Breaking News: NMC में बड़ा बदलाव! Abhijat Sheth बने नए चेयरमैन, MARB की कमान संभालेंगे Dr. M.K. Ramesh
Breaking News: Modi सरकार ने NMC और MARB में किए बड़े प्रशासनिक फेरबदल। Prof. Abhijat Sheth होंगे नए NMC चेयरमैन और Dr. M.K. Ramesh को मिला MARB का नेतृत्व। जानिए इनकी प्रोफाइल।
Breaking News: मोदी सरकार ने देश की चिकित्सा शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव की घोषणा की है। शुक्रवार को भारत सरकार के कार्मिक मंत्रालय ने एक आदेश जारी कर राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग (NMC) और मेडिकल असेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड (MARB) के शीर्ष पदों पर नई नियुक्तियों की जानकारी दी।
NMC के नए चेयरपर्सन होंगे प्रो. (डॉ.) अभिजात चंद्रकांत शेट
राष्ट्रीय बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS), नई दिल्ली के वर्तमान अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) अभिजात शेट को अब NMC का नया चेयरपर्सन नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति NMC Act, 2019 की धारा 4 के तहत की गई है।
प्रो. शेट मेडिकल परीक्षा व्यवस्था और गुणवत्ता सुधार के लिए वर्षों से काम करते रहे हैं और अब उन्हें भारत की सर्वोच्च मेडिकल नियामक संस्था का नेतृत्व सौंपा गया है। उनकी नियुक्ति चार साल के लिए या 70 वर्ष की आयु तक, जो पहले हो, तक प्रभावी रहेगी।
MARB की कमान संभालेंगे डॉ. एम.के. रमेश
मेडिकल असेसमेंट और रेटिंग बोर्ड (MARB) के नए अध्यक्ष के रूप में डॉ. एम.के. रमेश को नियुक्त किया गया है। वे पहले पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन बोर्ड (PGMEB) के अध्यक्ष और राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, बेंगलुरु के कुलपति रह चुके हैं। MARB, देशभर के मेडिकल कॉलेजों की गुणवत्ता, अनुमति, और मूल्यांकन जैसे अहम कार्यों की जिम्मेदारी निभाता है। यह नियुक्ति NMC Act, 2019 की धारा 17(2) के तहत की गई है।
आधिकारिक आदेश में क्या कहा गया?
भारत सरकार के 11 जुलाई 2025 के आदेश (No.31/1/2025-EO(SM-II)-04) में स्पष्ट किया गया है कि इन दोनों अधिकारियों की नियुक्ति प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली Appointments Committee of the Cabinet द्वारा स्वीकृत की गई है। इस आदेश की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री कार्यालय, कैबिनेट सचिवालय, और स्वास्थ्य मंत्रालय को भी भेजी गई है।
NMC और MARB का महत्व क्या है?
NMC भारत में मेडिकल शिक्षा की सर्वोच्च नियामक संस्था है, जो MCI के स्थान पर 2020 में अस्तित्व में आई थी। वहीं, MARB मेडिकल कॉलेजों को मान्यता देने और उनकी रेटिंग तय करने वाली स्वायत्त इकाई है। इन दोनों संस्थाओं में नए नेतृत्व की नियुक्ति से मेडिकल शिक्षा व्यवस्था में नई दिशा और गति की उम्मीद की जा रही है।