Pahalgam Terror Attack: पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र बंद करने से 800 भारतीय उड़ानें प्रभावित, किराया बढ़ने की आशंका

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसके जवाब में भारत ने कई कूटनीतिक कदम उठाए।

Update: 2025-04-29 13:40 GMT

Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसके जवाब में भारत ने कई कूटनीतिक कदम उठाए। जवाब में, पाकिस्तान ने 24 अप्रैल 2025 से भारतीय एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र (एयरस्पेस) बंद कर दिया। इस फैसले से भारतीय एयरलाइंस की 800 से ज्यादा साप्ताहिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुई हैं, खासकर एयर इंडिया और इंडिगो की उड़ानें। लंबे रास्तों, अतिरिक्त ईंधन लागत और किराए में बढ़ोतरी से यात्रियों की परेशानी बढ़ रही है। आइए, इस खबर को डिटेल से समझते हैं।

पहलगाम हमले के बाद बढ़ा तनाव

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बैसारन घाटी में 5-6 आतंकियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए। यह कश्मीर घाटी में हाल के वर्षों का सबसे घातक हमला था। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित लश्कर-ए-तैयबा की शाखा द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) को जिम्मेदार ठहराया। इसके जवाब में भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित किया, वाघा बॉर्डर बंद किया और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाएं रद्द कर दीं।

पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया, जो 24 मई 2025 तक लागू रहेगा। इस कदम ने यूरोप, उत्तरी अमेरिका, मध्य पूर्व और मध्य एशिया जाने वाली उड़ानों को प्रभावित किया है, खासकर दिल्ली, अमृतसर, जयपुर, लखनऊ और श्रीनगर जैसे उत्तरी शहरों से उड़ान भरने वाली उड़ानों को।

कितनी उड़ानें प्रभावित?

पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र भारतीय एयरलाइंस के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पश्चिम की ओर जाने वाली उड़ानों के लिए सबसे छोटा रास्ता है। एविएशन एनालिटिक्स फर्म सिरियम के अनुसार, एयर इंडिया प्रति सप्ताह 1,188 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है, जिनमें 242 यूरोप और 144 उत्तरी अमेरिका के लिए हैं। इंडिगो की 1,904 साप्ताहिक अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी प्रभावित हैं, जिनमें से 50 रूट्स पर बदलाव किए गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स अनुसार, पिछले 5 दिनों में 600 से ज्यादा पश्चिमी उड़ानें प्रभावित हुईं, जिनमें से 120 उड़ानों को ईंधन भरने के लिए अतिरिक्त स्टॉप (जैसे कोपेनहेगन, वियना) लेना पड़ा। इंडिगो ने अल्माटी (27 अप्रैल से) और ताशकंद (28 अप्रैल से) की उड़ानें 7 मई तक रद्द कर दी हैं, क्योंकि नए रास्ते उनके मौजूदा बेड़े की रेंज से बाहर हैं।

नए रास्ते और बढ़ता समय

पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र बंद होने से भारतीय एयरलाइंस को अरब सागर के ऊपर से लंबे रास्ते अपनाने पड़ रहे हैं, जो मुंबई, अहमदाबाद और गुजरात के ऊपर से होकर मस्कट की ओर जाते हैं। फ्लाइट ट्रैकिंग डेटा से पता चलता है....

  • मध्य पूर्व: दिल्ली-दुबई उड़ानें 20-45 मिनट ज्यादा समय ले रही हैं।
  • मध्य एशिया: दिल्ली-बाकू उड़ानें 3.5 घंटे से बढ़कर 4.5 घंटे की हो गई हैं।
  • यूरोप: दिल्ली-फ्रैंकफर्ट उड़ानें 1.5-2 घंटे देर से पहुंच रही हैं।
  • उत्तरी अमेरिका: दिल्ली-न्यूयॉर्क उड़ानें 2-4 घंटे अतिरिक्त ले रही हैं, कुछ में रिफ्यूलिंग स्टॉप शामिल हैं।

किराए में 8-12% की बढ़ोतरी की आशंका

लंबे रास्तों से ईंधन खपत बढ़ी है, जो एयरलाइंस की लागत का 30% हिस्सा है। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि इससे हवाई किराए में 8-12% की वृद्धि हो सकती है। अगर यह बंदी लंबी चली, तो किराया और बढ़ सकता है। साथ ही, ज्यादा ईंधन ले जाने के लिए एयरलाइंस यात्रियों की संख्या और सामान की मात्रा कम कर रही हैं, जिससे सीट की उपलब्धता घट रही है। गैर-भारतीय एयरलाइंस, जैसे यूनाइटेड एयरलाइंस, जो पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र का उपयोग कर सकती हैं, को लागत में फायदा मिल रहा है, जिससे भारतीय एयरलाइंस को प्रतिस्पर्धा में नुकसान हो सकता है।

सरकार और एयरलाइंस की प्रतिक्रिया

नागरिक उड्डयन मंत्री के राम मोहन नायडू ने 28 अप्रैल को कहा कि सरकार एयरलाइंस के साथ मिलकर वैकल्पिक रास्तों पर काम कर रही है। उनका कहना है, “हमारी प्राथमिकता है कि यात्रियों को कम से कम परेशानी हो। हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं और सुरक्षा को प्राथमिकता दे रहे हैं।”

एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा, “पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र बंद होने से हमारी उड़ानों में देरी हो रही है। हम यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं और असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं।” इंडिगो ने भी प्रभावित यात्रियों को रिफंड या री-बुकिंग की सुविधा देने का वादा किया है।

2019 की यादें ताजा

यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र बंद किया है। 2019 में पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयरस्ट्राइक के जवाब में पाकिस्तान ने 5 महीने के लिए हवाई क्षेत्र बंद किया था, जिससे भारतीय एयरलाइंस को 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। उस समय एयर इंडिया को सबसे ज्यादा नुकसान (491 करोड़ रुपये) हुआ था।

यात्रियों के लिए सुझाव

  1. जल्दी बुकिंग करें: किराया बढ़ने की आशंका है, इसलिए जल्द से जल्द टिकट बुक करें।
  2. फ्लाइट स्टेटस चेक करें: एयरलाइंस की वेबसाइट्स या ऐप्स पर उड़ान की स्थिति जांचें।
  3. अतिरिक्त समय रखें: कनेक्शन फ्लाइट्स के लिए 2-3 घंटे अतिरिक्त समय रखें।
  4. कम सामान लें: पेलोड सीमाओं के कारण सामान की मात्रा सीमित हो सकती है।

पाकिस्तान को भी नुकसान

पाकिस्तान का यह कदम उसे भी महंगा पड़ सकता है। 2019 में हवाई क्षेत्र बंद करने से पाकिस्तान को ओवरफ्लाइट शुल्क से 100 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था। भारतीय एयरलाइंस दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा और तेजी से बढ़ता एविएशन मार्केट हैं, अब भारत से मिलने वाला शुल्क पाकिस्तान को नहीं मिलेगा।

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