punia Joins Congress: विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने थामा कांग्रेस का हाथ, जानें कहां से लड़ेंगे चुनाव

Vinesh Phogat-Bajrang Punia Joins Congress: हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया और महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है।

Update: 2024-09-06 12:13 GMT

Vinesh Phogat-Bajrang Punia Joins Congress: हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया और महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। दोनों ने दोपहर डेढ बजे पार्टी कार्यालय में कांग्रेस के सदस्यता ग्रहण की। इसके साथ ही कुश्ती के बाद दोनों खिलाड़ियों की राजनीतिक पारी की शुरुआत हो चुकी है। रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस चुनाव में मजबूती हासिल करने के लिए दोनों खिलाड़ियों को विधानसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी भी बना सकती है।

दोनों पहलवानाें ने यह कदम गत 4 सितंबर को दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हुई मुलाकात के बाद उठाया है। उनकी राहुल से मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया पर भी आई थी। इतना ही नहीं, दोनों पहलवानों ने राहुल से मुलाकात के बाद कांग्रेस पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की थी। उसके बाद से ही दोनों के कांग्रेस में शामिल होने और विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने की अटकले लगाई जा रही थीं।

हरियाणा भाजपा के नेता अनिल विज ने कहा कि अगर विनेश देश की बेटी से कांग्रेस की बेटी बनना चाहती है, तो उन्हें क्या ऐतराज होगा। कांग्रेस पहले दिन से पहलवानों के पीछे थी और कांग्रेस के उकसाने से ही वो आंदोलन चल रहा था। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, "मुझे लगता है कि हमारे एथलीट विरोध के दौरान राजनीतिक चक्रव्यूह में फंस गए। पहलवानों का विरोध राजनीति से प्रेरित था और यह अब स्पष्ट हो गया है।"

दोनों पहलवानों की भाजपा के कड़ी नाराजगी है। पिछले साल कुछ पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष और भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। उस मामले में बजरंग और विनेश काफी मुखर रहे थे। हाल ही में विनेश शंभू बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन के 200 दिन पूरे होने पर आयोजन में शामिल भी हुई थीं। किसान आंदोलन को लेकर भी पहलवानों का रवैया भाजपा विरोधी रहा है।

विनेश का राजनीतिक प्रवेश हरियाणा की राजनीति में कांग्रेस को बड़ा फायदा हो सकता है। विनेश के खाप पंचायतों और किसानों के साथ मजबूत रिश्ते कांग्रेस के साथ उन्हें चुनाव में बड़ा समर्थन दिला सकते हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में विनेश की भूमिका हरियाणा की सियासत में एक अहम मोड़ साबित हो सकती है। इसी तरह बजरंग के आने से भी कांग्रेस के लिए राज्य में युवाओं को समर्थन बढ़ जाएगा और इसका सीधा लाभ मिलेगा।

पहलवानों को कहां से मिल सकता है टिकट?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने विनेश को बारडा और जुलाना सीट से लड़ने का विकल्प दिया है। बारड़ा उनका घर है तो जुलाना ससुराल है। वहीं, बजरंग ने बादली से टिकट मांगा है, लेकिन यहां से कांग्रेस के कुलदीप वत्स फिलहाल विधायक हैं। कुलदीप का टिकट कटने से कांग्रेस को ब्राह्णण वोटरों में नाराजगी का खतरा है। ऐसे में कांग्रेस ने बजरंग को बहादुरगढ़ और भिवानी से चुनाव मैदान में उतरने का विकल्प दिया है।

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