हरियाणा IPS सुसाइड केस: अब पोस्टमार्टम पर शुरू हुआ नया विवाद! परिवार का आरोप- जबरदस्ती PGI ले गए शव, जानिए क्या है पूरा विवाद?
Haryana IPS Suicide Case: वाई पूरन कुमार की मौत के पांच दिन बाद भी विवाद थम नहीं रहा। परिवार का आरोप है कि उनकी मर्जी के बिना डेडबॉडी PGI ले जाई गई। उधर, DGP सागर प्रीत हुड्डा ने कहा कि पोस्टमॉर्टम केवल परिवार की सहमति से ही होगा।
IPS पूरन कुमार केस में पोस्टमॉर्टम को लेकर विवाद, DGP बोले सहमति के बाद ही होगा
Haryana IPS Suicide Case: हरियाणा के सीनियर IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार की खुदकुशी को अब पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन मामला लगातार उलझता जा रहा है। शनिवार सुबह उनका शव सेक्टर-16 गवर्नमेंट अस्पताल से PGI चंडीगढ़ शिफ्ट किया गया है, जिसके बाद परिवार ने आरोप लगाया कि यह कदम उनकी मर्जी के खिलाफ उठाया गया है।
पूरन कुमार की पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार के छोटे भाई और आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन ने कहा, हमारी इच्छा के खिलाफ जबरदस्ती डेडबॉडी PGI ले गए। पांच दिन से इंसाफ नहीं मिला, अब प्रशासन दबाव बनाकर पोस्टमॉर्टम कराना चाहता है।
DGP पहुंचे कहा- सहमति के बाद ही पोस्टमॉर्टम
विवाद बढ़ने के बाद चंडीगढ़ DGP सागर प्रीत हुड्डा, IG पुष्पेंद्र कुमार और SSP कंवरदीप कौर अमनीत पी. कुमार से बातचीत के लिए सेक्टर 24 स्थित उनके सरकारी आवास पहुंचे। DGP हुड्डा ने मीडिया से कहा, पोस्टमॉर्टम तभी कराया जाएगा जब परिवार लिखित सहमति देगा। किसी भी तरह की जबरदस्ती नहीं की जा रही है।
शुक्रवार रात को यह खबर आई थी कि हरियाणा की गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने अमनीत पी. कुमार से मीटिंग की थी, जहां दोनों पक्षों में पोस्टमॉर्टम पर सहमति बन गई थी। लेकिन आज सुबह परिवार ने इस समझौते से इनकार करते हुए प्रशासन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया।
FIR के बाद बढ़ी कार्रवाई की आहट
सेक्टर 11 थाने में पहले ही हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर, रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया सहित 15 अफसरों के खिलाफ भारत न्याय संहिता (BNS) और SC/ST एक्ट के तहत केस दर्ज हो चुका है। जांच के लिए IG पुष्पेंद्र कुमार के नेतृत्व में 6 सदस्यीय SIT गठित की गई है।
IAS अमनीत पी. कुमार की मांग है कि FIR में
आरोपी अफसरों के नाम कॉलम में स्पष्ट रूप से दर्ज किए जाएं और DGP और SP को तुरंत पद से हटाकर गिरफ्तार किया जाए।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने की आपात बैठक
शुक्रवार देर रात CM हाउस में आपात बैठक हुई, जिसमें मुख्यमंत्री नायब सैनी, मंत्री कृष्ण लाल पंवार, मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, गृह सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा और IAS अधिकारी राज शेखर वुंडरू मौजूद थे।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में सरकार ने DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया पर कार्रवाई के लिए सहमति बना ली है। संभावना है कि पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों अधिकारियों को हटाया जा सकता है।
DGP की रेस में तीन नाम
अगर यह एक्शन लिया जाता है तो नए DGP की रेस में तीन नाम सबसे आगे बताए जा रहे हैं IPS ओपी सिंह, आलोक मित्तल और अरशिंद्र सिंह चावला।आलोक मित्तल और अरशिंद्र सिंह को हाल ही में DG रैंक मिली है, जबकि ओपी सिंह की रिटायरमेंट करीब है। आलोक मित्तल ने गुरुवार रात मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की थी।
पूरन कुमार की खुदकुशी हरियाणा की प्रशासनिक व्यवस्था पर गहरा सवाल खड़ा कर चुकी है। अब पोस्टमॉर्टम को लेकर उठे विवाद ने मामले को और संवेदनशील बना दिया है। सरकार के लिए यह अब कानून और जनभावना दोनों की परीक्षा बन चुका है।
IPS वाई पूरन कुमार की डेडबॉडी PGI चंडीगढ़ शिफ्ट करने पर परिवार ने विरोध किया। IAS अमनीत के भाई ने कहा जबरदस्ती शव ले जाया गया। DGP सागर प्रीत हुड्डा बोले- पोस्टमॉर्टम केवल सहमति से होगा।