DRI Heroin Seizure Ports : समंदर से ज़हर, मेक इन इंडिया की आड़ में नशीला खेल, मुंद्रा से ट्रामाडोल के पहाड़ तक, DRI ने 5 साल में पकड़े 29 क्विंटल हेरोइन और सिंथेटिक ड्रग्स; एजेंसियां हाई अलर्ट पर

DRI Heroin Seizure Ports : केंद्र सरकार ने देश के समुद्री बंदरगाहों (Ports) के रास्ते होने वाली अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए की गई कार्रवाई का विस्तृत ब्यौरा लोकसभा में पेश किया है

Update: 2025-12-12 12:04 GMT

DRI Heroin Seizure Ports : समंदर से ज़हर, मेक इन इंडिया की आड़ में नशीला खेल, मुंद्रा से ट्रामाडोल के पहाड़ तक, DRI ने 5 साल में पकड़े 29 क्विंटल हेरोइन और सिंथेटिक ड्रग्स; एजेंसियां हाई अलर्ट पर

DRI Heroin Seizure Ports : नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने देश के समुद्री बंदरगाहों (Ports) के रास्ते होने वाली अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाने के लिए की गई कार्रवाई का विस्तृत ब्यौरा लोकसभा में पेश किया है। पोत, पत्तन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने लोकसभा सांसद माला राय के सवाल का जवाब देते हुए बताया कि 2020 से 2025 के बीच राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI), सीमा शुल्क विभाग (Customs), पुलिस और राज्य आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) जैसी भारतीय प्रवर्तन एजेंसियों ने मुंद्रा, जेएनपीटी और तूतीकोरिन जैसे प्रमुख बंदरगाहों पर हेरोइन, कोकीन, मेथएम्फेटामाइन और ट्रामाडोल जैसी सिंथेटिक मादक दवाओं की भारी खेप जब्त की है।

DRI Heroin Seizure Ports : सदन के पटल पर रखे गए आंकड़ों के अनुसार, इन पाँच वर्षों में देश के बंदरगाहों पर मादक पदार्थों की तस्करी के बड़े और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हुआ है। साल 2021 तस्करी पर लगाम लगाने के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण वर्ष साबित हुआ, जब गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर एक ही कार्रवाई में रिकॉर्ड तोड़ 2,988 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई। यह कार्रवाई उस वर्ष की सबसे बड़ी बरामदगी थी, जिसने वैश्विक ड्रग सिंडिकेट की ताकत को उजागर किया। इसी साल, तमिलनाडु के तूतीकोरिन बंदरगाह पर भी सीमा शुल्क अधिकारियों ने 303 किलोग्राम कोकीन की एक बड़ी खेप पकड़ी थी। इससे पहले, साल 2020 में मुंबई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (JNPT) पर सीमा शुल्क और डीआरआई की संयुक्त कार्रवाई में 191 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी।

DRI Heroin Seizure Ports : आंकड़ों के मुताबिक, साल 2022 में भी एजेंसियों की मुस्तैदी बरकरार रही। डीआरआई और राज्य एटीएस की संयुक्त कार्रवाई में गुजरात के गांधीधाम से 201 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई। इसके अलावा, सितंबर 2022 में दिल्ली पुलिस ने मुंबई के जेएनपीटी पर एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए 345 किलोग्राम हेरोइन कब्जे में ली थी। इन वर्षों के दौरान, मुंबई, गांधीधाम, पिपावाव, रायगढ़ और कोलकाता जैसे अन्य बंदरगाहों पर भी स्थानीय पुलिस, एटीएस और सीमा शुल्क विभागों द्वारा अलग-अलग मादक पदार्थों की लगातार बरामदगियां दर्ज की गईं, जो यह बताती हैं कि तस्करों ने देश के कई तटीय प्रवेश द्वारों का इस्तेमाल किया।

हाल के वर्षों में, ड्रग माफियाओं ने हेरोइन और कोकीन के साथ-साथ सिंथेटिक और फार्मास्यूटिकल दवाओं की तस्करी पर भी ध्यान केंद्रित किया है। इसी क्रम में, साल 2024 में मुंद्रा और कोलकाता में सीमा शुल्क विभाग ने भारी मात्रा में ट्रामाडोल टैबलेट्स और इंजेक्शन जब्त किए। ट्रामाडोल एक ओपिओइड (Opioid) दवा है जिसका दुरुपयोग कई देशों में बड़े पैमाने पर किया जाता है, और इसकी इतनी बड़ी मात्रा में बरामदगी बताती है कि भारत अंतरराष्ट्रीय ट्रामाडोल तस्करी सिंडिकेट के लिए एक प्रमुख रूट बनता जा रहा था। हालांकि, सरकार द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2025 के लिए अभी तक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) और अन्य एजेंसियों द्वारा कोई उल्लेखनीय बड़ी बरामदगी दर्ज नहीं की गई है।

सरकार ने सदन को स्पष्ट किया कि बंदरगाहों पर मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए एजेंसियां लगातार सतर्कता बढ़ा रही हैं और डीआरआई, सीमा शुल्क तथा राज्य एटीएस जैसी प्रवर्तन एजेंसियां बेहतर समन्वय के साथ काम कर रही हैं। सदन में पेश किए गए ये विस्तृत आंकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं कि तस्करी के नेटवर्क बड़े, सुव्यवस्थित और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सक्रिय हैं, लेकिन भारतीय एजेंसियों की प्रभावी और लगातार कार्रवाई से इन आपराधिक नेटवर्कों पर नकेल कसी जा रही है। भारत सरकार देश के तटीय और समुद्री क्षेत्रों को ड्रग्स की तस्करी से मुक्त रखने के लिए प्रतिबद्ध है।

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