Jammu-Kashmir Earthquake: भूकंप से थर्राया जम्मू-कश्मीर! रिक्टर स्केल पर इतनी तीव्रता दर्ज

Jammu-Kashmir Earthquake: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सोमवार तड़के भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, यह भूकंप रिक्टर स्केल पर 3.1 की तीव्रता के साथ आया. घटना सोमवार की रात लगभग 1:36 बजे की बताई जा रही है.

Update: 2025-07-21 05:59 GMT

Jammu-Kashmir Earthquake: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में सोमवार तड़के भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के मुताबिक, यह भूकंप रिक्टर स्केल पर 3.1 की तीव्रता के साथ आया. घटना सोमवार की रात लगभग 1:36 बजे की बताई जा रही है, इसका केंद्र किश्तवाड़ के पास था, जो जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाके में स्थित है. भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी, जिससे यह हलका महसूस हुआ, और कोई बड़ी तबाही नहीं हुई.

भूकंप का केंद्र और तीव्रता

भूकंप का केंद्र 33.17 उत्तर अक्षांश और 75.87 पूर्वी देशांतर पर था. इसकी गहराई 10 किलोमीटर नीचे थी, जो भूकंपीय घटनाओं के संदर्भ में सामान्य रूप से हलका मानी जाती है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, इस घटना की तीव्रता केवल 3.1 रिक्टर स्केल पर मापी गई, जो एक हल्के झटके के रूप में महसूस होती है. इस तरह की भूकंपीय गतिविधि अक्सर होती रहती है, और यह सामान्य प्राकृतिक घटनाओं के तौर पर देखी जाती है.

संवेदनशील क्षेत्र है किश्तवाड़

किश्तवाड़ जिले को भूकंपीय दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है. यह क्षेत्र हिमालय के करीब है, और भूकंपों की घटनाओं के लिए यह एक सक्रिय जोन है. यहां छोटे और मध्यम तीव्रता वाले भूकंप समय-समय पर महसूस होते रहते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह क्षेत्र भूकंपीय दृष्टि से पहले से ही हाई रिस्क जोन में आता है, इसलिए स्थानीय प्रशासन ने यहां के नागरिकों को भूकंप के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी है.

किसी भी हानि की रिपोर्ट नहीं

इस भूकंप के बाद कोई भी गंभीर नुकसान की सूचना नहीं मिली है. अधिकारियों के मुताबिक, भूकंप के बाद ना तो किसी प्रकार की संपत्ति का नुकसान हुआ है, और ना ही किसी के घायल होने की खबर है. स्थानीय प्रशासन ने स्थिति का तुरंत आकलन किया और यह सुनिश्चित किया कि इलाके में कोई आपातकालीन स्थिति न बने. प्रशासन ने लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की और कहा कि भूकंप से संबंधित किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए.

अधिकारियों की ओर से राहत प्रयास

भूकंप के तुरंत बाद जिला प्रशासन ने राहत कार्यों के लिए टीमें गठित की. राहत टीमें क्षेत्र का दौरा कर रही हैं और किसी भी संभावित नुकसान का जायजा ले रही हैं. हालांकि भूकंप का असर कम था, लेकिन फिर भी इलाके में बुनियादी सेवाओं और सुरक्षा उपायों की स्थिति की निगरानी की जा रही है. प्रशासन ने कहा है कि यदि भूकंप की तीव्रता अधिक होती तो नागरिकों को अधिक सतर्क रहना पड़ता, लेकिन इस बार स्थिति नियंत्रण में रही.

भूकंप से कैसे बचें

हालांकि यह भूकंप छोटा था, फिर भी इसने इलाके में एक बार फिर भूकंप से संबंधित जागरूकता बढ़ा दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि भूकंपों के खतरे से बचने के लिए लोगों को भूकंप सुरक्षा उपायों की पूरी जानकारी होना चाहिए. घरों में सुरक्षा उपायों का पालन करना, आपातकालीन योजना तैयार करना और भूकंप के बाद की स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया करनी है, इन सभी पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी है.

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