IPS की आत्महत्या पर बवाल! IAS पत्नी ने DGP और SP पर लगाए जातीय उत्पीड़न के गंभीर आरोप, CM से तुरंत गिरफ्तारी की मांग
आईपीएस पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में आईएएस अमनीत कुमार ने एक बड़ा खुलासा किया है। अमनीत ने हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया पर गंभीर आरोप लगाए है।
IPS Y PURAN KUMAR SUICIDE CASE
चंडीगढ़। हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार की आत्महत्या के मामले में उनकी पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस को चार पन्नों की लिखित शिकायत दी है, जिसमें हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
आत्महत्या नहीं, साजिश का नतीजा
अमनीत ने साफ कहा है कि, यह कोई साधारण आत्महत्या नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश का परिणाम है। उन्होंने आरोप लगाया कि, उनके पति को झूठे मामलों में फंसाने, पब्लिक में अपमानित करने और मानसिक रूप से परेशान करने की वजह से उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम उठाया।
सुसाइड नोट में दर्ज हैं नाम
पूरन कुमार ने आत्महत्या से पहले नौ पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उन्होंने कई वरिष्ठ अधिकारियों के नाम लिखे हैं। यह नोट उनके लैपटॉप बैग में मिला और अमनीत ने इसे पुलिस को सौंप दिया। उन्होंने कहा कि, यह नोट एक टूटे हुए इंसान की गवाही है।
जातीय भेदभाव का लगाया आरोप
अमनीत ने आरोप लगाया कि, उनके पति को अनुसूचित जाति से होने के कारण लगातार जातिसूचक अपशब्द कहे गए, मंदिर की प्रार्थनाओं से दूर रखा गया और सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया। उन्होंने कहा कि यह उत्पीड़न SC/ST एक्ट के तहत गंभीर अपराध है।
FIR और गिरफ्तारी की मांग
आईएएस अधिकारी ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (पूर्व में IPC की धारा 306) और SC/ST एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि डीजीपी और एसपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाए, क्योंकि वे सबूतों को नष्ट कर सकते हैं और जांच को प्रभावित कर सकते हैं।
जापान दौरे से लौटते ही दर्ज कराई शिकायत
घटना के समय अमनीत जापान के आधिकारिक दौरे पर थीं। जैसे ही उन्हें खबर मिली, वे तुरंत भारत लौटीं और बुधवार रात चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि उनके पति एक ईमानदार और समर्पित अधिकारी थे, जिन्होंने कभी कानून नहीं तोड़ा।
कॉल रिसीव न करने का आरोप
अमनीत ने बताया कि, पूरन कुमार ने डीजीपी और एसपी से संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन एसपी ने जानबूझकर कॉल रिसीव नहीं किया। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि, उनके पति को सुनियोजित तरीके से नजरअंदाज किया गया। अमनीत ने कहा, “मेरे बच्चों और मेरे लिए यह नुकसान शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता। मेरे पति ने पूरी जिंदगी ईमानदारी से सेवा की, अब मैं उसी सिस्टम से न्याय की उम्मीद कर रही हूं।” उन्होंने कहा कि न्याय सिर्फ होना नहीं चाहिए, बल्कि होते हुए दिखना भी चाहिए।
विदेश दौरे से लौटे सीएम
आपको बता दें कि, गुरुवार को सीएम नायब सैनी आईपीएस वाई पूरन कुमार के घर पहुंचे। वहां पर उन्होंने शाेक व्यक्त किया। इस मौके पर उनके साथ चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश खुल्लर, CID चीफ सौरभ सिंह भी मौजूद रहे। हरियाणा के चर्चित आईपीएस रहे पूरन कुमार ने अपने आखिरी नोट में डीजीपी-रोहतक एसपी पर झूठे केस में फंसाने की कोशिश का आरोप लगाया है।
इधर, आईपीएस पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी कुमार ने साफ कहा है कि, वह तब तब अंतिम संस्कार नहीं करेंगी, जब तक कि सुसाइड नोट में पति द्वारा लिखे गए लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी नहीं की जाती है। पूरन कुमार के नौ पेज के सुसाइड नोट में 15 अफसरों के नाम शामिल हैं। इसमें हरियाणा के मौजूदा चीफ सेक्रेटरी का भी नाम शामिल है। इतना ही नहीं पूरन कुमार ने अपने सुसाइड नोट में जाति के आधार पर भेदभाव के गंभीर आरोप भी लगाए हैं।