Mock Drill: पाकिस्तान बॉर्डर पर हाई अलर्ट! चार राज्यों में फिर होगी मॉक ड्रिल, ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी सतर्कता
Mock Drill: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हालिया सैन्य कार्रवाइयों के बीच अब एक बार फिर से पाकिस्तान सीमा से सटे राज्यों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. गुरुवार शाम को जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में मॉक ड्रिल होगी. यह वही राज्य हैं जो सीधे पाकिस्तान से सटे हुए हैं और सुरक्षा के लिहाज से सबसे संवेदनशील माने जाते हैं. क्या ये मॉक ड्रिल पाकिस्तान के लिए बड़ी चेतावनी हो सकती है?
Mock Drill: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हालिया सैन्य कार्रवाइयों के बीच अब एक बार फिर से पाकिस्तान सीमा से सटे राज्यों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. गुरुवार शाम को जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में मॉक ड्रिल होगी. यह वही राज्य हैं जो सीधे पाकिस्तान से सटे हुए हैं और सुरक्षा के लिहाज से सबसे संवेदनशील माने जाते हैं. क्या ये मॉक ड्रिल पाकिस्तान के लिए बड़ी चेतावनी हो सकती है?
किन राज्यों में होगी मॉक ड्रिल?
गुरुवार को मॉक ड्रिल जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में आयोजित की जाएगी. इन चारों राज्यों की सीमाएं पाकिस्तान से लगती हैं और यहां की संवेदनशीलता बहुत अधिक है. बीएसएफ और सेना के जवान पूरी सतर्कता के साथ सीमाओं पर तैनात हैं. बीएसएफ के जम्मू फ्रंटियर के आईजी शशांक आनंद के अनुसार, पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता और इसी वजह से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अब भी जारी है.
पिछली बार 7 मई को देश के 244 सिविल डिफेंस जिलों में मॉक ड्रिल की गई थी. इस दौरान 12 मिनट का ब्लैकआउट किया गया था और आम लोगों, कर्मचारियों, छात्रों को सुरक्षित निकालने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी गई थी.
क्या यह अभ्यास है या खतरे का संकेत?
मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को तैयार करना है, लेकिन अचानक सीमा से सटे चारों राज्यों में इसका आयोजन, और वह भी ऑपरेशन सिंदूर के बाद, कई सवाल खड़े करता है. क्या सरकार को किसी संभावित खतरे की सूचना है? क्या यह केवल सावधानी है या कुछ बड़ा होने वाला है? हालांकि, सरकार की तरफ से फिलहाल कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है, लेकिन सतर्कता और जागरूकता बनाए रखना बेहद जरूरी हो गया है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद का माहौल
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने 7 मई को जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और POK में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी. इस सैन्य ऑपरेशन को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया, जिसमें 100 आतंकवादियों के मारे जाने की खबर थी.
इस हमले के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है. पाकिस्तान की तरफ से सीमावर्ती इलाकों में नागरिकों को निशाना बनाने की घटनाएं भी देखी गई हैं. इसी कड़ी में अब भारत सरकार ने एक और मॉक ड्रिल का आदेश जारी किया है, ताकि आम नागरिकों को युद्ध जैसे हालात से निपटने के लिए तैयार किया जा सके.
मॉक ड्रिल का मकसद क्या है?
मॉक ड्रिल का उद्देश्य है नागरिकों और प्रशासन को आपात स्थिति के लिए मानसिक, भौतिक और रणनीतिक रूप से तैयार करना. इस ड्रिल में सायरन बजाया जाएगा, ब्लैकआउट किया जाएगा और लोगों को सिखाया जाएगा कि किसी हमले की स्थिति में उन्हें क्या करना चाहिए.
ब्लैकआउट एक्सरसाइज क्या है?
ब्लैकआउट एक्सरसाइज एक ऐसी स्थिति होती है जब किसी संभावित हवाई हमले के समय पूरे इलाके की बिजली बंद कर दी जाती है, ताकि दुश्मन देश को निशाना साधने में कठिनाई हो. इससे नागरिकों की जान की रक्षा की जा सकती है. 7 मई को जब मॉक ड्रिल की गई थी, तब 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 244 शहरों में 12 मिनट का ब्लैकआउट किया गया था.
सरकार और सेना का संदेश
सरकार ने लोगों से अफवाहों से बचने, और मॉक ड्रिल के दौरान प्रशासन का पूरा सहयोग करने की अपील की है. वहीं, सेना और बीएसएफ की ओर से बार-बार यही संदेश दिया जा रहा है कि सुरक्षा के मोर्चे पर कोई कोताही नहीं बरती जाएगी.