Breaking: IPS वाई पूरन कुमार केस में नया मोड़! जांच अधिकारी संदीप लाठर ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लगाए चौंकाने वाले आरोप
IPS Puran Kumar Case Haryana: जांच अधिकारी संदीप लाठर ने आत्महत्या की, सुसाइड नोट में IPS पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप। चार पेज का नोट और वीडियो मिला।
IPS Puran Kumar Case Haryana: हरियाणा के सीनियर IPS वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में अब एक और सनसनीखेज मोड़ आ गया है। इस केस से जुड़े इन्वेस्टिगेशन अफसर संदीप लाठर (ASI) ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली है। घटना ने न केवल हरियाणा पुलिस बल्कि पूरे प्रशासनिक तंत्र को झकझोर कर रख दिया है।
चार पेज का सुसाइड नोट और वीडियो मैसेज बरामद
पुलिस को मृतक संदीप लाठर के पास से चार पेज का सुसाइड नोट और एक वीडियो मैसेज मिला है। नोट में उन्होंने IPS वाई पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। लाठर ने लिखा पूरन कुमार एक भ्रष्ट अधिकारी थे, उनके खिलाफ ठोस सबूत थे। मैं वसूली केस की जांच कर रहा था। गिरफ्तारी के डर और दबाव में मैंने यह कदम उठाया।
सूत्रों के मुताबिक, लाठर वर्तमान में साइबर सेल में तैनात थे और वाई पूरन कुमार के स्टाफ पर चल रही वसूली जांच से जुड़े अहम दस्तावेज़ उनके पास थे।
दो मौतों से मचा हड़कंप
7 अक्टूबर को IPS वाई पूरन कुमार ने अपने रोहतक स्थित घर में खुदकुशी कर ली थी। उनके सुसाइड नोट में 13 वरिष्ठ अधिकारियों के नाम थे, जिनमें DGP शत्रुजीत कपूर और रोहतक SP नरेंद्र बिजारनिया शामिल थे। अब उसी केस की जांच कर रहे ASI संदीप लाठर की खुदकुशी ने इस प्रकरण को और उलझा दिया है।
सियासत गरमाई, जांच पर उठे सवाल
इस घटना के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि पूरन कुमार की मौत की जांच अब खुद संदेह के घेरे में है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने CBI जांच की मांग की है, वहीं गृह विभाग ने मामले की नई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित करने के संकेत दिए हैं।
हरियाणा सरकार का बयान
राज्य सरकार ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच कराई जाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया पूरन कुमार और अब लाठर की मौत के बाद यह केस बेहद संवेदनशील हो गया है। दोनों ही घटनाओं के बीच संभावित लिंक को खंगाला जा रहा है।
सिर्फ एक हफ्ते के भीतर हरियाणा पुलिस में दो आत्महत्याओं ने पूरे सिस्टम को हिला दिया है। जहां पहले IPS अधिकारी की मौत ने सत्ता को झटका दिया था, वहीं अब जांच अधिकारी की मौत ने मामले को और पेचीदा बना दिया है।