VY Puran Kumar Property: IPS वाई पूरन कुमार के नाम कितनी संपत्ति थी? मरने से पहले सब कुछ IAS पत्नी अमनीत के नाम किया
VY Puran Kumar Property: हरियाणा के वरिष्ठ IPS वाई पूरन कुमार की खुदकुशी से पहले तैयार की गई वसीयत में उनकी चल-अचल संपत्तियों का पूरा ब्यौरा दर्ज है। उन्होंने मरने से ठीक एक दिन पहले 9 पन्नों की वसीयत लिखकर सारी संपत्ति अपनी पत्नी, वरिष्ठ IAS अधिकारी अमनीत पी. कुमार के नाम कर दी थी।
वसीयत के अनुसार IPS पूरन कुमार ने अपनी सभी संपत्तियाँ पत्नी IAS अमनीत के नाम कीं
Y Puran Kumar Property: 7 अक्टूबर को आत्महत्या से पहले हरियाणा के सीनियर IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार ने अपनी वसीयत (Will) तैयार की थी। उन्होंने अपने सुसाइड नोट के आखिरी पन्नों में संपत्ति का पूरा लाख-जोखा दिया है और लिखा है कि मेरे मरने के बाद सारी संपत्ति मेरी पत्नी अमनीत पी. कुमार की होगी। पूरन कुमार ने अपनी वसीयत में यह भी जिक्र किया कि सभी संपत्तियाँ उनकी वार्षिक संपत्ति घोषणा पत्र (Annual Property Return) में पहले से दर्ज हैं।
पूरन कुमार की वसीयत में दर्ज संपत्तियाँ
एचडीएफसी बैंक का सेविंग अकाउंट और उससे जुड़ा डीमैट अकाउंट (Demat Account) इसमें उनके निवेश और शेयर होल्डिंग की जानकारी दी गई है।
मोहाली में एक प्लॉट
पंजाब में स्थित यह आवासीय संपत्ति उनके नाम पर दर्ज थी।
गुरुग्राम के यूनिवर्सल बिज़नेस पार्क में ऑफिस स्पेस
यह कॉमर्शियल प्रॉपर्टी पूरन कुमार के व्यक्तिगत निवेश का हिस्सा थी।
चंडीगढ़ के सेक्टर 11A में मकान में 25 प्रतिशत हिस्सेदारी
यह वही आवास है जहां उन्होंने खुदकुशी की। इस संपत्ति में उनका एक-चौथाई हिस्सा था। इन सभी संपत्तियों का अधिकार उन्होंने अपनी पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार को सौंपा है। पूरन कुमार ने लिखा मेरी मृत्यु के बाद ये सारी संपत्तियाँ मेरी पत्नी की क़ानूनी संपत्ति होंगी और किसी तीसरे व्यक्ति का इन पर कोई दावा नहीं होगा।
9 पन्नों का सुसाइड नोट और 13 अफसरों पर आरोप
पूरन कुमार ने आत्महत्या से पहले 9 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उन्होंने 13 वरिष्ठ अफसरों पर जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न और करियर में रोड़ा डालने के आरोप लगाए। उन्होंने यह सुसाइड नोट और वसीयत अपनी पत्नी अमनीत पी. कुमार को मोबाइल पर भेजी थी। जापान में सरकारी दौरे पर मौजूद अमनीत ने उन्हें 15 बार कॉल किया था, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
FIR में 12 अफसरों के नाम, DGP भी शामिल
IAS पत्नी की शिकायत के आधार पर चंडीगढ़ के सेक्टर-11 थाने में FIR दर्ज की गई है। इसमें हरियाणा के DGP शत्रुजीत कपूर समेत 12 अफसरों के नाम हैं। चंडीगढ़ पुलिस ने जांच के लिए 6 सदस्यीय SIT बनाई है। पूरन कुमार के सुसाइड नोट को इस केस का मुख्य सबूत माना जा रहा है। यह हरियाणा की प्रशासनिक सेवा में पहली बार है जब इतने वरिष्ठ अफसरों पर एक साथ SC/ST एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है।
2001 बैच के सीनियर IPS
वाई पूरन कुमार 2001 बैच के हरियाणा कैडर के IPS अधिकारी थे। उन्होंने कई जिलों में SP और IG के तौर पर काम किया। उनकी पहचान सख्त, ईमानदार और अनुशासित अफसर के रूप में थी। वे अनुसूचित जाति वर्ग से थे और लंबे समय से भेदभाव और ट्रांसफर नीति को लेकर असंतोष जाहिर करते रहे थे।
पूरन कुमार का केस सिर्फ एक आत्महत्या नहीं, बल्कि सिस्टम के भीतर जातिगत और प्रशासनिक उत्पीड़न की गूंज है। उनकी वसीयत से यह साफ़है कि उन्होंने अपने परिवार को सुरक्षित रखने की पूरी कोशिश की और अपनी मृत्यु को एक दस्तावेज़ी सबूत बना दिया।