Delhi-NCR Earthquake: दिल्ली, यूपी और हरियाणा समेत कई जगहों पर महसूस किये गए भूकंप के झटके, 4.4 मापी गई तीव्रता

Delhi-NCR Earthquake: गुरुवार सुबह-सुबह दिल्ली और राष्ट्र्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) भूकंप के तेज झटके से कांप उठा. हरियाणा और यूपी में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. करीब 10 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए.

Update: 2025-07-10 04:53 GMT

Delhi-NCR Earthquake

Delhi-NCR Earthquake: गुरुवार सुबह-सुबह दिल्ली और राष्ट्र्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) भूकंप के तेज झटके से कांप उठा. हरियाणा और यूपी में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. करीब 10 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस दौरान लोग घरों से निकलकर बाहर आ गए. 

जानकारी के मुताबिक, सुबह 9:04 बजे भूकंप आया. भूकंप 4.4 तीव्रता का था. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र हरियाणा का झज्जर था. दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद, जींद, रोहतक, भिवानी, झज्जर, बहादुरगढ़, सोनीपत समेत कई शहरों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. 10 सेकंड तक चली भूकंप के कम्पन से लोग डर के मारे अपने घरों, दफ्तरों और इमारतों से बाहर निकल आए. 

कहाँ कहाँ महसुस किये भूकंप के झटके

जहाँ जहाँ भूकंप के झटके महसुस किये गए हैं. उनमे दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद, झज्जर, गुरुग्राम, सोनीपत, जींद, बहादुरगढ़, मेरठ, बागपत, सहारनपुर, अलीगढ़, शामली, हापुड़ शामिल है.

झज्जर में दो बार हिली धरती 

सबसे ज्यादा असर झज्जर में देखा गया. क्योंकि यह भूकंप का केंद्र था. यहाँ दो मिनट में भूकंप के दो झटके महसूस किए गए. पहला झटका ह 9 बजकर 7 मिनट पर महसूस किया गया. वहीँ, दूसरा 9 बजकर 10 मिनट पर महसूस किया गया.  

भूकंप क्यों आता है?

अधिकतर लोगों के मन में ये ख्याल जरूर आता होगा कि आखिर ये भूकंप आता कैसे हैं. तो चलिए जानते हैं कि ये भूकंप आता कैसे हैं. दरअसल, हमारी धरती की सतह मुख्य तौर पर 7 बड़ी और कई छोटी-छोटी टेक्टोनिक प्लेट्स से मिलकर बनी है. ये प्लेट्स लगातार तैरती रहती हैं और कई बार आपस में टकरा जाती हैं. टकराने से कई बार प्लेट्स के कोने मुड़ जाते हैं और ज्‍यादा दबाव पड़ने पर ये प्‍लेट्स टूटने लगती हैं. ऐसे में नीचे से निकली ऊर्जा बाहर की ओर निकलने का रास्‍ता खोजती है और इस डिस्‍टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.

भूकंप के दौरान क्या करें? 

यदि आप घर के अंदर हों तो जमीन पर झुक जाए. मजबूत मेज़, टेबल या फर्नीचर के नीचे छुप जाएँ, सिर और गर्दन को तकिये, बैग या हाथों से ढक लें. खिड़कियों, शीशों, अलमारियों, दरवाजों, दीवारों और भारी सामान से दूर रहें. भूंकप कम होते ही कोशिश करें और बाहर निकल जाएँ.

यदि आप घर के बाहर है तो इमारतों, बिजली के खंभों, पेड़ों और ओवरब्रिज से दूर रहें. खुले मैदान या पार्क जैसी जगह पर जाएँ और शांति बनाये रखें. अगर आप गाड़ी चला रहे हैं तो सुरक्षित स्थान पर रोके लें.



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