Cyclone Montha Update: आंध्र-ओडिशा में तबाही, 100 किमी की रफ्तार से चली हवाएं, एक की मौत, जनजीवन अस्त-व्यस्त, जानिए तजा अपडेट
Cyclone Montha Update 29 अक्टूबर: आंध्र और ओडिशा में 100 किमी/घंटा की हवाएं, एक की मौत, 76 हजार लोग राहत शिविरों में।
Cyclone Montha Update: बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान मोंथा (Cyclone Montha) बुधवार तड़के आंध्र प्रदेश और केंद्रशासित यानम के तटीय इलाकों से टकराया। टकराने के कुछ घंटे बाद यह कमजोर पड़ गया, लेकिन इसके असर से कई जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं ने तबाही मचा दी। 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने सैकड़ों पेड़ गिरा दिए, बिजली व्यवस्था ठप कर दी और फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचाया।
आंध्र प्रदेश में तबाही और राहत कार्य
आंध्र प्रदेश पुलिस के मुताबिक कोनासीमा जिले के मकानगुडेम गांव में ताड़ का पेड़ गिरने से एक महिला की मौत हो गई। राज्य में 38,000 हेक्टेयर में खड़ी फसलें और 1.38 लाख हेक्टेयर में बागवानी फसलें नष्ट हो गई हैं। लगभग 76,000 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है।
सरकार ने आपदा को देखते हुए 22 जिलों में 3,174 शेल्टर होम्स बनाए हैं। विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा और तिरुपति एयरपोर्ट से कई उड़ानें रद्द की गईं जबकि दक्षिण मध्य रेलवे ने 120 ट्रेनें कैंसिल की हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए NDRF की 25 टीमें तैनात की गई हैं।
ओडिशा में रेड अलर्ट, स्कूल बंद
मोंथा अब ओडिशा की ओर बढ़ गया है। गोपालपुर बंदरगाह पर आवाजाही रोक दी गई है और 9 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। ओडिशा सरकार ने 5,000 से अधिक कर्मियों और कई रेस्क्यू टीमों को तैनात किया है। स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र 30 अक्टूबर तक बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री मोहन माझी ने विशेष राहत आयुक्त कार्यालय में तैयारियों की समीक्षा की और कहा राज्य खतरे में नहीं है, लेकिन सभी टीमें अलर्ट पर हैं। गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और बीमार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की समीक्षा और राष्ट्रीय समर्थन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंध्र, ओडिशा और तमिलनाडु के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की है। मंत्रालय ने कहा कि सभी प्रभावित राज्यों को आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के लिए पूरी सहायता दी जा रही है।
पश्चिम बंगाल में भी सतर्कता
अब मोंथा का असर पश्चिम बंगाल में दिखने लगा है। 24 परगना, मेदिनीपुर, बीरभूम, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, अलीपुरद्वार और कूचबिहार में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने 31 अक्टूबर तक चेतावनी जारी की है।