Eid Kab Hai 2025: भारत में कब होगी ईद? 31 मार्च या 1 अप्रैल? जानिए ताजा अपडेट!

Eid Kab Hai 2025: इस्लाम धर्म में रमजान का महीना सबसे पवित्र माना जाता है, और इसके समापन पर ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है। यह त्योहार मुस्लिम समुदाय के लिए खुशी और भाईचारे का प्रतीक है।

Update: 2025-03-20 03:22 GMT
Eid Kab Hai 2025: भारत में कब होगी ईद? 31 मार्च या 1 अप्रैल? जानिए ताजा अपडेट!
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Eid Kab Hai 2025: इस्लाम धर्म में रमजान का महीना सबसे पवित्र माना जाता है, और इसके समापन पर ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है। यह त्योहार मुस्लिम समुदाय के लिए खुशी और भाईचारे का प्रतीक है। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं, नमाज अदा करते हैं और एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैं। आइए जानते हैं कि 2025 में ईद-उल-फितर कब मनाई जाएगी और इसका क्या महत्व है।

ईद-उल-फितर 2025 की तारीख

इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, ईद-उल-फितर शव्वाल महीने की पहली तारीख को मनाई जाती है। रमजान के आखिरी दिन चांद दिखने के बाद ही ईद की तारीख का ऐलान किया जाता है। 2025 में ईद-उल-फितर 30 या 31 मार्च को मनाई जा सकती है। हालांकि, चांद दिखने के आधार पर तारीख में बदलाव हो सकता है।

ईद-उल-फितर का महत्व

ईद-उल-फितर इस्लाम धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह त्योहार रमजान के पवित्र महीने के समापन और रोजे खत्म होने की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन सुबह की नमाज के बाद लोग अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं और एक-दूसरे से गले मिलकर ईद मुबारक कहते हैं। इस दिन विशेष व्यंजन जैसे सेवइयां बनाई जाती हैं और गरीबों को दान दिया जाता है।

फितरा का महत्व

ईद-उल-फितर पर 'फितरा' देना जरूरी माना जाता है। यह एक तरह का दान है जो गरीब और जरूरतमंद लोगों को दिया जाता है। फितरा में सवा दो किलो गेहूं या उसके बराबर पैसे दिए जाते हैं। यह दान इस्लामिक परंपरा का एक अहम हिस्सा है और इसे रोजे का सदका माना जाता है।

ईद की तैयारियां

ईद के दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं, मस्जिदों में नमाज अदा करते हैं और परिवार और दोस्तों के साथ खुशियां मनाते हैं। इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करना भी इस्लाम की शिक्षा का हिस्सा है। ईद का त्योहार भाईचारे, प्रेम और एकता का संदेश देता है।

ईद-उल-फितर न केवल एक धार्मिक त्योहार है, बल्कि यह समाज में एकता और प्रेम का संदेश भी फैलाता है। 2025 में यह त्योहार 30 या 31 मार्च को मनाया जाएगा, लेकिन चांद दिखने के बाद ही इसकी सही तारीख का ऐलान किया जाएगा।

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