Assam Viral Video: तलाक को बनाया त्योहार! एक ने दूध से किया स्नान, दूसरे ने किया कुछ ऐसा वीडियो हुआ वायरल
Talaq Ke Bad Dudh Se Nahaya: नलबाड़ी: असम से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने अपनी तलाक की खुशी (Talaq Ki Khushi) दूध से नहाकर (Dudh Se Nahaya) मनाई। जी हां बताया जा रहा है कि माणिक अली अपनी पत्नी से बेहद परेशान था जिसने कानूनी रूप से अलग होने के बाद 40 लीटर दूध से नहाकर जश्न (Dudh Se Naha Kar Manaya Jashn) मनाया। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल (Video Viral) हो गया है। वीडियो के वायरल होते ही यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है।
Talaq Ke Bad Dudh Se Nahaya: नलबाड़ी: असम से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने अपनी तलाक की खुशी (Talaq Ki Khushi) दूध से नहाकर (Dudh Se Nahaya) मनाई। जी हां बताया जा रहा है कि माणिक अली अपनी पत्नी से बेहद परेशान था जिसने कानूनी रूप से अलग होने के बाद 40 लीटर दूध से नहाकर जश्न (Dudh Se Naha Kar Manaya Jashn) मनाया। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल (Video Viral) हो गया है। वीडियो के वायरल होते ही यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है।
आज से मैं आजाद हूं: माणिक
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि उसके सामने चार बाल्टियों में करीब 40 लीटर दूध रखा है, जिससे वह स्नान (Dudh Se Nahaya) करते हुए हस रहा है। माणिक अली ने बताया कि उसकी पत्नी पहले भी दो बार किसी अन्य पुरुष के साथ भाग चुकी थी। 'मेरे वकील ने बताया कि तलाक फाइनल हो गया है। अब मुझे अपने परिवार की शांती के लिए झेलना नहीं पड़ेगा। इसलिए मैं इस आजादी को दूध से नहाकर मना रहा हूं।'
हरियाणा में भी दिख चुका है ऐसा मामला
बता दें कि ऐसी घटनाएं पहली बार नहीं हो रही है। हरियाणा के मंजीत नाम के व्यक्ति ने 2024 में अपनी तलाक की खुशी में भव्य पार्टी दी थी। मंजीत और कोमल की शादी 2020 में हुई थी, लेकिन संबंधों मे दरार के चलते 2024 मे तलाक हो गया। इसके बाद मंजीत ने तलाक के मौके को जश्न में बदल दिया। उस पार्टी में शादी और तलाक की तारीख वाला पोस्टर, पूर्व पत्नी का पुतला और कई केक मौजूद थे। मंजीत जयकारों के बीच केक काटते हुए नजर आए और अपनी आजादी का जश्न बड़ी धूमधाम से मनाया।
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
इन दोनों घटनाओं ने सोशल मीडिया पर व्यापक बहस छेड़ दी है। कुछ लोग तलाक को निजी दुख का विषय मानते हैं, जबकि कुछ का मानना है कि जब रिश्ते जहरिले हो जाएं तो अलगाव का जश्न मनाना गलत नहीं है। माणिक अली और मंजीत जैसे उदाहरण ये बताते हैं कि समाज अब रिश्तों और उनकी समाप्ति को देखने का नजरिया बदल रहा है। जहां पहले तलाक को शर्म की नजर से देखा जाता था, वहीं आज कुछ लोग इसे एक नई शुरुआत के रूप में देख रहे हैं और कभी-कभी जश्न के साथ।