रॉबिन उथप्पा, युवराज सिंह, सोनू सूद की फिर बढ़ी मुश्किलें: ED ने ऑनलाइन बेटिंग ऐप मामले में पूछताछ के लिए बुलाया; जानिये क्या है पूरा मामला?
ED ने रॉबिन उथप्पा, युवराज सिंह, सोनू सूद को ऑनलाइन बेटिंग एप मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है...
Online Betting App Case (NPG FILE PHOTO)
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में अपनी जांच का दायरा तेजी से बढ़ा दिया है। अब यह मामला सिर्फ एक ऐप तक सीमित नहीं रहा, बल्कि क्रिकेट और बॉलीवुड की चमकती दुनिया तक पहुंच चुका है।
रॉबिन उथप्पा से पूछताछ शुरू
पूर्व भारतीय क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा सोमवार सुबह 11 बजे ED मुख्यालय पहुंचे, जहां उनसे घंटों पूछताछ की गई। ED जानना चाहती है कि क्या उथप्पा ने 1xBet के प्रमोशनल वीडियो में हिस्सा लेकर अपनी छवि का इस्तेमाल किया और इसके बदले कोई भुगतान लिया। उनसे कॉन्ट्रैक्ट, लेन-देन और ऐप से जुड़ाव पर सवाल किए गए।
सितारों की कतार में पूछताछ
इस केस में कई बड़े नाम शामिल हैं। युवराज सिंह को 23 सितंबर और सोनू सूद को 24 सितंबर को पेश होने का नोटिस दिया गया है। उर्वशी रौतेला, जो 1xBet की ब्रांड एंबेसडर हैं, को 16 सितंबर को बुलाया गया था लेकिन वे अब तक हाजिर नहीं हुईं। इससे पहले शिखर धवन और सुरेश रैना से भी पूछताछ हो चुकी है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, 1xBet एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है जो भारत में अवैध रूप से संचालित हो रहा है। यह ऐप भारतीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए सट्टेबाजी गतिविधियों में लिप्त है। 2023 में MeitY ने इसे बैन किया था और 2025 में "प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग एक्ट" के तहत सट्टेबाजी पर पूरी तरह रोक लगा दी गई। लेकिन इसके बावजूद ये ऐप आज भी चलाया जा रहा है, जिसके प्रमोशन के लिए बॉलीवुड के बड़े बड़े सितारों को बड़ी राशि देकर बुलवाया जाता है।
ईडी अपने पूछताछ में कंपनी ने कैसे संपर्क किया, प्रमोशन के लिए किसने अप्रोच किया था, भुगतान का तरीका और क्या उन्हें पता था कि, यह अवैध है। इसके आलावा इस मामले में क्या कोई अनुबंध, ईमेल या दस्तावेज मौजूद हैं...जैसे कई सवाल है। जिसका जांच एजेंसी जवाब जानना चाहती है।
करोड़ों की ठगी और टैक्स चोरी
ED का दावा है कि, सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट्स ने इस प्लेटफॉर्म की लोकप्रियता बढ़ाई, जिससे लाखों लोगों को करोड़ों का नुकसान हुआ। जांच में यह भी देखा जा रहा है कि, प्राप्त पैसा कहां और कैसे इस्तेमाल हुआ। अगर यह पैसा अपराध से अर्जित पाया गया, तो उसे PMLA के तहत अपराध माना जाएगा।
सट्टेबाजी का बढ़ता बाजार
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी का बाजार 100 अरब डॉलर से ज्यादा का है, जिसमें 22 करोड़ यूजर्स शामिल हैं। सरकार ने 2022 से 2025 तक 1,524 प्लेटफॉर्म्स को ब्लॉक किया है। फिलहाल, ईडी इस पूरे मामले की जांच में जुटी है, कयास लगाए जा रहे है कि इस मामले में आगे और भी कई बड़े खुलासे हो सकते है।