FIITJEE: FIITJEE के चेयरमैन डीके गोयल का वायरल वीडियो, क्या संस्थान अपने कर्मचारियों के साथ सही व्यवहार कर रहा है?
FIITJEE: देश के प्रमुख एजुकेशनल संस्थानों में से एक FIITJEE, जो छात्रों को IIT-JEE की तैयारी में मदद करता है, अब एक गंभीर विवाद में फंसता हुआ दिखाई दे रहा है।
FIITJEE: देश के प्रमुख एजुकेशनल संस्थानों में से एक FIITJEE, जो छात्रों को IIT-JEE की तैयारी में मदद करता है, अब एक गंभीर विवाद में फंसता हुआ दिखाई दे रहा है। संस्थान के फाउंडर चेयरमैन डीके गोयल का एक वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है, जिसमें वह अपनी ऑनलाइन मीटिंग के दौरान एक कर्मचारी से दुर्व्यवहार करते हुए गालियां दे रहे हैं। इस वीडियो ने FIITJEE के कार्य संस्कृति और उसके नेतृत्व पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
FIITJEE: देश का नामी कोचिंग संस्थान
FIITJEE एक प्रमुख कोचिंग संस्थान है जो देशभर में IIT-JEE की तैयारी के लिए छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करता है। हालांकि, हालिया घटनाओं के कारण संस्थान की कार्यशैली और कर्मचारियों के साथ उनके व्यवहार पर सवाल उठने लगे हैं। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि गोयल एक वर्चुअल मीटिंग में कर्मचारियों से बात कर रहे थे और एक सवाल के दौरान वह इतनी गुस्से में आ गए कि उन्होंने भद्दी-भद्दी गालियों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
वीडियो में क्या हुआ?
वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि गोयल मुंबई के ठाणे ब्रांच के स्टाफ से FIITJEE के एक और एडटेक इंडस्ट्री में 142 करोड़ के निवेश को लेकर सवाल पूछते हैं। इस पर गोयल का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने सवाल पूछने वाले कर्मचारी को अपशब्द कहना शुरू कर दिया। इसके बाद, उन्होंने कहा कि इस कर्मचारी को मुंबई से बाहर फेंक देना चाहिए और उसे संस्थान से निकालने की भी धमकी दी।
सैलरी का मुद्दा और बढ़ता टॉक्सिक वर्क कल्चर
इसके अलावा, FIITJEE के कर्मचारी पिछले कई महीनों से सैलरी की समस्याओं से जूझ रहे हैं। कई कर्मचारियों का कहना है कि संस्थान में काम करना दिन-ब-दिन मुश्किल होता जा रहा है। कई लोगों ने यहां बढ़ते टॉक्सिक वर्क कल्चर के बारे में भी बात की है। FIITJEE की आर्थिक स्थिति पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि उसने FY24 के वित्तीय परिणामों का अब तक खुलासा नहीं किया है। FY23 में कंपनी का रिवेन्यू 21% बढ़कर 542 करोड़ रुपये था, जबकि Allen का रिवेन्यू 2,277 करोड़ रुपये था।
गोयल का योगदान और संस्थान की स्थिति
FIITJEE के संस्थापक, डीके गोयल, जिन्होंने 1992 में आईआईटी दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करने के बाद इस संस्थान की स्थापना की थी, का यह विवाद FIITJEE की प्रतिष्ठा पर सवाल खड़ा कर रहा है। ऐसे में यह देखना होगा कि क्या FIITJEE अपने कर्मचारियों के साथ सही व्यवहार करेगा और संस्थान की कार्य संस्कृति में सुधार करेगा। यह वीडियो और इसके साथ जुड़ी घटनाएं FIITJEE के भविष्य और इसके कामकाजी माहौल पर बड़ा असर डाल सकती हैं।