जैसलमेर बस अग्निकांड हादसा: सेना के जवान का पूरा परिवार समाप्त; बीवी और बच्चों के साथ जिंदा जले; 10 के DNA जांच में आ रही मुश्किलें
Jaisalmer Bus Fire News: राजस्थान के जैसलमेर में बीते मंगलवार को हुए बस हादसे में सेना के एक जवान का पूरा परिवार समाप्त हो गया है...
Jaisalmer bus accident
जयपुर। राजस्थान के जैसलमेर में बीते मंगलवार एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। यहाँ जैसलमेर से दिल्ली जा रही एक बस थाईगावं के पास जब पहुंची तब अचानक उसके पिछले हिस्से में धुआँ उठने लगा। देखते ही देखते बस आग के गोले में तब्दील हो गई। बताया जा रहा है कि, इस बस में तक़रीबन 57 यात्री सवार थे जिसमें से 20 की मौके पर ही मौत हो गई। इसके आलावा तक़रीबन 16 यात्री बुरी तरह (झुलस) घायल हो गए। जिन्हे तुरंत नकजीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस घटना पर राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा ने सोशल मीडिया पर गहरा शोक व्यक्त किया और तुरंत कलेक्टर और एसपी से बात कर लोगों को राहत और बचाव कार्य के निर्देश भी दिए। वहीं, आज वे घटना स्थल पर पहुंचे हुए है। जहाँ उन्होंने घटना स्थल का जायजा लिया और सीधे जोधपुर के महात्मा गाँधी अस्पताल पहुंचे। जहाँ उन्होंने सभी घायलों से मुलाक़ात कर उनका हाल चाल जाना। इस हादसे पर देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी ने भी गहरा दुख व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है।
सेना के जवान का पूरा परिवार खत्म
इसके आलावा इस हादसे में सेना के एक जवान महेंद्र मेघवाल समेत उनका पूरा परिवार जिसमें- उनकी पत्नी पत्नी पार्वती, दो बेटियों खुशबू, दिक्षा और छोटे बेटे शौर्य की बस हादसे में जलने से मौके पर ही मौत हो गई। महेंद्र अपने पूरे परिवार के साथ जैसलमेर के इंद्रा कालोनी में रहते थे और छुट्टियां मानाने गांव जा रहे थे।
लेकिन किसे पता था की उनके साथ ये घटना हो जायेगी, घटना की खबर जब उनके गांव लवारन (बालेसर) पहुंची, तो हर घर से रुदन की आवाजें आने लगीं। लोग यकीन नहीं कर पा रहे थे कि महेंद्र, जो देश की रक्षा के लिए हर दिन खतरे उठाता था, उसकी अपनी जान और परिवार इस तरह एक हादसे का शिकार हो जाएंगे। महेंद्र के पिता और भाई घटना की सूचना मिलने से सदमें में है। दीपावली से ठीक पहले, जहां हर घर में रोशनी की तैयारी थी, वहीं महेंद्र मेघवाल का घर सदा के लिए अंधेरे में डूब गया है।
स्थानीय पत्रकार की मौत
इसके आलावा इस हादसे में एक एक स्थानीय पत्रकार राजेंद्र सिंह चौहान की भी मौत हो चुकी है। उनके साथ जैसलमेर केमिस्ट एसोसिएशन मनोज भाटिया भी साथ थे। दोनों पोकरण में किसी मेडिकल स्टोर के उद्घाटन में जा रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया। मनोज जलते हुए बस से बाहर आ गए, जबकि राजेंद्र सिंह चौहान अंदर ही फंस गए। जिससे उनकी मौत हो गई।
पुलिस प्रशासन की कार्रवाई
जैसलमेर कलेक्टर प्रताप सिंह ने बताया कि, हादसे में कई लोग इतनी बुरी तरह झुलसे है कि उनका चेहरा पहचानना मुश्किल हो गया है। जिसके लिए जिला प्रशासन ने मृतकों की पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए करने का फैसला किया है और इसके लिए परिजनों से संपर्क करने की अपील की गई है। जैसलमेर से तक़रीबन 10 परिजनों के डीएनए सैंपल जोधपुर भेजे गए हैं। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है। इस खबर पर लगातार अपडेट्स जारी है।